होलिका दहन शुरू हो जाने पर वहाँ जाएँ. अग्नि को प्रणाम करें , भूमि पर जल डालें. इसके बाद अग्नि में गेंहू की बालियां , गोबर के उपले, और काले तिल के दाने डालें. अग्नि की परिक्रमा कम से कम तीन बार करें. इसके बाद अग्नि को प्रणाम करके अपनी मनोकामनाएं कहें. होलिका की अग्नि की राख से स्वयं का और घर के लोगों का तिलक करें.