Dhingra Brothers Success Story: विजय माल्या की डूबती कंपनी को खरीद बनाया 67000 करोड़ का कारोबार, कहानी देश की दूसरी सबसे बड़ी पेंट कंपनी की

कुलदीप और गुरबचन ढींगरा पंजाब से ताल्लुक रखते हैं. आजादी से कई साल पहले साल 1898 में उनके परदादा ने अमृतसर में पेंट की दुकान खोली थी. और आज ढींगरा ब्रदर्स कई हजार करोड़ रुपए की पेंट कंपनी संभाल रहे हैं.

Dhingra Brothers Success Story
निशा डागर तंवर
  • नई दिल्ली ,
  • 29 अगस्त 2024,
  • अपडेटेड 3:44 PM IST
  • आजादी से पहले परिवार ने शुरू की थी पेंट की दुकान
  • माल्या की कंपनी खरीद बनाया करोड़ों का कारोबार

Berger Paints भारत की दूसरी सबसे बड़ी पेंट कंपनी है. इस कंपनी की सफलता की कहानी दो भाईयों की दूरदर्शी भाई सोच और मेहनत का नतीजा है. कुलदीप सिंह ढींगरा और गुरबचन सिंह ढींगरा ने इस कंपनी को न सिर्फ दिवालिया होने से बचाया बल्कि आज यह कंपनी भारत के अग्रणी पेंट दिग्गजों में से एक है. 

उनका सफर तब शुरू हुआ जब विजय माल्या ने वित्तीय समस्याओं  का सामना करते हुए एक डूबती हुई कंपनी को महज कुछ करोड़ में इन भाइयों को सौंप दिया. बाद में, कुलदीप और गुरबचन ने इस उद्यम को कई हजार करोड़ रुपए का बना दिया है. कंपनी का दायरा भारतीय सीमाओं से परे रूस, पोलैंड, नेपाल और बांग्लादेश सहित देशों में फैला हुआ है. 

दुकान से की थी शुरुआत
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो पंजाब के अमृतसर से ताल्लुक रखने वाले ढींगरा परिवार का पेंट इंडस्ट्री से संबंध 1898 से है. कुलदीप और गुरबचन के परदादा ने अमृतसर में पहली पेंट की दुकान शुरू की थी. इसके कई सालों बाद, कुलदीप और गुरबचन ने दिल्ली विश्वविद्यालय में अपनी शिक्षा पूरी करने के बाद, परिवार की पेंट की दुकान को संभाला.

लेकिन उन्होंने इसे आगे बढ़ाने पर फोकस किया. उन्होंने अमृतसर में नए स्टोर शुरू किए. इन स्टोर्स से 1970 के दशक तक उनका कारोबार लगभग 10 लाख रुपये सालाना था. अगले 10 सालों में 300 करोड़ रुपये के वार्षिक कारोबार के साथ वे सोवियत संघ में पेंट के सबसे बड़े निर्यातक बन गए. 

माल्या से खरीदी कंपनी 
ढींगरा ब्रदर्स की जिंदगी में 1990 के दशक में एक महत्वपूर्ण मोड़ आया जब उन्होंने एक पॉपुलर ब्रिटिश पेंट कंपनी बर्जर पेंट्स का विजय माल्या से अधिग्रहण किया. उनकी इनोवेटिव मार्केटिंग स्ट्रेटजी और क्वालिटी पर फोकस ने ब्रांड को फिर से मजबूत किया. आज, बर्जर पेंट्स ढींगरा ब्रदर्स के कमर्शियल स्किल्स और मेहनत के प्रमाण के रूप में खड़ा है.

कुलदीप सिंह ढींगरा चेयरमैन के रूप में कार्यरत हैं, जबकि गुरबचन सिंह ढींगरा वाइस-चेयरमैन के पद पर हैं. फोर्ब्स के अनुसार, ढींगरा ब्रदर्स की संयुक्त कुल संपत्ति 8.2 बिलियन डॉलर है, जो लगभग 68,467 करोड़ रुपये के बराबर है. आज ढींगरा ब्रदर्स भारत के सबसे अमीर परिवारों में से एक हैं. उनकी कहानी दुनिया के हर उस युवा के लिए प्रेरणा है जो अपने बिजनेस के लिए रिस्क लना चाहते हैं. 

 

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