एयरलाइन विस्तारा आाज यानी 11 नवंबर को आखिरी उड़ान भरेगी. कल यानी 12 नवंबर से इसका मर्जर एयर इंडिया में हो जाएगा. इसके बाद एयर इंडिया देश की इकलौती फुल सर्विस कैरियर रहेगी. पिछले 17 साल में फुल सर्विस कैरियर की संख्या 5 घटकर एक हो गई है. इस मर्जर के बाद एयर इंडिया का डोमेस्टिक और इंटरनेशनल रूट्स का दबदबा बढ़ेगा. एयर इंडिया फुल सर्विस और लो कॉस्ट वाली पैसेंजर सर्विस दोनों को ऑपरेट करने वाली इकलौती डोमेस्टिक एयरलाइन होगी.
एयर इंडिया करेगी विस्तार का संचालन-
विस्तारा की आज आखिरी उड़ान है. अब इसका संचालन एयर इंडिया (Air India) करेगी. विस्तारा में टाटा ग्रुप और सिंगापुर एयरलाइंस की हिस्सेदारी है. मर्जर के बाद सिंगापुर एयरलाइंस को नई इंटीग्रेटेड एयरलाइन में 25.1 फीसदी की हिस्सेदारी होगी. मर्जर के बाद पहले महीने में विस्तारा टिकट वाले 115000 से ज्यादा मुसाफिर एयर इंडिया की फ्लाइट्स में सफर करेंगे.
एयर इंडिया की फ्लीट 214 होगी-
अभी एयर इंडिया का फ्लीट 144 है. इस मर्जर के बाद फ्लीट बढ़कर 214 हो जाएगा. टाटा ग्रुप की लो कॉस्ट कैरियर एयर इंडिया एक्सप्रेस के पास भी 90 विमान हैं. अभी एयर इंडिया ने 470 विमानों का ऑर्डर भी दिया है.
मर्जर के बाद विमान नए कोड के साथ उड़ान भरेंगे. एयरलाइन अब '2' से शुरू होने वाले फ्लाइट कोड के सााथ काम करेगी. मुसाफिरों को कोई दिक्कत ना हो, इसके लिए एयरपोर्ट्स पर हेल्प डेस्क बनाए जाएंगे.
कब से चल रहा है प्रोसेस-
एयर इंडिया और विस्तारा का मर्जर 29 नवंबर 2022 को हुआ था. इसके मर्जर की डेडलाइन 12 नवंबर तय की गई थी. इस मर्जर के होने के बाद सिंगापुर एयरलाइंस 3195 करोड़ रुपए का एक्स्ट्रा इन्वेस्टमेंट करेगी. विस्तारा ग्रुप की शुरुआत साल 2015 में टाटा ग्रुप और सिंगापुर एयरलाइंस ने मिलकर की थी. इसमें सिंगापुर एयरलाइंस की हिस्सेदारी 49 फीसदी थी. जबकि टाटा ग्रुप की हिस्सेदारी 51 फीसदी थी.
विस्तारा ने बदल दी थी एविएशन इंडस्ट्री-
विस्तारा एयरलाइन के आने से एविएशन इंडस्ट्री में कई बदलाव आए. विस्तारा एशिया की ऐसी पहली एयरलाइन बनी थी, जो फ्लाइट में स्टारबक्स कॉफी ऑफर करती थी. चलिए आपको बताते हैं कि विस्तारा के आने से एविएशन इंडस्ट्री में क्या-क्या बदलाव आया.
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