प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गिफ्ट सिटी में देश के पहले इंटरनेशनल बुलियन एक्सचेंज की शुरुआत की. ये एक्सचेंज भारत में सोने के वित्तीयकरण को बढ़ावा देने का काम करेगा. इसके अलावा जवाबदेह सोर्सिंग और क्वालिटी के भरोसे के साथ कुशल प्राइस डिस्कवरी की सुविधा भी प्रदान करेगा. IIBX को भारत में सोने के आयात का बड़ा इंट्री गेट माना जा रहा है. अब देश में जो भी सोना आएगी. इसी एक्सचेंज के जरिए आएगा. चलिए आपको भारत के पहले इंटरनेशनल बुलियन एक्सचेंज के बारे में बताते हैं.
गिफ्ट सिटी में है IIBX-
गुजरात के गांधीनगर में गिफ्ट सिटी में इंटरनेशनल बुलियन एक्सचेंज है. IIBX कई तरह के प्रोडक्ट्स पोर्टफोलियो और टेक्नोलॉजी सर्विसेज ऑफर करता है. IIBX की खास बात ये है कि इसकी लागत विदेश के हांगकांग, सिंगापुर, दुबई, लंदन और न्यूयॉर्क एक्सचेंज के मुकाबले काफी कम है. इंडिया इंटरनेशनल बुलियन एक्सचेंज को 5 बाजार संस्थागत निवेशकों के जरिए बढ़ावा दिया गया है. इसमें सीडीएसएल, इंडिया आईएनएक्स, एनएसडीएल, एनएसई और एमसीएक्स शामिल है.
IIBX का लक्ष्य क्षेत्रीय बुलियन हब बनाना-
IFSC अथॉरिटी के मुताबिक यह एक्सचेंज भारत में सोने के वित्तीयकरण को बढ़ावा देने के अलावा जवाबदेह सोर्सिंग और क्वालिटी के भरोसे के साथ कुशल प्राइस डिस्कवरी की सुविधा भी प्रदान करेगा. ग्लोबल गोल्ड एक्सचेंज का लक्ष्य एक क्षेत्रीय बुलियन हब बनाना है, जिसके जरिए ज्वैलर्स को सोने-चादी के आयात की इजाजत मिलेगी. ब्लूमबर्ग को एक इंटरव्यूर में IIBX के सीईओ अशोक गौतम ने बताया कि उम्मीद है कि इंडिया इंटरनेशनल बुलियन एक्सचेंज डीलर्स, रिफाइनरिज और विदेशी बैंकों को आकर्षित करेगा.
सोने का आयात होगा आसान-
एक्सचेंज के तहत ज्वैलर्स को सीधे सोना आयात करने की इजाजत मिलेगी. फिलहाल कुछ बैंकों और केंद्रीय बैंक के जरिए एप्रूव्ड कुछ एजेंसियों को ही सोना आयात करने की इजाजत है. सीईओ अशोक गौतम ने बताया कि 64 बड़े ज्वैलर्स आवेदन लेकर आए हैं. जब तक सामान को शहर से बाहर नहीं ले जाया जाता है. तब तक ट्रेड्स को लोकल ड्यूटीज से छूट मिलेगी.
डॉलर में होगा व्यापार-
बताया जा रहा है कि शुरुआत में इंटरनेशनल बुलियन एक्सचेंज में T+O सेटलमेंट के साथ 995 प्यूरिटी के लिए एक किलोग्राम और 999 प्यूरिटी के लिए 100 ग्राम गोल्ड में ट्रेडिंग की जा सकती है. IIBX में व्यापार डॉलर में होगा. एक्सचेंज ने वॉल्ट सेवाएं प्रदान करने वाली कंपनियों को भी शामिल किया है. IFSC में सभी वॉल्ट IFSCA से एप्रूव्ड हैं. क्वालिफाइड ज्वैलर्स के अलावा ओईसीडी के नियमों का पालन करने वाले फॉरेन बुलियन सप्लायर्स भी IIBX के मेंबर हो सकते हैं. इसके अलावा सार्वजनिक और निजी फर्म, एनआरआई भी इसके सदस्य हो सकते हैं.
इंटरनेशनल फाइनेंशियल सर्विसेज सेंटर्स अथॉरिटी (IFSCA) आईआईबीएक्स का रेगुलेटर है. जिसका ऐलान केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 2020-21 के बजट में किया था.
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