Rose Cultivation: अब हमारे देश के किसान पारंपरिक खेती को छोड़कर नए प्रयोग के जरिए अधिक मुनाफा कमाने वाली फसलों की खेती कर रहे हैं. इससे वे साल में लाखों रुपए की कमाई कर रहे हैं. वे फूलों की खेती, सब्जियों की खेती कर रहे हैं. ऐसे ही उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले के रहने वाले किसान यदुनंदन पुजारी पारंपरिक खेती को छोड़ नए प्रयोग से गुलाब की खेती कर रहे हैं. इससे इनको अच्छा-खासा मुनाफा हो रहा है.
पारंपरिक खेती छोड़ शुरू की गुलाब की खेती
किसान यदुनंदन बताते हैं कि पारंपरिक खेती की तुलना में गुलाब की खेती में मेहनत कम, लागत कम और मुनाफा मोटा मिलता है. यदुनंदन ने बताया कि वह 1 एकड़ में गुलाब की खेती करते हैं. गुलाब के फूलों की मांग बाजार में हमेशा रहती है. इस समय गुलाब का फूल 100 से लेकर 120 रुपए प्रति किलो के हिसाब से मार्केट में बिक रहा है. वह रोज 60 से 70 किलो गुलाब इस समय बेच रहे हैं. इससे उन्हें काफी आमदनी हो रही है.
हर सीजन में गुलाब की मांग
किसान यदुनंदन पुजारी कहते हैं कि यदि कोई किसान भाई 1 हेक्टेयर में 1 लाख रुपए की लागत लगाकर गुलाब की खेती करते हैं, तो साल भर में आसानी से 7 लाख रुपए तक की आमदनी कर सकते हैं. पर्व-त्योहार, शादी-विवाह पर फूलों की काफी मांग रहती है. इस तरह हर सीजन में मांग की वजह से फूलों की खेती किसानों के लिए अच्छा मुनाफे का सौदा है.
साल में इतनी बार कर सकते हैं गुलाब की खेती
किसान यदुनंदन पुजारी बताते हैं कि गुलाब के फूल की खेती किसान भाई साल में दो बार कर सकते हैं. पहली गुलाब की फसल नवंबर से मार्च और दूसरी मार्च से अक्टूबर तक तैयार हो जाती है. गुलाब के फूल की खेती के लिए किसान भाई इसके बीज भी लगा सकते हैं और गुलाब फूल के पौधे को कटिंग के जरिए भी लगाया जा सकता है.
गुलाब फूल की खेती करते समय इन बातों का रखें ध्यान
किसानों को गुलाब फूल की खेती करते समय कुछ विशेष बातों का ध्यान रखना चाहिए. यदि गुलाब फूल की टी बडिंग से रोपण किया जाए तो इसका लाभ काफी मिलता है. गुलाब फूल के पौधों की दूरी एक से डेढ़ मीटर की होनी चाहिए. इस फूल की खेती के लिए दोमट मिट्टी अच्छी मानी जाती है. गुलाब की खेती करते समय इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि जल निकासी की व्यवस्था अच्छी हो क्योंकि खेत में पानी का जमाव नहीं होना चाहिए.
इतने दिनों पर पौधों में दें पानी
गुलाब के पौधों को गर्मी के दिनों में दो से तीन दिनों में पानी देना होता है. ठंड के मौसम में आप 7 से 10 दिनों के भीतर पानी दे सकते हैं. गुलाब की खेती के लिए सूर्य की रोशनी जरूरी है क्योंकि छायादार जगहों पर गुलाब के पौधों का पूरी तरह विकास नहीं हो पाता है. गुलाब की खेती करते समय इसकी किस्मों का भी ध्यान रखना चाहिए. हमारे देश में गुलाब फूल के ढेरों प्रजातियां हैं. इनमें हाइब्रीड टी गुलाब को सबसे अच्छा माना जाता है. गुलाब की प्रिंसेस, चितचोर, बंजारन, कविता, दीपिका आदि किस्मों को सदाबहार गुलाब फूल माना जाता है.