India Goat Milk Farm: बकरी पालन कर 80 हजार रुपए महीना कमा रही हैं ये दो बहनें, स्कूल के साथ मैनेज कर रहीं अपना स्टार्टअप, उम्र सिर्फ 17 और 15 साल

17 साल की मन्नत और 15 साल की एकनूर इतनी कम उम्र में अपने परिवार के सपोर्ट से India Goat Milk Farm चला रही हैं.

India Goat Milk Farm (Photo: Instagram/india.gmf)
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 17 अप्रैल 2025,
  • अपडेटेड 12:18 PM IST

गाय-भैंस का दूध पीना तो बहुत सामान्य है लेकिन क्या आपने कभी बकरी का दूध पिया है? बकरी का दूध अभी भी बड़े शहरों में बहुत कॉमन नहीं है. लेकिन आपको बता दें कि बकरी का दूध सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होता है. और अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूक लोग अब धीरे-धीरे बकरी के दूध और इसके प्रोडक्ट्स की तरफ जाने लगे हैं. लेकिन यह अभी भी कॉमन नहीं है और इसलिए बकरी पालन करके इसका दूध और दूसरे डेयरी प्रोडक्ट्स का बिजनेस करने वाले अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं.  

बकरी पालन में मिसाल पेश की है पंजाब में पटियाला के रायपुर की रहने वाली दो टीनेजर बहन- मन्नत और एकनूर मेहमी ने. 17 साल की मन्नत और 15 साल की एकनूर इतनी कम उम्र में अपने परिवार के सपोर्ट से India Goat Milk Farm चला रही हैं. इसके तहत दोनों बहनें बकरी की दूध और दूध से बने दूसरे डेयरी प्रोडक्ट जैसे पनीर आदि बेचती हैं.  

कैसे हुई शुरुआत 
स्टार्टअपपीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, अक्टूबर 2019 में, 12 साल की मन्नत मेहमी को पीलिया (जॉन्डिस) हो गया. उसकी सेहत और इम्युनिटी बहुत कमजोर हो गई थी. किसी ने सुझाव दिया कि बकरी का दूध पीने से ताकत और रोग-प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है. लेकिन बकरी का ताज़ा दूध मिलना बहुत मुश्किल था. तब मन्नत के पिता ने एक अनोखा कदम उठाया. उन्होंने एक बकरी खरीदी और उसे घर की तीसरी मंज़िल पर पालना शुरू किया, सिर्फ अपने परिवार की ज़रूरतों के लिए. 

तब मन्नत और उनकी छोटी बहन, 10 वर्षीया एकनूर मेहमी ने बकरी का दूध पीना शुरू किया. इससे दोनों बहनों की सेहत में चमत्कारी सुधार हुआ – खांसी, कमजोरी और छोटे-मोटे रोग खत्म हो गए. यह देखकर धीरे-धीरे आस-पड़ोस के लोग भी उनसे बकरी का दूध मांगने लगे. शुरुआत में वह दूध मुफ्त में बांटते थे, लेकिन बढ़ती मांग देखकर मन्नत और एकनूर को अपना बिजनेस करने का आइडिया आया. साल 2020 में दोनों बहनों ने 'India Goat Milk Farm' नाम से अपना स्टार्टअप शुरू किया.

आज कमा रही हैं 80 हजार रुपये/माह 
सबसे पहले दोनों बहनों ने अपने पिता की मदद से बीटल नस्ल की बकरी खरीदी. इस एक बकरी की क़ीमत लगभग ₹19,000 थी. उन्होंने दूध की क़ीमत ₹400 प्रति लीटर रखी  और हर महीने ₹7,000 से ₹8,000 की बिक्री होने लगी. बाद में उन्होंने इंटरनेट से रिसर्च करके सानेन नस्ल (Saanen breed) की बकरियां खरीदीं. यह नस्ल स्विट्ज़रलैंड की है और दुनिया की सबसे ज़्यादा दूध देने वाली बकरी मानी जाती है.

शुरू में ₹60,000 प्रति बकरी की दर से 5 सानेन बकरियां खरीदीं. आज उनके पास 95+ सानेन बकरियां हैं और कुछ खास नस्लें जैसे टॉगेनबर्ग और फ्रेंच अल्पाइन भी हैं. अब उनका स्टार्टअप सिर्फ दूध नहीं, बल्कि बकरी का पनीर और देसी घी भी बनाता है. घी की क़ीमत ₹4,000 प्रति किलो है, लेकिन वो एक ग्राहक को 250 ग्राम से ज़्यादा नहीं देते ताकि सभी को मिल सके. दोनों बहनें आज इस काम से 80 हजार रुपये प्रति माह कमा रही हैं. 

जीते हैं कई सम्मान भी 
मन्नत और एकनूर की फार्मिंग 100% ऑर्गेनिक और टिकाऊ (सस्टेनेबल) है. बकरियों को साफ वातावरण में रखा जाता है और मोरिंगा जैसे पौधों से पोषण दिया जाता हैय ऑर्डर वे फेसबुक, इंस्टाग्राम और व्हाट्सऐप के ज़रिए लेते हैं. मन्नत और एकनूर अब 17 और 15 साल की हैं और स्कूल के साथ-साथ अपने स्टार्टअप को बखूबी संभाल रही हैं. 

साल 2022 में दोनों बहनों ने "फ्यूचर टायकून्स स्टार्टअप चैलेंज" जीता था. उन्हें 418 बच्चों में से चुना गया था. उन्हें ₹50,000 का इनाम मिला था और DC ऑफिस, पंजाब की वॉल ऑफ फेम पर उनकी तस्वीर लगी. मन्नत को प्रधानमंत्री मोदी के "परीक्षा पे चर्चा" कार्यक्रम के लिए मुंबई बुलाया गया था. मन्नत और एकनूर अपने काम को बहुत आगे ले जाना चाहती हैं ताकि यह देश की सबसे बड़ी गोट मिल्क कंपनी बने. 

 

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