9 दिनों का महापर्व नवरात्रि कुछ ही दिनों में खत्म हो जाएगी. नवरात्रि के खत्म होने के बाद लोग दिवाली पर्व के लिए घर की सफाई शुरू कर देंगे. मान्यताओं के अनुसार दिवाली की सफाई घर में ऊर्जा के सुचारू प्रवाह को सुनिश्चित करने के लिए के लिए किया जाता है. इसके साथ ही घर में मां लक्ष्मी का आगमन हो इसके लिए भी किया जाता है. वास्तु शास्त्र में दिवाली की सफाई किस तरह से करनी चाहिए.
दिवाली पर घर का मुख्य द्वार को किस तरह तैयार करें
दिवाली की सफाई करने के दौरान घर के मुख्य द्वार को अच्छी तरह से साफ करें. ध्यान रखें कि दरवाजे को खोलने या बंद करने के दौरान कर्कश आवाज न आए. घर से किसी भी बीमारी को दूर रखने के लिए प्रवेश द्वार पर चांदी का स्वस्तिक रखें. इसके साथ ही प्रवेश द्वार पर मां लक्ष्मी के चरण चिन्ह बनाएं. दरवाजे की सजावट के लिए आम के पत्ते, कनेर, पीपल और अशोक के पेड़ बंदरवाल बनाकर उसे सजाएं. ऐसा करने से घर में लक्ष्मी का आगमन होगा.
घर के अंदर करें ये बदलाव
दिवाली की सजावट के दौरान घर के अंदर किसी बर्तन में पानी डालें. इसके बाद उसे घर के उत्तर/पूर्व कोने में रखें. घर के उत्तर/पूर्व कोने में स्वास्तिक के साथ रंगोली, ओम चिन्ह बनाएं. दिवाली पर्व के दिन घर के दक्षिण-पूर्व कोने में मिट्टी के दीये जलाएं.
दिपावली के दिन करें ये वास्तु टिप्स
दीपावली पर्व के दिन मुख्य द्वार पर मिट्टी के दो बड़े दीये जलाए. इसके साथ ही देवी लक्ष्मी, भगवान गणेश, भगवान कुबेर और भगवान इंद्र का प्रतिनिधित्व करते हुए, चार के सेट में दीया रखें. घर के केंद्र में गुलाब की पंखुड़ियों और पानी के साथ तैरती मोमबत्तियां रखें. ऐसा करने से घर में पॉजिटिव वाइब्स आती है.
वास्तु के अनुसार दें ये गिफ्ट
वास्तु शास्त्र के अनुसार दिपावली के पर्व पर क्रिस्टल उपहार के रूप में दें. वहीं प्राचीन वस्तुओं को उपहार के रूप में नहीं देना चाहिए. इसके साथ ही दीपावली पर चमड़े से बनी किसी भी वस्तु को उपहार के रूप में नहीं देना चाहिए. इस पर्व पर पेंटिंग के रूप में उपहार देना शुभ होता है.