अमेरिकी की बॉर्बन व्हिस्की (American Bourbon Whiskey) पहली बार 1800 के समय में बनी थी. इस व्हिस्की को बनाने की विधि काफी पेचीदा है. बॉर्बन व्हिस्की के नाम की कहानी भी बेहद दिलचस्प है. भारत ने अमेरिका की बॉर्बन व्हिस्की (Bourbon Whiskey Tax) के टैक्स में कटौती की है.
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Narendra Modi) हाल ही में अमेरिकी दौरे (PM Modi US Visit) पर थे. इस दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच (PM Modi Donald Trump Meeting) मुलाकात हुई. पीएम मोदी और ट्रंप की मुलाकात में कई मुद्दों पर बात हुई. साथ ही व्यापार पर समझौते भी हुए.
डोनाल्ड ट्रंप काफी समय से कहते रहे हैं कि अमेरिका दूसरे देशों पर समान टैक्स लगाएगा. यानी कि जो देश उस पर जितना टैक्स लगाएगा, अमेरिका भी उस पर उतना ही टैक्स लगाएगा. डोनाल्ड ट्रंप ने पीएम मोदी से मुलाकात से पहले भी ऐसा बयान दिया था.
इसी बीच भारत ने एक टैरिफ पर एक बड़ा फैसला लिया है. शुक्रवार को भारत ने बॉर्बन व्हिस्की (American Bourbon Whiskey) के टैक्स को 50% घटा दिया है. मोदी सरकार ने बॉर्बन व्हिस्की पर लगने वाले टैक्स (Bourbon Whiskey Tax) को 150% से कम कर 100% कर दिया है. भारत ने अमेरिका की जिस बॉर्बन व्हिस्की पर टैक्स कम किया है. आइए उसके बारे में जानते हैं.
टैक्स क्यों घटाया?
13 फरवरी को पीएम मोदी की डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात से पहले बॉर्बन व्हिस्की के टैक्स को 50% कम किया गया. बॉर्बन व्हिस्की का अमेरिका भारत का एक बड़ा एक्सपोर्टर है. पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, भारत में आने वाली कुल शराब की एक-चौथाई एल्कोहल अमेरिका से आती है.
2023-24 में 2.5 मिलियन कीमत की बॉर्बन व्हिस्की भारत आई थी. अब बॉर्बन व्हिस्की का बेसिक टैक्स 50% और अतिरिक्त टैक्स 50% है. अब अमेरिका की बॉर्बन व्हिस्की पर भारत में कुल 100% टैक्स लगेगा. वाशिंगटन और नई दिल्ली ने द्विपक्षीय व्यापार को 2030 तक 500 बिलियन डॉलर करने की बात कही है.
कैसे बनती है बॉर्बन व्हिस्की?
बॉर्बन व्हिस्की अमेरिका की इकलौती शराब है जो अमेरिका की है. अमेरिका की ये शराब कॉर्न, राई, आटा और माल्ट से बनाई जाती है. बॉर्बन व्हिस्की से 51 फीसदी मक्का होता है. इन सभी चीजों को ऐसे नए सफेद ओक बैरल में रखा जाता है जिसका पहले इस्तेमाल न किया गया हो.
इसे अंदर से जलाया जाता है फिर बैरल को शराब से भर देते हैं. इसमें कोई कलर या फ्लेवर नहीं मिलाते हैं. इस व्हिस्की में 80 से लेकर 160 तक एल्कोहल होनी चाहिए. अमेरिका में 1800 में पहली बार बॉर्बन व्हिस्की बनी थी.
कैसे पड़ा नाम?
अमेरिका में बॉर्बन काउंटी नाम का एक स्टेट है. बॉर्बन काउंटी के केंटकी में पहली बार ये अनोखी व्हिस्की बनी थी. यही वजह है कि इसी जगह के नाम पर बॉर्बन व्हिस्की का नाम पड़ा. अमेरिका में बॉर्बन व्हिस्की को सिर्फ यहीं पर बनाया जाता है. साल 1964 में अमेरिकी कांग्रेस ने बॉर्बन व्हिस्की को अमेरिका का विशिष्ट प्रोडक्ट घोषित कर दिया.
बॉर्बन व्हिस्की अमेरिका की एक फेमस अल्कोहल है. केंटुकी से लेकर मैनहेटन तक बॉर्बन व्हिस्की अमेरिका की ऑफिशियल ड्रिंक है. बॉर्बन व्हिस्की की वैरायटी ही इसकी पहचान है. यही वजह है कि अमेरिका की ये व्हिस्की इंडिया में भी काफी पसंद की जा रही है. भारी मात्रा में बॉर्बन व्हिस्की भारत आती है.