Success story: सरकारी नौकरी छोड़कर शुरू किया अपना बिजनेस, दुनियाभर में कश्मीरी प्रोडक्ट्स पहुंचा रहे हैं आमिर हमीद मीर, 60 लाख से ज्यादा पहुंचा रेवेन्यू

यह कहानी है कश्मीर के रहने वाले आमिर हमीद मीर की, जो AMSAA ब्रांड के फाउंडर हैं. इस ब्रांड के जरिए वह कश्मीर के ऑथेंटिक उत्पाद जैसे केसर, बादाम, और शहद आदि को दुनियाभर में सीधे कस्टमर्स तक पहुंचा रहे हैं.

Amir Hameed Mir started AMSAA (Photo: AMSAA Website)
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 03 दिसंबर 2024,
  • अपडेटेड 1:46 PM IST
  • सरकारी नौकरी छोड़कर शुरू किया बिजनेस 
  • 2023 में शुरू की AMSAA ब्रांड

हम सब जानते हैं कि बाजार से मिलने वाली लगभग हर चीज में मिलावट होती है. बहुत ही कम होता है कि आपको एकदम शुद्ध चीज मिले. और इस कारण न सिर्फ कस्टमर बल्कि उत्पादक यानी की किसानों को भी नुकसान होता है. लेकिन आज इस बात को देखते हुए बहुत से लोगों ने पहल की है किसानों से जुड़कर उनके शुद्ध उत्पाद सीधा कस्टमर्स तक पहुंचाने की. 

इन अग्रणी लोगों में से एक हैं कश्मीर के आमिर हमीद मीर, जिन्होंने AMSAA की शुरूआत की. यह एक डायरेक्ट टू कस्टमर ब्रांड है जो ऑथेंटिक कश्मीरी उत्पाद जैसे केसर, बादाम और शहद आदि दुनियाभर में कस्टमर्स को डिलीवर करती है और साथ ही, वे लोकल किसानों को सशक्त बना रहे हैं. 

सरकारी नौकरी छोड़कर शुरू किया बिजनेस 
योरस्टोरी की एक रिपोर्ट के मुताबिक, पांच साल पहले, आमिर हमीद मीर कश्मीर के अनंतनाग में लीगल मेट्रोलॉजी विभाग में एक सरकारी अधिकारी के रूप में कार्यरत थे. सरकारी नौकरी स्टेबल थी लेकिन हर दिन एक ही तरह का काम करके मीर बोर बोने लगे और वह कुछ और तलाशने लगे. इस बीच उन्होंने महसूस किया कि मार्केट में नकली केसर बहुत ज्यादा मात्रा में खरीदा-बेचा जा रहा है. दरअसल, उनके दोस्त ने अपनी प्रेग्नेंट बीवी के लिए मीर से केसर मंगवाया. 

लेकिन कश्मीरी होने के बावजूद मीर को शुद्ध केसर ढूंढ़ने में बहुत ज्यादा परेशानी हुई और जब उन्होंने केसर खरीदा तो उसमें भी मिलावट ही थी. इस बात ने उन्हें बहुत परेशान कर दिया कि एक प्रेग्नेंट महिला मिलावट वाला केसर खाए. तब मीर को लगा कि वह इस सेक्टर में कुछ कर सकते हैं. उन्हें पता चला कि कश्मीर में सालाना 1600 किलोग्राम केसर का उत्पादन होता है और मार्कट में जो बेचा ज्यादा वह ज्यादातर नकली, सस्ती क्वालिटी का होता है. 

इसके साथ ही, उन्हें पता चला कि इस पूरी प्रोसेस में सबसे ज्यादा नुकसान किसानों को हो रहा है जिन्हें अपने अच्छे क्वालिटी के उत्पास जैसे केसर, बादाम और अखरोट बहुत कम दरों पर बेचने पड़ रहे हैं. क्योंकि मिलावटी चीजों के दाम कम हैं और इससे शुद्ध चीजों की वैल्यू कम हो रही है. ऐसे में, किसानों को कम दाम पर उत्पाद बेचने पड़ते हैं. मीर को एहसास हुआ कि इसे सुधारने का एकमात्र तरीका उत्पादकों और उपभोक्ताओं के बीच की खाई को पाटना है. उन्होंने किसानों को सशक्त बनाने और ट्रांसपेरेंट सप्लाई चेन बनाने के लिए जॉब छोड़कर AMSAA ब्रांड लॉन्च की. 

दूसरे देशों तक भी पहुंच रहे हैं उत्पाद 
वर्तमान में, AMSAA ब्रांड तीन प्रमुख उत्पाद ऑफर कर रही है- मोंगरा केसर, बबूल शहद और अम्मा बादाम. हालांकि, प्लान है कि जल्द ही प्रोडक्ट पोर्टफोलियो को 8-10 और प्रोडक्ट्स जोड़े जाएं. शुद्धता और गुणवत्ता बनाए रखते हुए इन उत्पादों को  सीधे किसानों से खरीदा जाता है. अब तक, ब्रांड ने 2,000 ग्राहकों को सर्विस दी है, जिसमें 60% सेल्स इंटरनेशनल B2B ऑर्डर से आती है. 

अक्टूबर 2023 तक, AMSAA ने 60 लाख रुपये का रेवेन्यू कमाया और उन्होंने ज्यादातर ऑर्डर अमेरिका और कनाडा को सप्लाई किए. कंपनी को उम्मीद करती है कि इस साल के अंत तक रेवेन्यू 1 करोड़ रुपये तक पहुंच जाएगा, जिसमें ऑफ़लाइन और ऑनलाइन दोनों तरह के चैनल्स शामिल हैं. स्टार्टअप कश्मीर में 25 किसानों और किसान उत्पादक संगठनों (एफपीओ) के साथ काम कर रहा है. ब्रांड के प्रोडक्ट्स अमेज़ॅन, फ्लिपकार्ट, ईबे और जियोमार्ट जैसे प्रमुख ईकॉमर्स प्लेटफार्मों पर भई मौजूद हैं और पूरे भारत में 100 से रिटेल दुकानों पर भी. 


 

 

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