देश की सबसे बड़ी एयरलाइन कंपनी Indigo से हवाई सफर करना सस्ता होने वाला है. इंडिगो ने गुरुवार को अपनी सभी घरेलू और अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर ईंधन शुल्क (Fuel Charge) खत्म करने की घोषणा की, जो आज से प्रभावी है. फ्यूल चार्ज 6 अक्टूबर 2023 से लागू किया गया था. घरेलू और अंतरराष्ट्रीय मार्गों पर एटीएफ की बढ़ती कीमतों के कारण एयरलाइन ने 300 रुपये से शुरू होकर 1000 रुपये तक का ईंधन शुल्क लागू किया था. एयरलाइन ने हवाई ईंधन यानी ATF की बढ़ती कीमतों से होने वाले नुकसान को कम करने के लिए यह नया चार्ज लगाया था.
क्यों लिया गया ये फैसला?
यह निर्णय यात्रियों के लिए एक राहत के रूप में आता है और एविएशन टर्बाइन फ्यूल (एटीएफ) की बढ़ती कीमतों के जवाब में अक्टूबर 2023 में शुरू किए गए ईंधन शुल्क के खत्म होने का प्रतीक है. एयरलाइंस के ऑपरेशन में सबसे बड़ा खर्च फ्यूल का होता है. हवाई ईंधन के दाम गिरने से इसकी लागत भी कम हो गई इसलिए कंपनी ने किराए में फ्यूल चार्ज हटाने का फैसला किया. 1 जनवरी 2024 को एविएशन टर्बाइन फ्यूल (ATF) की कीमत में कमी आ गई. ATF के दाम 1.06 लाख रुपए प्रति किलोलीटर से घटाकर 1.01 लाख रुपए प्रति किलोलीटर पर आ गए जिसके बाद ये फैसला लिया गया. इसका मतलब ये हुआ कि इंडिगो की फ्लाइट्स के टिकट बुक करने वाले यात्रियों को अब फ्यूल चार्ज नहीं देना होगा. अभी तक फ्यूल चार्ज इस पर निर्भर करता था कि कितनी दूरी के सफर के लिए टिकट खरीदा जा रहा है. उसी हिसाब से शुल्क लगाया जाता था.
कितनी की गई कटौती?
केंद्र सरकार ने 1 जनवरी को लगातार तीसरी बार एटीएफ की कीमतों में कटौती की है. राज्य के स्वामित्व वाले ईंधन खुदरा विक्रेताओं की मूल्य अधिसूचना के अनुसार, इस बार नई दिल्ली में इसमें लगभग 4 प्रतिशत की कटौती करके 101,993.17 रुपये प्रति किलोलीटर कर दिया गया. नवंबर और दिसंबर में एटीएफ की कीमतों में क्रमश: 6 फीसदी और 4.6 फीसदी की कटौती की गई थी. कटौती के तीन दौरों ने 1 जुलाई से शुरू होने वाली चार मासिक किस्तों में दरों में 29,391.08 रुपये प्रति किलोलीटर की बढ़ोतरी का लगभग 45 प्रतिशत खत्म कर दिया है. एटीएफ की कीमतों में कटौती एयरलाइंस के लिए सकारात्मक है क्योंकि जेट ईंधन उनकी परिचालन लागत का लगभग 40 प्रतिशत है.
अभी तक 0 से 500 किलोमीटर के लिए फ्यूल चार्ज 300 रुपये देना होता था, जो न्यूनतम चार्ज था. वहीं 3,501 किलोमीटर या उससे अधिक की दूरी पर 1,000 रुपये का फ्यूल चार्ज देना होता था, जो अधिकतम था. राज्य के स्वामित्व वाली इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (IOC), भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड (BPCL) और हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड (HPCL)हर महीने की पहली तारीख को रसोई गैस और एटीएफ की कीमतों में संशोधन करती हैं.