अगर आपको भी क्रिप्टो वॉलेट में मिल रहे हैं Free Coin या Token तो हो जाएं सावधान! जानिए क्या हैं Crypto Airdrops

Cryptocurrency Airdrops: आमतौर पर एयरड्रॉप एक व्यापक मार्केटिंग स्ट्रेटेजी का हिस्सा होता है जिसमें सोशल मीडिया प्रमोशन, ब्लॉग पोस्ट और क्रिप्टो धारक भागीदारी के अलग-अलग लेवल शामिल होते हैं. हालांकि, एयरड्रॉप का इस्तेमाल गलत चीजों के लिए भी किया जा सकता है, इसलिए यूजर्स को सावधान रहने की जरूरत है. चूंकि उन्हें प्रोमोशनल टूल के रूप में माना जाता है, इसलिए अगर कोई प्रोजेक्ट किसी प्रकार के इन्वेस्टमेंट की मांग करते हैं तो आपको सतर्क रहना चाहिए.

Cryptocurrency
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 07 जनवरी 2022,
  • अपडेटेड 10:59 AM IST
  • एयरड्रॉप एक व्यापक मार्केटिंग स्ट्रेटेजी का हिस्सा होता है
  • क्रिप्टो कम्युनिटी में सभी एयरड्रॉप एक समान नहीं हैं. इसमें कुछ रिस्क भी हैं.

Cryptocurrency Updates: क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) की दुनिया में, एयरड्रॉप (Airdrop) एक मार्केटिंग स्ट्रेटेजी है जिसका उपयोग ब्लॉकचैन-आधारित स्टार्टअप अपने प्लेटफॉर्म के उपयोग को प्रमोट करने के लिए करते हैं. इसमें एक नई वर्चुअल करेंसी को बढ़ावा देने के लिए पब्लिक क्रिप्टो वॉलेट वाले यूजर को फ्री सिक्के या टोकन प्रदान करना शामिल है. ये ठीक ऐसा ही है जैसे सुपरमार्केट में किसी सामान के सैंपल को फ्री में देना ताकि उसकी बिक्री को बढ़ाया जा सके. 

आमतौर पर एयरड्रॉप एक व्यापक मार्केटिंग स्ट्रेटेजी का हिस्सा होता है जिसमें सोशल मीडिया प्रमोशन, ब्लॉग पोस्ट और क्रिप्टो धारक भागीदारी के अलग-अलग लेवल शामिल होते हैं. हालांकि, एयरड्रॉप का इस्तेमाल गलत चीजों के लिए भी किया जा सकता है, इसलिए यूजर्स को सावधान रहने की जरूरत है. चूंकि उन्हें प्रोमोशनल टूल के रूप में माना जाता है, इसलिए अगर कोई प्रोजेक्ट किसी प्रकार के इन्वेस्टमेंट की मांग करते हैं तो आपको सतर्क रहना चाहिए.  

एयरड्रॉप कैसे काम करते हैं? 

नई ब्लॉकचैन-आधारित कंपनियां पहले अपनी वेबसाइट या क्रिप्टोकुरेंसी फोरम पर अपनी वर्चुअल करेंसी के लिए एयरड्रॉप का प्रचार शुरू करती हैं. जागरूकता पैदा करने के बाद, कंपनी उन क्रिप्टोकरेंसी वॉलेट धारकों को सिक्का या टोकन भेजती है जो पहले से ही इसका इस्तेमाल करते हैं. 

किसे भेजा जाता है टोकन? 

अब, आप सोच सकते हैं कि कंपनी कैसे तय करती है कि टोकन किसे भेजना है? खैर, कुछ कारक हैं जो इसमें मदद करते हैं. कई कंपनियां और स्टार्टअप नई वर्चुअल करेंसी को ब्लॉकचैन कम्युनिटी के एक्टिव यूजर्स के वॉलेट में भेजते हैं. हालांकि, कुछ कंपनियों को प्रमोशन एक्टिविटीज में भाग लेने के लिए वॉलेट धारक की जरूरत हो सकती है जैसे वर्चुअल करेंसी के बारे में ट्वीट करना या किसी प्रतिष्ठित क्रिप्टो मंच पर पोस्ट करना. 

इनमें से कई कंपनियां अक्सर उन धारकों को नए टोकन भेजती हैं जिनके वॉलेट में ईथर या बिटकॉइन होते हैं क्योंकि बिटकॉइन और एथेरियम कम्युनिटीज क्रिप्टो-क्षेत्र में सबसे बड़े होते हैं. 

क्रिप्टो में एयरड्रॉप क्यों जरूरी हैं? 

जैसे-जैसे क्रिप्टो की मांग बढ़ती जा रही है, नए स्टार्टअप के लिए भीड़ भरे बाजार में बाहर खड़े होना मुश्किल हो गया है.  एक वर्चुअल कॉइन की लाइफ साईकल इस बात पर निर्भर करती है कि कितने लोग व्यापार कर रहे हैं और इसका इस्तेमाल कर रहे हैं. कॉइनडेस्क के सलाहकार बोर्ड के अध्यक्ष और एमआईटी के ब्लॉकचैन रिसर्च इनिशिएटिव के सलाहकार माइकल जे केसी ने ब्लॉग पर लिखा, "एक करेंसी अगर कहीं इस्तेमाल नहीं हो रही है तो उसकी कोई कीमत नहीं है." 

क्या है एयरड्रॉप में रिस्क? 

आपको बता दें, क्रिप्टो कम्युनिटी में सभी एयरड्रॉप एक समान नहीं हैं. इसमें कुछ रिस्क भी हैं. कुछ संस्थाएं गलत तरीकों के लिए इन मार्केटिंग टूल का फायदा लेती हैं. इसका पता आप ऐसे लगा सकते हैं कि अगर कोई यूजर एयरड्रॉप के लिए टोकन के बदले में ईथर और बिटकॉइन जैसी क्रिप्टोकरेंसी की एक निश्चित राशि भेजने के लिए कहता है, तो हो सकता है वो सोर्स ठीक न हो. यह आमतौर पर आपके पैसे चुराने के लिए स्कैमर्स का एक तरीका हो सकता है.

 

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