गुजरात के हीरा कारोबारी घनश्याम ढोलकिया को दिल खोलकर अपने कर्मचारियों को तोहफे देने के लिए जाना जाता है. ढोलकिया कभी दीवाली गिफ्ट में फ्लैट देते हैं तो कभी कर्मचारियों को गाड़ी देते है. घनश्याम ढोलकिया अपने कर्मचारियों की करोड़ों की एफडी भी करवा चुके हैं. कई कर्मचारियों को फैमिली के साथ विदेश का टूर भी कराया है. कर्मचारियों के साथ हमेशा खड़े रहने वाले कारोबारी घनश्याम ढोलकिया से जीएनटी की टीम ने बातचीत की. चलिए आपको बताते हैं कि उनके क्या बातचीत हुई.
आज तक किसी कर्मचारी को नहीं निकाला-
मशहूर कारोबारी घनश्याम ढोलकिया अपने कर्मचारियों के हमेशा खड़े रहते हैं. उन्होंने आज तक किसी कर्मचारी को कंपनी से बाहर का रास्ता नहीं दिखाया है. उन्होंने कहा कि आज तक किसी कर्मचारियों को कंपनी से नहीं निकाला है. कोरोना काल में जब पूरी दुनिया में कंपनियां कर्मचारियों की छंटनी कर रही थी. उस समय भी ढोलकिया ने किसी कर्मचारियों को बाहर नहीं किया. उन्होंने कहा कि कोरोना काल में उन्होंने एक भी कर्मचारी को नहीं निकाला.
कर्मचारियों का हित सबसे ऊपर-
जहां एक तरफ देश में उद्योगपतियों में ज्यादा से ज्यादा पैसे कमाने की होड़ लगी है, खुद को सबसे अमीर बनाने की दौड़ चल रही है. कंपनी के फायदे के लिए कर्मचारियों की हित की अनदेखी की जाती है. वहीं दूसरी तरफ ढोलकिया ऐसे कारोबारी हैं, जो कर्मचारियों का हित सबसे ऊपर रखते हैं. ढोलकिया बताते हैं कि रोजाना कर्मचारियों को एक घंटे एक्सरसाइज करने के लिए कहा जाता है, ताकि वो सेहतमंद रहें. इतना ही नहीं, ऑफिस या फैक्ट्री पहुंचने पर सबसे पहले प्रार्थना होती है, फिर राष्ट्रगान होता है और उसके बाद काम शुरू किया जाता है.
कस्टमर के नाम पर पेड़ लगाने की परंपरा-
घनश्याम ढोलकिया बताते हैं कि उनके जितने भी ग्राहक हैं. उन सबके नाम पर उन्होंने पेड़ लगाया है. अब तक 30 लाख से अधिक पेड़ लगवा चुके हैं. ढोलकिया का कहना है कि अगर कर्मचारी खुश हैं तो आपका काम अपने आप आगे बढ़ेगा. उन्होंने कहा कि हम कर्मचारियों की वजह से ही आगे बढ़ते हैं. इसलिए उनको हर साल दीवाली पर बड़ा बोनस देते हैं. घनश्याम ढोलकिया सभी उद्योगपतियों को अपने कर्मचारियों को फैमिली का हिस्सा समझना चाहिए.
किसान फैमिली से आते हैं ढोलकिया-
घनश्याम ढोलकिया गुजरात के बड़े हीरा कारोबारी हैं. लेकिन वो एक किसान परिवार से आते हैं. वो बताते हैं कि उनके पिता आज भी किसानी करते हैं. घनश्याम ढोलकिया का कारोबार आज देश विदेश में फैला हुआ है. ढोलकिया परिवार की एक परंपरा है. जिसमें परिवार के युवाओं को जीवन की कठिनाइयों का अनुभव करने के लिए पैसे कमाने के लिए भेजा जाता है. उनको हिदायत दी जाती है कि किसी को पता नहीं चलना चााहिए कि वो ढोलकिया परिवार से आते हैं.
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