बजट 2024 का काउंटडाउन शुरू हो चुका है. 1 फरवरी 2024 की सुबह देश का बजट पेश किया जाएगा. सभी देशवासियों की निगाहें लोकसभा चुनाव से ठीक पहले पेश होने वाले इस बजट पर है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण लगातार 6वीं बार बजट पेश करेंगी. बजट कितने बजे पेश होगा, इसे लाइव कैसे देख सकेंगे? इन सभी सवालों के जवाब यहां आप जानिए.
मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का छठा बजट
मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का ये छठा बजट है. इस वर्ष लोकसभा चुनाव होने के कारण यह बजट अंतरिम होगा. अंतरिम बजट होने के बाद भी इससे काफी उम्मीद की जा रही है. जिस वर्ष भी चुनाव होते हैं. उस साल की सरकार की ओर अंतरिम बजट पेश किया जाता है. चुनाव के बाद नई सरकार पूर्ण बजट पेश करती है, जिसे आम बजट भी कहते हैं.
कितने बजे शुरू होगा बजट भाषण
बजट को शुरू करने से पहले सभी प्रोटोकॉल का ख्याल रखा जाता है. 1 फरवरी को सुबह 9 बजे वित्त मंत्री अपने घर से नॉर्थ ब्लॉक के लिए रवाना होंगी. इसके बाद नॉर्थ ब्लॉक में अधिकारियों से मिलेंगी. फिर मीडिया के लिए फोटो सेशन होगा. इसके बाद राष्ट्रपति से मंजूरी ली जाएगी. करीब 10.15 बजे कैबिनेट की बैठक होगी. इसमें बजट को मंजूरी दी जाती है. इसके बाद वित्त मंत्री लोकसभा पहुंचेंगी. सुबह 11 बजे वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की ओर से बजट पेश किया जाएगा. लोकसभा में बजट पेश होने के बाद सरकार इसे पास करती है. फिर राज्यसभा में भी इसे सरकार की ओर से पास कराया जाता है.
कहां मिलेगा बजट दस्तावेज
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का भाषण समाप्त होने के बाद यूनियन बजट मोबाइल ऐप पर जाकर आसानी से बजट दस्तावेज को डाउनलोड कर सकते हैं. ये ऐप आसानी से गूगल प्ले और एपल प्ले स्टोर पर मौजूद है.
कहां देख सकते हैं लाइव
सरकार की ओर से वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के बजट भाषण की लाइव स्ट्रीमिंग संसद टीवी और डीडी न्यूज के चैनल पर की जाएगी. इसके साथ ही प्रेस इन्फॉरमेशन ब्यूरो (पीआईबी) की वेबसाइट पर स्ट्रीमिंग होगी. इसके अलावा वित्त मंत्रालय के यू-ट्यूब चैनल पर भी इसकी लाइव स्ट्रीमिंग होगी.
लोकलुभावन योजनाओं की हो सकती है घोषणा
संसद का बजट सत्र बुधवार से शुरू हो गया है, जो 9 फरवरी तक चलेगा. इस सत्र में कुल आठ बैठकें प्रस्तावित हैं. वर्तमान लोकसभा का यह आखिरी बजट है. आम चुनाव से पहले पेश किए जाने वाले इस बजट में पीएम मोदी की गारंटी की छाप दिख सकती है. कहा जा रहा है कि इस अंतरिम बजट में मोदी सरकार महिलाओं, किसानों, युवाओं और देश के गरीबों के लिए कुछ महत्वपूर्ण लोकलुभावन योजनाओं की घोषणा कर सकती है.
बजट से जुड़ी खास बातें
1. बजट शब्द फ्रेंच भाषा के लातिन शब्द 'बुल्गा' से उत्पन्न हुआ है, जिसका अर्थ होता है चमड़े का थैला. बुल्गा से फ्रांसीसी शब्द बोऊगेट की उत्पति हुई. इसके बाद अंग्रेजी शब्द बोगेट अस्तित्व में आया और इसी बोगेट शब्द से बजट शब्द की उत्पत्ति हुई. इसलिए पहले बजट चमड़े के बैग में लेकर आया जाता था.
2. सरकार की ओर से पेश किए जाने वाले बजट सालभर के लिए देश की आय और खर्च का लेखा-जोखा होता है. इसकी शुरुआत सबसे पहले ब्रिटेन में की गई थी और भारत में पहली बार बजट ब्रिटिश काल में ही पेश किया गया था. देश में 7 अप्रैल 1860 को पहली बार बजट पेश किया गया था, जिसे ब्रिटिश सरका वित्त मंत्री जेम्स विल्सन ने पढ़ा था.
