India's Richest 1% Criteria: भारत के 1% अमीरों की लिस्ट में चाहते हैं नाम, तो कमाने होंगे इतने रुपए

भारत जैसे देश में हर इंसान अमीर होने का मतलब बंगला, गाड़ी और जमीन जायदाद समझता है. ग्लोबल रियल एस्टेट कंसल्टेंसी नाइट फ्रैंक ने अपनी अपडेटेड वेल्थ रिपोर्ट जारी की है, जिसमें ये बताया गया है कि अलग-अलग देशों में सबसे अमीर एक प्रतिशत में शामिल होने का क्या मतलब है.

भारत के 1% अमीरों की लिस्ट में चाहते हैं नाम, तो कमाने होंगे इतने रुपए
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 18 मई 2023,
  • अपडेटेड 1:35 PM IST
  • भारत में अमीर कहलाने के लिए होनी चाहिए इतनी नेटवर्थ
  • भारत दक्षिण अफ्रीका, फिलीपींस और केन्या से ऊपर 22वें स्थान पर है

बहुत से लोग मानते हैं कि अमीर होने का मतलब एक अच्छा घर, एक महंगी कार और बहुत सी जमीन जायदाद का मालिक होना. लेकिन क्या आप जानते हैं कि दुनिया के सबसे धनी एक प्रतिशत में होने की परिभाषा हमारी कल्पना से काफी अलग है. ग्लोबल रियल एस्टेट कंसल्टेंसी नाइट फ्रैंक ने अपनी अपडेटेड वेल्थ रिपोर्ट जारी की है, जिसमें ये बताया गया है कि अलग-अलग देशों में सबसे अमीर एक प्रतिशत में शामिल होने का क्या मतलब है.

बता दें कि मोनाको इस लिस्ट में सबसे ऊपर है. मोनाको में किसी भी व्यक्ति को 1% रिच की लिस्ट में आने के लिए 8-फीगर सैलरी की जरूरत है. नाइट फ्रैंक के शोध के अनुसार, मोनाको के सबसे अमीर 1% के लिए प्रवेश बिंदु 12.4 मिलियन अमेरिकी डॉलर है.

भारत में अमीर कहलाने के लिए होनी चाहिए इतनी नेटवर्थ
अब आप सोच रहे होंगे की भारत में अमीर होने के लिए कितनी वेल्थ की जरूरत है. कंपनी की वेल्थ रिपोर्ट में भारत उन 25 देशों की सूची में शामिल है जहां एंट्री लेवल 175,000 डॉलर (1.44 करोड़ रुपये) है. भारत दक्षिण अफ्रीका, फिलीपींस और केन्या से ऊपर 22वें स्थान पर है. नाइट फ्रैंक की 2022 की रिपोर्ट के अनुसार, भारत में अल्ट्रा-हाई-नेट-वर्थ-इंडिविजुअल्स की संख्या उछाल वाले इक्विटी बाजारों और डिजिटल क्रांति के पीछे 11 प्रतिशत बढ़ी है.

एशियाई देशों के क्या हैं हाल?
वहीं एशियाई देशों की बात करें तो हांगकांग में शीर्ष एक प्रतिशत में होने के लिए आपके पास 3.4 मिलियन डॉलर होने चाहिए, वहीं सिंगापुर में 3.5 मिलियन डॉलर होने चाहिए. फोर्ब्स के अनुसार, अरबपतियों की 2023 की सूची में 169 भारतीय थे, जो पिछले साल 166 थे. पिछले एक साल में अपनी संपत्ति में आठ प्रतिशत की गिरावट के बावजूद, मुकेश अंबानी ने भारत और एशिया के सबसे अमीर व्यक्ति दोनों के रूप में अपना स्थान बरकरार रखा.

नाइट फ्रैंक ने इस बात पर भी फोकस किया है कि कैसे महामारी और बढ़ती लिविंग कॉस्ट अमीर और गरीब देशों के बीच की खाई को चौड़ा कर रही है. जैसे मोनाको के सबसे अमीर लोगों की लिस्ट में शामिल होने के लिए जो प्वाइंट है, वो फिलीपींस में एक प्रतिशत में शामिल होने के लिए आवश्यक 57,000 डॉलर से 200 गुना अधिक है, जो नाइट फ्रैंक के अध्ययन में सबसे कम रैंक में से एक है.

 

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