NTPC हर महीने खरीदेगा 500 केएलडी STP से शोधित पानी, जेवर एयरपोर्ट को होगा ये फायदा

जेवर में बन रहे नोएडा एयरपोर्ट (जेवर एयरपोर्ट) के पानी की जरूरत कासना स्थित एसटीपी से पूरी होगी. इस एसटीपी से शोधित पानी को एयरपोर्ट के निर्माण कार्यों के लिए इस्तेमाल किया जाएगा. एयरपोर्ट के निर्माण के लिए मंजूरी ही इसी शर्त पर मिली है कि एसटीपी से शोधित पानी से निर्माण किया जाएगा. भूजल का दोहन नहीं होगा. इस एसटीपी की क्षमता 135 एमएलडी है.

Jewar Airport
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 03 जनवरी 2022,
  • अपडेटेड 6:32 AM IST
  • नोएडा एयरपोर्ट के पानी की जरूरत होगी पूरी
  • ग्रेनो प्राधिकरण को हर माह निश्चित आमदनी भी होगी

भूजल बचाने के लिए ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण और सरकारी ऊर्जा कंपनी एनटीपीसी ने मिलकर एक अच्छी पहल की है. सूरजपुर के पास ईकोटेक टू स्थित एनटीपीसी का रिसर्च सेंटर अब ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के एसटीपी से शोधित (Refined) 500 किलो लीटर पानी रोज खरीदेगा.  इससे प्राधिकरण को हर महीने निश्चित आमदनी भी मिल सकेगी. 

दरअसल, ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के एसटीपी (सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट) से शोधित पानी खरीदने के लिए एनटीपीसी के साथ करीब एक साल से बातचीत चल रही थी. प्राधिकरण के ईकोटेक टू स्थित एसटीपी से सीवर को शोधित करके स्वच्छ जल बनाने में आ रही लागत की भरपाई करने में एनटीपीसी को निर्णय लेना था. अब शुक्रवार को एनटीपीसी ने सहमति दे दी है. दोनों तरफ के अधिकारी शुरू से ही एक दूसरे के संपर्क में थे. बता दें, एसटीपी से एनटीपीसी तक पाइपलाइन डालने व पंप आदि लगाने का काम एनटीपीसी खुद से करेगा.  

अगले महीने तक काम पूरा 

इस प्रोजेक्ट में करीब 20 मीटर लंबी पाइपलाइन डाली जानी है, जिसका पूरा खर्च एनटीपीसी खुद से वहन करेगा. उम्मीद लगाई जा रही है कि ये प्रोजेक्ट एक महीने में पूरा हो जाएगा. फरवरी 2022 से एनटीपीसी पानी लेना शुरू कर सकता है. ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ नरेंद्र भूषण ने भूजल संचय की राह में बड़ा कदम बताया है. सीईओ ने ग्रेटर नोएडा की और भी कंपनियों व संस्थाओं से सिंचाई व नॉन ड्रिंकिंग वाटर के लिए एसटीपी से शोधित पानी के इस्तेमाल की अपील की, ताकि भूजल को सुरक्षित किया जा सके.

सिंचाई व निर्माण कार्यों में हो रहा शोधित पानी का उपयोग 

आपको बताते चलें, ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की तरफ से चार एसटीपी बनाए गए हैं. सबसे बड़ा एसटीपी कासना में है. वर्तमान में इस एसटीपी से रोजाना करीब 85 एमएलडी सीवर शोधित हो रहा है. इकोटेक टू स्थित एसटीपी से करीब 15 एमएलडी सीवर रोजाना शोधित हो रहा है. ईकोटेक तीन स्थित एसटीपी से रोजाना करीब पांच एमएलडी और बादलपुर स्थित एसटीपी से डेढ़ एमएलडी सीवर शोधित हो रहा है. इस शोधित पानी का इस्तेमाल सिंचाई व निर्माण आदि कार्यों के लिए किया जा रहा है.

नोएडा एयरपोर्ट के पानी की जरूरत होगी पूरी

जेवर में बन रहे नोएडा एयरपोर्ट (जेवर एयरपोर्ट) के पानी की जरूरत कासना स्थित एसटीपी से पूरी होगी. इस एसटीपी से शोधित पानी को एयरपोर्ट के निर्माण कार्यों के लिए इस्तेमाल किया जाएगा. एयरपोर्ट के निर्माण के लिए मंजूरी ही इसी शर्त पर मिली है कि एसटीपी से शोधित पानी से निर्माण किया जाएगा. भूजल का दोहन नहीं होगा. इस एसटीपी की क्षमता 135 एमएलडी है. टैंकर के जरिए पानी की सप्लाई की जाएगी. ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण और विकासकर्ता कंपनी के बीच इस मसले पर बातचीत चल रही है. बहुत जल्द निर्णय होने की उम्मीद है. ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ नरेंद्र भूषण का कहना है कि प्राधिकरण नोएडा एयरपोर्ट के निर्माण के लिए एसटीपी से शोधित पानी देने को तैयार है. जैसे ही मांग की जाएगी, प्राधिकरण सप्लाई शुरू कर देगा.

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