3. आजाद भारत का पहला बजट 1947 में पेश हुआ था. अंग्रेजों के देश छोड़ने के बाद स्वतंत्र भारत में देश के पहले वित्त मंत्री आर के षण्मुखम चेट्टी ने 26 नवंबर 1947 को बजट पेश किया था.
4. भारतीय गणतंत्र की स्थापना के बाद पहला बजट 28 फरवरी 1950 को जान मथाई ने पेश किया था.
5. आजादी के बाद देश का आम बजट हमेशा ही सरकार में वित्त मंत्री की ओर से पेश किया जाता रहा. लेकिन इस बीच तीन बार ऐसे मौके भी आए, जब वित्त मंत्री की जगह देश के प्रधानमंत्रियों ने संसद में बजट पेश किया. प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू, इंदिरा गांधी और राजीव गांधी ने प्रधानमंत्री रहते हुए बजट पेश किया था.
6. केसी नियोगी देश के अकेले ऐसे वित्त मंत्री रहे, जिन्होंने इस पद पर रहते हुए भी एक भी बजट पेश नहीं किया. दरअसल, वे महज 35 दिनों तक 1948 में वित्त मंत्री रहे थे.
7. मोरारजी देसाई ने वित्त मंत्री के रूप में सबसे अधिक 10 बार देश का बजट पेश किया. केवल वही एक ऐसे वित्त में हैं, जिन्होंने 1964 और 1968 में दो बार, 29 फरवरी को अपने जन्मदिन के मौके पर बजट पेश किया था.
8. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 1 फरवरी 2024 को लगातार छठा बजट पेश करेंगी. वह लगातार पांच पूर्ण बजट और एक अंतरिम बजट पेश करने के पूर्व प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई के नाम दर्ज रिकॉर्ड की बराबरी करेंगी. सीतारमण एक फरवरी को अंतरिम बजट पेश करने के साथ, मनमोहन सिंह, अरुण जेटली, पी चिदंबरम और यशवंत सिन्हा जैसे पूर्व वित्त मंत्रियों के रिकॉर्ड को भी पीछे छोड़ देंगी. इन नेताओं ने लगातार पांच बजट पेश किए थे.
संसद में विजिटर पास के अब बदल गए हैं नियम
संसद की कार्यवाही देखने के लिए दर्शकों को अब एक नई कड़ी सुरक्षा व्यवस्था से होकर गुजरना होगा. अब बजट सत्र के दौरान कार्यवाही देखने के लिए संसद जाने वाले दर्शकों को अपना बायोमीट्रिक इंप्रेशन और फोटो देना होगा. लोकसभा के बुलेटिन में कहा गया है कि उन्हें अंदर आने की इजाजत तभी दी जाएगी जब उनके पास प्रवेश के लिए जारी किए गए स्मार्ट कार्ड होंगे. नए नियम के मुताबिक संसद सदस्यों के ऑनलाइन आवेदन मंजूर होने के बाद दर्शक के मोबाइल पर पहले एक क्यूआर कोड आएगा. क्यूआर कोड और आधार दिखाने के बाद दर्शक को बायोमीट्रिक इंप्रेशन देकर फोटो खिंचवाना होगा. इसके बाद उसे स्मार्ट कार्ड मिलेगा.
हर गेट पर दिखाना होगा स्मार्ट कार्ड
संसद में दर्शकों को इस स्मार्ट कार्ड को हर गेट पर कार्ड दिखाने और बायोमीट्रिक की पुष्टि के बाद ही अंदर प्रवेश मिलेगा. हालांकि एक संसद सदस्य अब एक दिन में पांच दर्शकों के पास के लिए आवेदन कर सकता है, जबकि पहले यह चार था. अंतरिम बजट के दिन संसद केवल एक दर्शक को पास जारी करने के लिए आवेदन कर सकते हैं. ज्यादातर मामलों में केवल पति या पत्नी को ही अनुमति दी जाएगी. इसके अलावा सुरक्षा कारणों से विजिटर्स गैलरी के लिए ग्रुप पास और उसी दिन के पास बंद कर दिए गए हैं. इससे पहले सांसदों के दस्तखत वाले आवेदन के आधार पर पेपर पास जारी किए जाते थे.
पास जमा नहीं करने पर होंगे ब्लैक लिस्ट
संसद की कार्यवाही देखने के बाद दर्शकों को बाहर निकलने के लिए निकास बिंदु फ्लैप बैरियर पर स्मार्ट कार्ड को टैप करना होगा. स्मार्ट कार्ड निकास द्वार पर तैनात सुरक्षा अधिकारी को सौंपना होगा. यात्रा के पूरा होने पर स्मार्ट विजिटर्स गैलरी कार्ड नहीं सौंपने वालों को ब्लैकलिस्ट कर दिया जाएगा और ऐसे विजिटरों को स्थायी रूप से संसद में प्रवेश करने से रोक दिया जाएगा.