महंगाई की मार से आम जनता परेशान हैं. खाने-पीने से लेकर रसोई गैस तक की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी होती रही है. रसोई गैस महंगा होता जा रहा है. पिछले 8 साल में गैस सिलेंडर ढाई गुना महंगे हुए हैं. साल 2014 में रसोई गैस के सिलेंडर की कीमत 410 रुपए थी. लेकिन अब सिलेंडर की कीमत बढ़कर 1053 रुपए हो गई है.
खाते में सब्सिडी की शुरुआत-
साल 2014 में मोदी सरकार सत्ता में आई. इसके बाद से सब्सिडी को लेकर भी बड़ा बदलाव हुआ. सरकार ने गैस सिलेंडर पर दी जाने वाली सब्सिडी सीधे कस्टमर्स के खाते में भेजना शुरू किया. साल में 12 सिलेंडर पर सब्सिडी देने की शुरुआत की गई. हालांकि ये सिलेंडर मार्केट कीमत पर मिलता था. लेकिन इसकी सब्सिडी उपभोक्ता के खाते में आ जाती थी.
साल 2020 में सब्सिडी बंद-
कोरोना महामारी की वजह से देश में लॉकडाउन लगाया गया. जिसका असर हर क्षेत्र पर पड़ा. सरकार ने रसोई गैस पर दी जाने वाली सब्सिडी बंद कर दी. अप्रैल 2020 तक उपभोक्ताओं को रसोई गैस पर 147 रुपए की सब्सिडी मिलती थी. लेकिन इसके बाद देश के ज्यादातर शहरों में सब्सिडी बंद कर दी गई. जिससे बाद गैस सिलेंडर के लिए लोगों को ज्यादा पैसे देने पड़ रहे हैं. हालांकि सरकार उज्ज्वला योजना के तहत मुफ्त रसोई गैस कनेक्शन पाने वाले उपभोक्ताओं को सब्सिडी दी जा रही है.
8 साल में रसोई गैस महंगा-
पिछले 8 सालों में रसोई गैस की कीमतों में भी कई बार बढ़ोतरी की गई है. बार-बार रसोई गैस महंगा हुआ है. ऐसा नहीं है कि हर बार सिलेंडर की कीमतों में बढ़ोतरी हुई है. कई बार गैस सिलेंडर की कीमतों में कमी भी की गई. लेकिन ज्यादातर बार सिलेंडर महंगा हुआ है.चलिए आपको बताते हैं कि घरेलू गैस सिलेंडर कब कितने महंगा हुआ.
मार्च के बाद भी गैस सिलेंडर की कीमतों में बढ़ोतरी हो रही है. अभी घरेलू एलपीजी की कीमत 1053 रुपए हो गई है.
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