वास्तु शास्त्र में दिशाओं को बड़ा महत्व दिया गया है. घर बनाने से लेकर घर में रखी चीजों के बारे में विस्तार से बताया गया है. जैसे किस सामान को घर में कहां और किस दिशा में रखा जाए ताकि वास्तु दोष का कारण न बने. कई बार जाने अनजाने में लोग दिशाओं का ध्यान नहीं रखते जिससे उनको कई तरह की परेशानियों से गुजरना पड़ता है. कुछ लोग वास्तु शास्त्र को मानते हैं और इसे फॉलो भी करते हैं लेकिन वहीं कुछ लोग इसको नहीं मानते. लेकिन वास्तु शास्त्र में कहा गया है कि मानने और न मानने से उसका प्रभाव खत्म नहीं हो जाता. बस अंतर इतना ही है जो लोग इसे मानकर सही ढंग से फॉलो करते हैं उनकी जिंदगी में काफी सुखद बदलाव आता है और वहीं जो लोग इसको फॉलो नहीं करते उनको परेशानियों का सामना करना पड़ता है. वास्तु में डस्टबिन के बारे में भी बताया गया है. लोग घर को साफ कर पूरा कचड़ा डस्टबिन में डालते तो हैं लेकिन अगर डस्टबिन रखने के दिशा का ध्यान नहीं रखते तो समस्याएं बढ़ जाती है. यानी घर तो साफ रहता है लेकिन बाकी परेशानियां जन्म ले लेती है. ऐसे में हम आपको वास्तु के अनुसार डस्टबिन रखने की गलत और सही दिशा बताने जा रहे हैं.
इस दिशा में गलती से भी न रखें
पूर्व, उत्तर, उत्तर पूर्व, दक्षिण पूर्व की दिशा में गलती से भी डस्टबिन को न रखें. इससे शारीरिक आर्थिक मानसिक समेत कई तरह की परेशानियां शुरू हो जाती है. ऐसा माना गया है कि दक्षिण पूर्व की दिशा में डस्टबिन रखने से व्यक्ति को आर्थिक रूप से नुकसान सहना पड़ता है. कई बार धन तो आता है लेकिन ठहरता नहीं है. यानी फिजूलखर्ची बढ़ जाती है. वहीं पूर्व की दिशा में इसे रखने से व्यक्ति के विकास में बाधा बनता है. अगर बात करें उत्तर दिशा की तो अगर इस दिशा में डस्टबिन रखा हुआ है तो यह जीवन में मिलने वाले अवसरों में रुकावट पैदा करता है.
इस दिशा को माना गया है उत्तम
डस्टबिन रखने की सही दिशा वास्तु शास्त्र में दक्षिण पश्चिम और उत्तर पश्चिम को माना गया है. इस दिशा में डस्टबिन को रखा जाए तो वास्तु दोष का कारण भी नहीं बनता और नेगेटिव एनर्जी से भी छुटकारा मिलता है. इसके साथ यह भी ध्यान रखें कि घर के मेन गेट के सामने भूलकर भी इसे न रखें चाहे दिशा कोई सी भी हो. इसके अलावा इसे बेडरूम में भी न रखें. चूंकि डस्टबिन में कचड़ा जमा होता है तो समय-समय पर इसे अच्छे से साफ करते रहें ताकि कीटाणु न पनपे.