हिंडेनबर्ग की एक रिपोर्ट को लेकर अडानी ग्रुप इन दिनों सुर्खियों में छाया हुआ है. फॉरेंसिक फाइनेंशियल रिसर्च फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट की वजह से पिछले 2 कारोबारी सेशन में अडानी की सभी कंपनियों के शेयरों में 19% से लेकर 27% तक की गिरावट देखने को मिली. वहीं अडानी ग्रुप की 10 लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप 27 जनवरी को 4 लाख करोड़ रुपए घटकर 15 लाख करोड़ रुपए रह गया है. 24 जनवरी को ग्रुप की 10 लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप 19 लाख करोड़ रुपए था. इस बीच पिछले 2 कारोबारी सेशन में बेंचमार्क इक्विटी इंडेक्स BSE सेंसेक्स भी 1,647 अंक या 2.70% गिरकर 59,330.90 पर आ गया.
106 पन्नों की इस रिपोर्ट में अडानी परिवार के और भी सदस्यों के नाम हैं, जिसमें गौतम अडानी के अलावा विनोद अडानी, राजेश अडानी, समीर वोरा, जतिन मेहता और प्रीति अडानी का नाम शामिल है. तो चलिए आपको अडानी परिवार के इस फैमिली ट्री के बारे में बताते हैं.
कौन हैं विनोद अडानी?
सबसे पहले बात विनोद अडानी की कर लेते हैं. विनोद अडानी गौतम अडानी के बड़े भाई हैं. हिंडेनबर्ग की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि विनोद अडानी ऑफशोर शेल कंपनियों के एक विशाल चक्रव्यूह का मैनेजमेंट करते हैं. बता दें कि हाल ही में जारी हुई IIFL Wealth Hurun India Rich List 2022 के मुताबिक विनोद शांतिलाल अडानी सबसे अमीर एनआरआई बनकर उभरे हैं. विनोद अडानी का नाम 2016 में पनामा पेपर लीक और 2021 में पेंडोरा पेपर लीक में सुर्खियों में आया था.
कौन हैं राजेश अडानी?
राजेश अडानी गौतम अडानी के छोटे भाई हैं. हिंडेनबर्ग की रिपोर्ट के में राजेश अडानी पर आरोप है कि उन्होंने हीरों की ट्रेडिंग और इम्पोर्ट/एक्सपोर्ट स्कीम में मुख्य भूमिका निभाई है, और वो 1999 और 2010 में दो बार अरेस्ट हो चुके हैं. राजेश अडानी इन दिनों अडानी ग्रुप कंपनीज में मैनेजिंग डायरेक्टर के रूप में काम कर रहे हैं.
कौन हैं समीर वोरा?
समीर वोरा गौतम अडानी के बहनोई हैं. हिंडेनबर्ग की रिपोर्ट में इस हीरा घोटाला में समीर वोरा का भी बड़ा हाथ बताया गया है. रिपोर्ट में उन पर आरोप लगाया गया है कि उन्होंने लगातार अपने गलत बयानों के कारण ट्रेडिंग में घोटाला किया है. समीर वोरा इन दिनों अडानी के ऑस्ट्रेलिया डिवीजन में एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर के तौर पर काम कर रहे हैं.
अडानी ग्रुप से पूछे गए 88 सवाल?
Hindenburg Research ने अपनी रिपोर्ट में अडानी ग्रुप से 88 सवाल उठाए हैं. इस रिपोर्ट में अडानी ग्रुप से पूछा गया है कि गौतम अडानी के छोटे भाई राजेश अडानी को ग्रुप का एमडी क्यों बनाया गया है? उनके ऊपर कस्टम टैक्स चोरी, फर्जी इंपोर्ट डॉक्यूमेंटेशन और अवैध कोयले का इंपोर्ट करने का आरोप है. हिंडनबर्ग ने पूछा है कि गौतम अडानी के बहनोई समीरो वोरा का नाम डायमंड ट्रेडिंग स्कैम में आने के बाद भी अडानी ऑस्ट्रेलिया डिवीजन का एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर क्यों बनाया गया है? ऐसे कई सवाल हैं, जिनका जवाब अब तक अदानी ग्रुप ने नहीं दिया है.