इंडिया बनाम भारत के नाम पर छिड़ी बहस के बीच जानी मानी लॉजिस्टिक्स कंपनी ब्लू डार्ट ने बड़ी घोषणा की है. कंपनी ने कहा कि वह भारत में अपनी प्रीमियम डिलीवरी सेवा को "डार्ट प्लस" से "भारत डार्ट" में बदल रही है. एक एक्सचेंज फाइलिंग में ब्लू डार्ट ने इसकी जानकारी दी. स्टॉक एक्सचेंज फाइलिंग में, ब्लू डार्ट ने कहा, "यह रणनीतिक परिवर्तन ब्लू डार्ट की चल रही यात्रा में एक मील का पत्थर है, जो भारत की विविध आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए इसकी अटूट प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है."
कंपनी ने क्या कहा
ब्लू डार्ट के प्रबंध निदेशक बाल्फोर मैनुअल ने कहा, ''यह री-ब्रांडिंग हमारे देश के लिए बेहद अहम है क्योंकि हम देश भर में सेवा जारी रख रहे हैं. भारत डार्ट हमारी कंपनी और देश के लिए एक नए रोमांचक अध्याय में पहला कदम है.'' कंपनी के मुताबिक भारत डार्ट, भारत में एक्सप्रेस लॉजिस्टिक सेवा को फिर से परिभाषित करने के लिए तैयार है. घोषणा के बाद कंपनी के शेयरों में 2 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि हुई है.
क्या हो सकती है वजह
यह घोषणा जी20 प्रतिनिधियों को निमंत्रण 'प्रेसिडेंट ऑफ इंडिया' के बजाय 'भारत के राष्ट्रपति' की ओर से भेजे जाने के बाद आई है जिससे एक राजनीतिक विवाद खड़ा हो गया है. ऐसी अटकलें हैं कि 18 सितंबर से शुरू होने वाले संसद के विशेष सत्र में सरकार नाम परिवर्तन को औपचारिक रूप देने के लिए कदम उठा सकती है. नई दिल्ली जी20 शिखर सम्मेलन के दौरान प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की नेमप्लेट ने भी उन्हें 'भारत' के नेता के रूप में पहचाना. इससे पहले राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने जी 20 नेताओं के स्वागत के लिए रात्रिभोज के निमंत्रण में खुद को 'भारत के राष्ट्रपति' के रूप में संदर्भित किया था. इसके बाद से ही देश का नाम इंडिया से भारत करने को लेकर अटकलें लगाई जा रही हैं.