दुनिया का टॉप बिजनेस रियलिटी शो फॉर्मेट-शार्क टैंक ने भारत आकर एकदम तस्वीर बदल दी. इस शो ने बहुत से स्टार्टअप्स को फंडिंग देकर सपोर्ट किया है और बहुत से लोगों को स्टार्टअप शुरू करने के लिए मोटिवेट किया है. शो के पहले सीजन में हमें कई दिलचस्प बिजनेस आइडियाज के बारे में पता चला. जुगाडू कमलेश से लेकर स्किपी आइस पॉप्स तक, कई पिच शार्क्स के साथ-साथ लोगों को भी पसंद आई. हालांकि, इस बार दूसरे सीजन में शार्क्स को कई फूड ब्रांड्स ने प्रभावित किया है. आज हम आपको बता रहे हैं शो में अच्छी फंडिंग हासिल करने वाले फूड स्टार्टअप्स के बारे में
ग्रीन स्नैक कंपनी
शार्क टैंक इंडिया के दूसरे सीज़न में जैस्मीन कौर शारदा और केतन शारदा ने अपने ग्रीन स्नैक ब्रांड के लिए पिच की. दंपति ने बताया कि कैसे उनके हेल्दी मंचिंग स्नैक्स लोगों को जंक और अनहेल्दी खाने से रोकने में कारगर हैं. उन्होंने 2 प्रतिशत इक्विटी के लिए 1 करोड़ रुपये मांगे. पिच के अंत तक, विनीता सिंह ने उन्हें 8 प्रतिशत इक्विटी के लिए मांगी गई राशि की पेशकश की और उन्होंने स्वीकार कर लिया. (Photo: Instagram)
ज़ोफ़
रायपुर के दो भाई आकाश और आशीष अग्रवाल शार्क टैंक इंडिया के दूसरे सीज़न में आए और अपने ब्रांड ज़ोन ऑफ़ फ्रेश फ़ूड (ZOFF) को पिच किया. वे मसाला उद्योग में उभरते खिलाड़ियों में हैं और उन्होंने अपनी पिच में 1 करोड़ रुपये की फंडिंग मांगी. अपनी पिच के अंत में उन्हें प्रसिद्ध उद्यमी और boAt के सह-संस्थापक और CMO, अमन गुप्ता से 1.25% की इक्विटी के बदले फंडिंग मिली. (Photo: Instagram)
दरियागंज
शार्क टैंक इंडिया के दूसरे सीज़न में नॉर्थ इंडियन फूड के लिए जाने जाने वाले सबसे प्रमाणिक और स्वादिष्ट रेस्तरां में से एक 'दरियागंज' के लिए एक पिच देखने को मिली. राघव जग्गी, गुरप्रीत सिंह और अमित बग्गा ने कुंदन लाल जग्गी की कहानी सुनाई जो पेशावर से दरियागंज आए थे और 1947 में बटर चिकन और दाल मखनी को इनोवेट किया. 100 रेस्तरां खोलने के अपने दृष्टिकोण से प्रेरित होकर, तीनों ने 0.5% इक्विटी के लिए 90 लाख रुपये मांगे. BoAt के सीईओ अमन ने उनके बटर चिकन व्यंजन के साथ अपने प्यार का इजहार किया. काफी चर्चा और बातचीत के बाद, अमन ने 1% इक्विटी के बदले 90 लाख की फंडिग दी और साथ ही, शर्त रखी कि उन्हें सेकेंडरी ऑफलोड में भी शामिल किया जाए. (Photo: Instagram)
वीएस मणि एंड कंपनी
दक्षिण भारतीय फिल्टर कॉफी, मसाले और स्नैक्स का प्रामाणिक स्वाद लाते हुए, वीएस मणि एंड कंपनी के संस्थापक जीडी प्रसाद, राहुल बजाज और यश अलूर ने शार्क टैंक इंडिया के दूसरे सीज़न में 1.5 प्रतिशत इक्विटी के लिए 60 लाख रुपये मांगे. अपनी पिच के अंत तक, तीनों ने Shaadi.com के संस्थापक और सीईओ अनुपम मित्तल और एमक्योर फार्मास्युटिकल की कार्यकारी निदेशक नमिता थापर से फंडिंग ले ली. (Photo: Instagram)
लिकस्टर्स
लिकस्टर्स उभरते हुए ब्रांडों में से एक है जो प्रामाणिक फलों और सामग्रियों का उपयोग करके आइसक्रीम और पॉप्सिकल्स बनाता है. इसके संस्थापक दिव्या सुब्बुराज और परिमल कलिकर ने अपनी कंपनी में 5 प्रतिशत हिस्सेदारी के लिए 50 लाख रुपये मांगे. एक के बाद एक, शार्क ने निवेश से किनारा कर लिया. हालांकि, कार देखो.कॉम के सह-संस्थापक और सीईओ अमित जैन के हटने के बावजूद, लिक्स्टर्स के संस्थापक परिमल ने अमित को मना लिया और उनसे 25 साख रुपये का कर्ज और 5 प्रतिशत इक्विटी के लिए 25 लाख रुपये की फंडिंग ली. (Photo: Instagram)