दिल्ली-एनसीआर (Delhi-NCR) के किसान (Farmer) अब अपनी जमीन को लीज पर देकर क्रिकेट मैदान (Cricket Grounds) बना रहे हैं. इससे उन्हें खेती से ज्यादा मुनाफा हो रहा है. किसानों का कहना है कि यह पहल इसलिए शुरू हुई क्योंकि खेती में घाटा हो रहा था और क्रिकेट मैदानों की कमी थी. नोएडा के एक किसान ने बताया, अब हमें इन खेल के मैदानों से इतना मुनाफा होता है, जितना खेती से समय, पैसा और मेहनत लगाने के बाद भी हासिल नहीं हो पाता था.
खेती से क्रिकेट मैदान तक
नोएडा की तस्वीरें दिखाती हैं कि जहां पहले फसलें लहलहाती थीं, अब वहां क्रिकेट के मैदान बन गए हैं. किसानों ने अपनी जमीन को लीज पर देकर उन्हें क्रिकेट मैदान में बदल दिया है. इस पहल से किसानों को सालाना 15 से 20 लाख रुपए की आमदनी हो रही है, जबकि खेती से उन्हें 10 से 15 लाख रुपए ही मिल पाते थे.
खिलाड़ियों को भी हो रहा फायदा
क्रिकेट मैदान बनने से खिलाड़ियों को भी फायदा हो रहा है. अब उन्हें खेलने के लिए स्टेडियम बुक नहीं करना पड़ता और कम कीमत में ही खेल का मैदान मिल जाता है. एक स्थानीय निवासी ने बताया कि सोसाइटी के पास में ही ग्राउंड्स हो गए हैं. अब हमारे बच्चे भी क्रिकेट एकेडमी में ट्रेनिंग ले सकते हैं.
किसानों में खुशी
किसानों को इस पहल से काफी फायदा हो रहा है. एक किसान ने बताया, अब कोई मेहनत के लिए तैयार नहीं है, इसलिए हमने अपनी जमीन को ग्राउंड में बदल दिया है. अब हमें फसलों से ज्यादा मुनाफा होता है. एक आंकड़े के अनुसार 16 से 20 बीघा जमीन पर एक क्रिकेट का मैदान तैयार हो जाता है, जिससे सालाना 15 से 20 लाख रुपए की आमदनी होती है जबकि 16 से 20 बीघा जमीन पर फसल उगाने से 10 से 15 लाख रुपए तक की ही आमदनी होती है. ऐसे में एनसीआर के किसान अब अपने खेतों को लीज पर देकर उन पर क्रिकेट के मैदान बनवा रहे हैं.