कार्तिक पूर्णिमा के दिन यानी मंगलवार को इस साल का आखिरी चंद्र ग्रहण लग रहा है.पंचांग के मुताबिक कार्तिक शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को देव दीपावली मनाई जाती है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार देव दीपावली के दिन चंद्र ग्रहण लगने से इसका महत्व और भी बढ़ गया है. यह मध्य दोपहर में 01.32 पर आरम्भ होगा परन्तु भारत में इसका दर्शन चंद्रोदय के साथ ही हो सकेगा.यह पूर्ण चंद्रग्रहण सायं 07.26 पर समाप्त हो जाएगा.
ज्योतिष के अनुसार ग्रहण को अशुभ घटना माना गया है. लिहाजा ग्रहण के दौरान किसी भी प्रकार के शुभ और मांगलिक कार्यों को करने से मना किया जाता है. इस दिन मंदिरों में पूजा भी करने की मनाही है लेकिन भगवान का स्मरण और मंत्र जाप करने से कई गुना ज्यादा फल की प्राप्ति होती है. वहीं, शास्त्रों में इस दौरान बहुत सी ऐसी चीजों के बारे में बताया गया है, जिन्हें करने से परहेज किया जाता है.
ग्रहण के दौरान किया जाने वाला विशेष उपाय
- स्नान करके स्वच्छ वस्त्र धारण करें और भगवान शिव के समक्ष बैठें
- एक घी का दीपक जलाएं और शिव जी को सफ़ेद फूल अर्पित करें
- इसके बाद या तो शिव तांडव स्तोत्र का पाठ करें
- या "ॐ चन्द्रशेखराय नमः" का जाप करें
- पूजा के उपरान्त शिव जी से कृपा की प्रार्थना करें
ग्रहण के बाद क्या करें