फेसबुक के बाद अब अपना मेटावर्स लाने की तैयारी में डिज्नी, जल्द सामने आ सकती हैं डिटेल्स

मेटावर्स एक थ्री-डी डिजिटल दुनिया है जहां लोग अपने डिजिटल अवतार के माध्यम से एक दूसरे के साथ बातचीत करते हैं. इससे पहले कंपनी ने डिज्नी मूवीज वीआर लॉन्च किया था.

अपना मेटावर्स लाएगा डिज्नी
gnttv.com
  • नई दिल्ली ,
  • 11 नवंबर 2021,
  • अपडेटेड 3:18 PM IST
  • मेटावर्स एक थ्री-डी डिजिटल दुनिया है.
  • डिज्नी की मेटावर्स की दुनिया में प्रवेश करने की तैयारी.

 इंटरनेट पर इस समय सबसे ज्यादा चर्चा में चल रहे मेटावर्स (metaverse) की दुनिया में कदम रखने वाली लेटेस्ट कंपनी का नाम डिज्नी (Disney) है. डिज्नी के सीईओ बॉब चापेक (Bob Chapek) ने कहा कि कंपनी मेटावर्स की दुनिया में प्रवेश करने की तैयारी कर रही है. यह नई तकनीकों को अपनाने के कंपनी के पुराने इतिहास के अनुरूप है. बॉब चापेक ने यह घोषणा करने के अलावा कि डिज्नी अपना मेटावर्स बनाएगा इस बारे में कोई और डिटेल नहीं दी. 

बॉब चापेक ने कहा, "आज तक के हमारे प्रयास उस समय के लिए केवल एक प्रस्तावना हैं जब हम भौतिक और डिजिटल दुनिया को और ज्यादा एक-दूसरे से जोड़ने में सक्षम होंगे. जिससे हमारे अपने डिज्नी मेटावर्स में सीमाओं के बिना कहानी कहने की इजाजत होगी. साथ ही हम उपभोक्ताओं के लिए अद्वितीय अवसर बनाने के लिए तैयार हैं जो हमारे उत्पादों और प्लेटफॉर्मों पर डिज्नी की पेश की गयी हर चीज का अनुभव करें, चाहे उपभोक्ता कहीं भी हो."

इससे पहले कंपनी ने डिज्नी मूवीज वीआर लॉन्च किया था 

डिज्नी के डिजिटल के पूर्व कार्यकारी उपाध्यक्ष, तिलक मंडाडी ने 2020 में लिंक्डइन पर जो लिखा था उसके अनुसार हम थीम पार्क मेटावर्स की तरह कुछ भी उम्मीद कर सकते हैं. यहां लोग वियरेबल, स्मार्टफोन और डिजिटल एक्सेस पॉइंट के जरिए डिजिटल दुनिया का अनुभव करने में सक्षम होंगे. खैर यह भौतिक और डिजिटल दुनिया के संयोजन में डिज्नी का पहला प्रयास नहीं होगा. इससे पहले भी कंपनी ने डिज्नी मूवीज वीआर लॉन्च किया जो मार्वल, लुकासफिल्म और पिक्सर से अलग-अलग डिज्नी दुनिया का एक थ्री-डी अनुभव देता है. ये वर्चुअल रियालिटी अनुभव ओकुलस वीआर के जरिए उपलब्ध हैं. 

क्या है  मेटावर्स?

मेटावर्स एक थ्री-डी डिजिटल दुनिया है जहां लोग अपने डिजिटल अवतार के माध्यम से एक दूसरे के साथ बातचीत करते हैं.  इसकी मदद से लोग न केवल सामाजिककरण करने में सक्षम होंगे, बल्कि खरीदारी भी कर सकेंगे. लोग ना सिर्फ इससे कई तरह अनुभव ले सकेंगे, परियोजनाओं पर सहयोग कर सकेंगे साथ ही और भी बहुत कुछ कर सकेंगे.  

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