JRD Tata Birth Anniversary: देश को दी पहली एयरलाइन, टाटा ग्रुप को शिखर तक पहुंचाया, जानिए बिजनेसमैन जेआरडी टाटा की कहानी

29 जुलाई, 1904 को पेरिस, फ्रांस में जन्मे जेआरडी टाटा बिजनेसमैन रतनजी दादाभाई टाटा की दूसरी संतान थे. सिर्फ 34 साल की उम्र में जेआरडी टाटा को पूरे टाटा समूह की जिम्मेदारी सौंप दी गई थी. वह न केवल टाटा समूह को भारत का सबसे बड़ा औद्योगिक साम्राज्य बनाने का सपना देखते थे, बल्कि भारत के विकास के लिए भी वह प्रतिबद्ध थे.

JRD Tata
अपूर्वा राय
  • नई दिल्ली,
  • 28 जुलाई 2022,
  • अपडेटेड 11:12 PM IST
  • सिर्फ 34 साल की उम्र में जेआरडी टाटा को पूरे टाटा समूह की जिम्मेदारी सौंप दी गई थी. 
  • आज दुनिया के 80 देशों में टाटा समूह की कंपनियां मौजूद हैं.

29 जुलाई, 1904 को पेरिस, फ्रांस में जन्मे जेआरडी टाटा बिजनेसमैन रतनजी दादाभाई टाटा की दूसरी संतान थे. उनके पिता भारत के जाने माने उद्योगपति जमशेदजी टाटा के चचेरे भाई थे. जेआरडी को उनके नजदीकी लोग जेह कहकर पुकारते थे. जेआरडी को बचपन से ही जहाज उड़ाने में दिलचस्पी थी. 50 साल से भी अधिक समय तक टाटा समूह का नेतृत्व करने के अलावा जहांगीर रतनजी दादाभाई टाटा एक व्यवसायी, पायलट, कला पारखी, समाजसेवी और लेखक थे.

14 कंपनियों से 80 देशों में पहुंचाया टाटा समूह का कोराबार

जेआरडी टाटा न केवल टाटा समूह को भारत का सबसे बड़ा औद्योगिक साम्राज्य बनाना चाहते थे, बल्कि भारत के औद्योगिक विकास के लिए भी प्रतिबद्ध थे. उनके कार्यकाल के दौरान टाटा समूह की संपत्ति 620 मिलियन से बढ़कर 1,00,000 मिलियन तक पहुंच गई. 14 कंपनियों से टाटा ग्रुप की शुरुआत हुई और देखते ही देखते यह कंपनी अरबों डॉलर के कारोबार के साथ 95 कंपनियों में बदल गई. आज दुनिया के 80 देशों में टाटा समूह की कंपनियां मौजूद हैं. टाटा समूह का कारोबार कैमिकल, ऑटोमोबाइल, चाय, आईटी समेत कई क्षेत्रों में है. यह भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक समूह है. 

देश को दी पहली एयरलाइन

34 साल की उम्र में जेआरडी टाटा ने टाटा समूह के अध्यक्ष के रूप में पदभार संभाला और भारत की पहली कॉमर्शियल एयरलाइन टाटा एयरलाइंस की शुरुआत की. पाकिस्तान के कराची से अहमदाबाद होते हुए इस फ्लाइट को जेआरडी टाटा ने खुद उड़ाया था. 1953 में सरकार ने सभी नौ निजी हवाई कंपनियों का राष्ट्रीयकरण किया और टाटा एयरलाइंस का नाम बदलकर एयर इंडिया लिमिटेड रख दिया गया. शुरुआती दौर में टाटा एयरलाइंस मुंबई के जुहू के पास एक मिट्टी के मकान से संचालित होता रहा. 8 जून 1948 को एअर इंडिया ने अपनी पहली अंतरराष्ट्रीय उड़ान भरी.

एयरलाइंस में कई सुधार किए

आजादी के बाद एयर इंडिया के अध्यक्ष के रूप में जेआरडी टाटा ने एयरलाइंस में कई सुधार किए. विमान की सजावट से लेकर एयर होस्टेस की साड़ियों के रंग तक, एयर इंडिया के होर्डिंग्स से लेकर शौचालयों में टॉयलेट पेपर की उपलब्धता तक, जेआरडी टाटा ने विमान को बेहतर बनाने के लिए हर मुमकिन कोशिश की. टाटा ग्रुप से सरकार के हाथ गई अब एयर इंडिया फिर से पूरी तरह से टाटा ग्रुप का हिस्सा बन चुकी है. बता दें, कर्ज में डूबी एयर इंडिया के लिए बिड अक्टूबर 2021 में टाटा सन्स की इकाई ने जीती थी. 

भारत रत्न से सम्मानित हुए

जेआरडी टाटा का 89 वर्ष की आयु में 29 नवंबर 1993 को जिनेवा, स्विटजरलैंड में गुर्दे के संक्रमण से निधन हो गया. उनके निधन पर संसद स्थगित कर दी गई थी. एक ऐसा सम्मान है जो आमतौर पर उन व्यक्तियों को दिया जाता है जो संसद के सदस्य हैं. लेकिन जेआरडी टाटा की शख्सियत ऐसी थी कि उनके सम्मान में संसद का कार्यकाल स्थगित किया गया. जेआरडी टाटा को भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न और फ्रांस के सबसे बड़े नागरिक सम्मान 'लीजन ऑफ ऑनर' से सम्मानित किया गया था.

 

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