Retirement Schemes: रिटायरमेंट के बाद भी मिलेंगे हर महीने 50 हजार रुपये, जानें आपके पास क्या हैं Investment ऑप्शन

Retirement Schemes: मौजूदा समय में किसी को भी भरण-पोषण के लिए प्रति माह कम से कम 50,000 रुपये की जरूरत होती है. ऐसे में जरूरी है कि आप सही समय पर निवेश करें. यहां हम आपको कुछ ऐसे ही विकल्पों के बारे में बताने जा रहे हैं.

पोस्ट रिटायरमेंट प्लान
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 29 नवंबर 2022,
  • अपडेटेड 6:37 PM IST
  • हर कोई अपने रिटायरमेंट को लेकर चिंतित रहता है
  • सही समय पर किया जाना चाहिए निवेश

हर कोई अपने रिटायरमेंट को लेकर चिंतित रहता है. ऐसे में जरूरी है कि सही समय पर आप इसके बारे में सोचना शुरू कर दें. किसी भी व्यक्ति का पोस्ट रिटायरमेंट वाला समय और उसके कमाई के जीवन का समय बराबर होता है. इसलिए किसी व्यक्ति के लिए यह जरूरी है कि वह अपनी सर्विस की शुरुआत से ही रिटायरमेंट प्लान के बारे में सोचना शुरू कर दें. ताकि बिना ज्यादा तनाव लिए एक पोस्ट रिटायरमेंट अमाउंट इकठ्ठा हो सके. इसलिए, जितनी जल्दी आप रिटायरमेंट के लिए प्लान बनाकर इन्वेस्ट करना शुरू करेंगे, उतना ही बेहतर होगा. 

मौजूदा समय की बात करें तो एक व्यक्ति को अपने परिवार के भरण-पोषण के लिए प्रति माह कम से कम 50,000 रुपये की जरूरत होती है. हालांकि, अगर आप कुछ साल बाद ही रिटायर होने जा रहे हैं, तो हर साल से साथ मासिक आवश्यकता बढ़ती जाएगी. चलिए देखते हैं कि अलग-अलग इन्वेस्टमेंट प्लान के तहत वर्तमान में 50,000 रुपये प्रति माह प्राप्त करने के लिए आपको क्या करने की जरूरत होगी. 

फिक्स्ड डिपॉजिट (FD)

सीनियर सिटीजन के लिए, एफडी रेट वर्तमान में प्रति वर्ष लगभग 7.5 प्रतिशत है. तो, प्रति माह 50,000 रुपये या प्रति वर्ष लगभग 6 लाख रुपये प्राप्त करने के लिए, आपको लगभग 80 लाख रुपये का निवेश करने की जरूरत है.

सीनियर सिटीजन सेविंग्स स्कीम (SCSS) 7.4 प्रतिशत की वार्षिक ब्याज दर वाला एक सुरक्षित विकल्प है. लेकिन आप प्रत्येक योजना में केवल 15 लाख रुपये तक ही निवेश कर सकते हैं.

हालांकि, इसमें कुछ रिस्क भी है. जैसे-जैसे एफडी की दरें बदलती रहती हैं, आपको रीइंवेस्टमेंट जोखिमों का सामना करना पड़ेगा क्योंकि जब आप टेन्योर के आखिर में अपनी एफडी को रिन्यू करते हैं तो दर बदल सकती है.

पेंशन प्लान (Pension Plan)

आईआरडीएआई द्वारा विनियमित बीमा कंपनियां नियमित जीवन भर वार्षिकी योजनाएं प्रदान करती हैं जिनका उपयोग पेंशन योजनाओं के रूप में किया जा सकता है. इसके लिए

एन्युटी ऑप्शन ए के तहत, जहां वार्षिकीकर्ता को उसके निधन के बाद निवेश की गई राशि की वापसी के बजाय जीवन भर पेंशन मिलती है. एलआईसी की तत्काल वार्षिकी योजना जीवन अक्षय, वर्तमान वार्षिकी दर के अनुसार, एक 60 साल के व्यक्ति को 51,342 रुपये की मासिक पेंशन पाने के लिए 74,88,766 रुपये का निवेश करने की आवश्यकता होती है. 

ऑप्शन एफ के तहत, हालांकि, एक 60 वर्षीय निवेशक को 51,974 रुपये की मासिक पेंशन प्राप्त करने के लिए 1,05,26,315 रुपये का निवेश करने की आवश्यकता होती है. 

एलआईसी ऑफ इंडिया प्रधानमंत्री वय वंदना योजना (पीएमवीवीवाई) योजना का भी वितरण करती है, जो वर्तमान में 15 लाख रुपये की निवेश सीमा के साथ 10 साल के लिए 7.66 प्रतिशत की वार्षिक ब्याज दर की पेशकश कर रही है.

म्युचुअल फंड (MF)

इक्विटी और डेट सेगमेंट दोनों के तहत विभिन्न प्रकार की एमएफ योजनाएं उपलब्ध हैं. इक्विटी-ओरिएंटेड एमए स्कीम की तुलना में डेब्ट-ओरिएंटेड स्कीम के लिए रिटर्न की रेट या कंपाउंड एनुअल ग्रोथ रेट (सीएजीआर) कम है. इसलिए, रिस्क रिटर्न प्रोफाइल को संतुलित करने के लिए, योजनाओं के पोर्टफोलियो में डेब्ट और इक्विटी दोनों वाली हाइब्रिड या संतुलित योजनाओं का चयन करना बेहतर होगा. ऐसी योजनाओं को बैलेंस्ड एडवांटेज फंड (BAF) या डायनेमिक एसेट एलोकेशन फंड (DAAF) कहा जाता है, जो आम तौर पर इक्विटी में न्यूनतम 65 प्रतिशत और डेट इंस्ट्रूमेंट्स में निवेष करते हैं.

इसलिए, प्रति माह 50,000 रुपये या प्रति वर्ष 6 लाख रुपये प्राप्त करने के लिए, आपको एक अच्छी बीएएफ या डीएएएफ योजना में 75 लाख रुपये का निवेश करना होगा.
 

 

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