अपनी जमीन और अपना मकान हर किसी का सपना होता है. लोग अपने इस सपने को पूरा करने के लिए लगातार कड़ी मेहनत करते हैं. और फिर एक दिन ऐसा आता है जब सपना पूरा हो जाता है. इसके बाद व्यक्ति के खुशियों का ठिकाना नहीं रहता. लेकिन कई बार ऐसा होता है कि मेहनत से खरीदी गई जमीन और उसपर बना मकान व्यक्ति की जिंदगी में खुशियों की बजाय तमाम तरह की परेशानियां लेकर आता है. सवाल ये है कि आखिर ऐसा क्यों होता है, तो इसके पीछे की वजह वास्तु दोष हो सकता है. वास्तु शास्त्र के अनुसार जमीन खरीदने से पहले यह जान लेना चाहिए कि जमीन शुभ है या अशुभ. आज हम आपको कुछ टिप्स बताने जा रहे हैं जिससे यह जानना आसान हो जाएगा कि जो आप प्रॉपर्टी खरीदने जा रहे हैं वह आपके लिए शुभ साबित होगा या अशुभ.
ऐसे करें जांच
वास्तु शास्त्र के अनुसार हम आपको जमीन के लक्षण जानने के लिए बेहद ही आसान तीन उपाय बताने जा रहे हैं.
- जिस जमीन को आप खरीदने जा रहे हैं या जिस जमीन की आप जांच करना चाहते हैं उस जमीन के बीच में एक- एक हाथ चौड़ा, लंबा और गहरा गड्ढा खोदे. गड्ढे से निकली हुई मिट्टी को फेंकने की बजाय बगल में रखें. और फिर उस मिट्टी से गड्ढे में वापस भर दें. इसके बाद देखें कि गढ्ढा भरने के बाद मिट्टी बचा है या नहीं. अगर मिट्टी बच गया है तो समझिए जमीन शुभ है और धन-संपत्ति बढ़ाने वाली है.
- दूसरा तरीका ये है कि जमीन के बीच में एक गड्ढा खोदे और उसमें पानी भर दें. पानी भरने के तुरंत बाद उत्तर दिशा की ओर सौ कदम चलें और फिर वापस लौट जाएं। वापस आने तक अगर गड्ढे में उतना ही पानी रहे तो इसका मतलब है कि वह जमीन शुभ है और व्यक्ति के लिए श्रेष्ठकर साबित होने वाली है.
- जमीन में खोदे गए गढ्ढे में शाम को पानी भर दें और सुबह देखें कि उस गढ्ढे में पानी बचा है या नहीं. अगर पानी है तो जमीन शुभ है और अगर पानी खत्म हो गया है तो इसका मतलब है की जमीन अशुभ है.