Virgo Rashifal 2024: कन्या राशि वालों के लिए कैसा रहेगा साल 2024, जानें करियर, व्यापार, और वैवाहिक जीवन का हाल

कन्या राशि वाले लोगों को नए साल में अपनी आर्थिक स्थिति, प्रेम, स्वास्थ्य, करियर, व्यापार और वाहन और संपत्ति खरीदने का शुभ समय है. शिक्षा में सफलता मिलेगी या फिर परेशानियों से जूझना होगा. इन सबकी जानकारी भी आपको इस लेख में प्राप्त होगी. यह राशिफल विशेष रूप से कन्या राशि वालों के लिए तैयार किया गया है ताकि आप साल 2024 में अपने जीवन का हाल जानकर उसे बेहतर बना सकें.

कन्या वार्षिक राशिफल 2024
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 23 दिसंबर 2023,
  • अपडेटेड 2:20 PM IST
  • प्रेम संबंधों के लिए साल की शुरुआत मध्यम रहेगी
  • करियर में अच्छी स्थितियां रहेगी
  • आर्थिक तौर पर ये साल उतार-चढ़ाव वाला रहेगा

प्रेम-संबंध
इस साल कन्या राशि के जातकों के प्रेम संबंधों के लिए साल की शुरुआत मध्यम रहेगी. आपको अपनी भावनाओं पर नियंत्रण रखना होगा. प्रेमी संबंधो में परेशानी का सामना करना पड़ सकता हैं.अपने मन की बातों को खुलकर सामने रखें और अपनी भावनाओं का इजहार भी करें. फरवरी और मार्च का महीना आपके प्रेम संबंध के लिए बहुत अनुकूल साबित होंगा. आप अपने पार्टनर के साथ रोमांस करने का भी पूरा मौका मिलेगा. जिन जातकों की शादी नहीं हुई उनका विवाह हो सकते हैं. प्रेम संबंधों के लिहाज से ये साल औसत रहेगा. .

करियर
करियर में अच्छी स्थितियों का निर्माण होगा. आप खूब मेहनत करेंगे. शनिदेव की कृपा से आपकी नौकरी पक्की बनी रहेगी और आप अपनी नौकरी में उन्नति की राह पर आगे बढ़ते चले जाएंगे. आप मेहनत को ही अपना सब कुछ मानेंगे और अपनी नौकरी पर पूरा ध्यान देंगे. इससे आपकी नौकरी बढ़िया रहेगी. आपको अपनी प्रतिभा दिखाने का भरपूर मौका मिलेगा. लेकिन,मार्च से अप्रैल के बीच जब मंगल का गोचर आपके छठे भाव में शनि के साथ होगा तो वह समय आपकी नौकरी में समस्याएं उत्पन्न कर सकता है इसलिए आपको सावधानी रखनी होगी और किसी भी प्रकार के षड्यंत्र से बचना होगा. इस दौरान आपके विरोधी आपके खिलाफ चाल चलते हुए नजर आ सकते हैं.

शिक्षा
साल 2024 के अनुसार साल की शुरुआत कन्या राशि के विद्यार्थियों के लिए अच्छी रहेगी. आप अपनी शिक्षा को लेकर बहुत ज्यादा संजीदा रहेंगे और जी भर कर मेहनत करेंगे. आपका ध्यान आपकी पढ़ाई में रहेगा. आपकी एकाग्रता भी अच्छी रहेगी जिससे जनवरी के महीने में आप अपनी शिक्षा को भरपूर समय देंगे और एकाग्रता के साथ पढ़ाई पर ध्यान देंगे. फरवरी से मार्च का समय थोड़ा तनावपूर्ण हो सकता है क्योंकि मंगल और शुक्र जैसे ग्रहों का प्रभाव आपके पंचम भाव में होगा जो आपके मन को अलग दिशा में भटकाने का काम कर सकता है. अप्रैल के बाद से धीरे-धीरे स्थितियां सुधरने लगेंगी. अगस्त से अक्टूबर के बीच आप बहुत अच्छा प्रदर्शन कर पाएंगे और शिक्षा में अच्छे अंक भी मिलेंगे. उसके बाद का समय भी ठीक-ठाक रहने वाला है.अगर आप विदेश जाकर पढ़ना चाहते हैं तो आपके लिए अप्रैल और अगस्त का महीना ज्यादा अनुकूल रहेगा.

आर्थिक
आर्थिक तौर पर ये साल उतार-चढ़ाव से भरा रहने वाला है. वित्तीय रूप से आपको अपनी समस्याओं से बाहर निकलना होगा. आपको अपने वित्तीय प्रबंधन पर पूरा ध्यान देने की आवश्यकता पड़ेगी. हालांकि शुक्र और बुध की चाल बीच-बीच में वित्तीय जोखिम को कम करने में आपकी मदद करेगी. अगर आप कोई निवेश करना चाहते हैं तो बहुत सोच समझकर कदम बढ़ाएं.

परिवार
परिवार के सदस्यों के बीच कहासुनी और तनाव बढ़ने की संभावना बन सकती है. उसके बाद धीरे-धीरे इन समस्याओं में कमी आएगी. शुरुआती महीने में अपनी माता जी के स्वास्थ्य का भी ध्यान रखना होगा.  पारिवारिक जीवन में तनाव और माता के स्वास्थ्य में गिरावट का संकेत देता है इसलिए इन दोनों ही विषयों पर आपको अधिक संजीदा होकर विचार करने की आवश्यकता पड़ेगी. अप्रैल और अगस्त के महीनों में भी आपको पारिवारिक झगड़ों का सामना करना पड़ सकता है. साल की शुरुआत से ही भाई बहनों का नजरिया आपके प्रति प्रेम पूर्वक रहेगा. मार्च से अप्रैल के बीच थोड़ी सावधानी जरूर रखें. उसके बाद आपका उनसे रिश्ता बढ़िया रहेगा.

संतान की प्राप्ति होगी
साल के तीसरे और चौथे तिमाही के दौरान आप को संतान सुख प्राप्त हो सकता है. विवाह योग्य संतान का विवाह होने और संतान के उच्च शिक्षा प्राप्त करने के भी योग बनेंगे.

वैवाहिक जीवन 
वैवाहिक जीवन को संभालना आपके लिए चुनौतीपूर्ण कार्य होगा. इस साल काफी ऐसे मौके आएंगे, जो आप दोनों के बीच समस्या बढ़ा सकते हैं लेकिन आपको समझदारी रखते हुए ही इन समस्याओं से बचना होगा. देव गुरु बृहस्पति वर्ष के उत्तरार्ध में नवम भाव में बैठकर आपके प्रथम भाव को देखेंगे और आपको सही निर्णय लेने में मदद करेंगे. इससे आपके वैवाहिक जीवन में चली आ रही समस्याओं में धीरे-धीरे कमी आएगी क्योंकि आप सही और गलत का अनुमान भली-भांति लगा पाएंगे.

उपाय
आप को बुधवार के दिन शाम के समय में किसी मंदिर में काले तिल का दान करना चाहिए. शनिवार के दिन पीपल के वृक्ष के नीचे सरसों के तेल का दीपक सायंकाल में जलाना चाहिए. प्रतिदिन श्री गणपति अथर्वशीर्ष का पाठ करना चाहिए. 
 

 

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