इस साल का पहला सूर्य ग्रहण 29 मार्च को लगेगा. हालांकि ये सूर्य ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा इसलिए सूतक काल भी नहीं लगेगा. इस बार शनि की वजह से प्राकृतिक आपदाओं की आशंका है. आइए जानते हैं शनि के प्रभाव और ग्रहण के उपाय.
मकर राशि
मकर राशि वालों के लिए शनि का प्रभाव विशेष रूप से महत्वपूर्ण है. ज्योतिषाचार्य ने शनि के प्रभाव से मकर राशि वालों को स्वास्थ्य और यात्रा में सावधानी बरतने की सलाह दी है. आपको अपनी हेल्थ का ध्यान रखना है. ट्रैवलिंग अगर आप करते हो तो उससे आपको थोड़ा सा सोच समझ के ट्रैवलिंग करनी चाहिए. शनि के प्रभाव से मकर राशि वालों को आलस्य से बचने और मेहनत करने की सलाह दी गई है.
कुंभ राशि
कुंभ राशि वालों के लिए शनि का प्रभाव बहुत ही सकारात्मक बताया गया है. कुंभ राशि वालों को अच्छे प्रोजेक्ट्स मिलने की संभावना है और आर्थिक वृद्धि की भी संभावना है. कुंभ राशि वालों को कोई अच्छे प्रोजेक्ट मिलने वाले हैं. मेहनत के जो रिसाल्ट हैं, वो भी आपको मिलने वाले हैं. शनि के प्रभाव से कुंभ राशि वालों को बड़े इन्वेस्टमेंट्स और आर्थिक लाभ की संभावना है.
मीन राशि
मीन राशि वालों के लिए शनि का प्रभाव थोड़ा चुनौतीपूर्ण बताया गया है. मीन राशि वालों को बच्चों और बुजुर्गों का विशेष ध्यान रखना चाहिए. आप कोशिश करें की अपने बच्चों को अगर वो किसी ट्रैवेल पे जा रहे हैं तो कोशिश करें की उनके साथ आप रहे. शनि के प्रभाव से मीन राशि वालों को भगवान शिव की आराधना करने की सलाह दी गई है.
मेष राशि
मेष राशि वालों के लिए विशेष सावधानियां बरतने की आवश्यकता है. मेष राशि एक अग्नि तत्व वाली राशि है और शनि वायु है. अब आग और वायु का कनेक्शन आप लोग जानते हैं कि अग्नि में वायु जो है एकदम भड़क जाता है. अग्नि लगने की घटना ज्यादा हो जाती है. इसलिए मेष राशि वालों को गुस्सा और क्रोध पर नियंत्रण रखना जरूरी है.
ग्रहण के उपाय
ज्योतिषाचारर्यों ने विभिन्न राशियों के लिए ग्रहण के उपाय भी बताए हैं. मकर राशि वालों को काले उड़द के पानी में डालकर स्नान करने और काले गुलाब जामुन का दान करने की सलाह दी है. कुंभ राशि वालों को काले तिल जल में डालकर स्नान करने और कोल्ड ड्रिंक का दान करने की सलाह दी. मीन राशि वालों को केसर या हल्दी पानी में डालकर स्नान करने और पपीता और अनार का दान करने की सलाह दी.
नवरात्र के उपाय
शनि के प्रभाव को कम करने के लिए नवरात्र के दौरान विशेष उपाय करने की सलाह ज्योतिषाचार्य ने दी. नवरात्र जो आ रही हैं तो कहते हैं कलऊ चंडी विनायक हो, कलयुग में कौन चंडी और विनायक जो तक्षण आपको पूजा में फल की प्रदान करते हैं. शनि के प्रभाव को कम करने के लिए कुंजिका स्रोत और महिषासुरमर्दिनी स्रोत का पाठ करने की सलाह दी गई.