Oyo CEO Ritesh Agarwal salary: कभी सड़कों पर घूमकर सिम बेचते थे रितेश अग्रवाल, आज है 5.6 करोड़ सैलरी, OYO शुरू करते ही बने अरबपति

Oyo की शुरुआत 2013 में रितेश अग्रवाल ने की थी. रितेश ने जब इस सेक्टर में आगे बढ़ने का फैसला किया, तब छोटे होटल्स की हालत उतनी अच्छी नहीं थी. आज उनकी कंपनी करोड़ों की है. रितेश अग्रवाल की कंपनी में 33 फीसदी हिस्सेदारी है.

Ritesh Agarwal
अपूर्वा राय
  • नई दिल्ली,
  • 20 सितंबर 2022,
  • अपडेटेड 4:51 PM IST
  • OYO होटल्स अपना आईपीओ लेकर आ सकती है.
  • रितेश अग्रवाल की कंपनी में 33 फीसदी हिस्सेदारी है.

हॉस्पिटैलिटी और ट्रैवल-टेक फर्म OYO के संस्थापक और सीईओ रितेश अग्रवाल की सैलरी में पिछले वित्तीय वर्ष  250 फीसदी का इजाफा हुआ है. उनका सालाना पैकेज 1.6 करोड़ से बढ़कर 5.6 करोड़ रुपये हो गया है. जहां एक ओर कंपनी ने सीईओ की सैलरी बढ़ाई है, वहीं दूसरी ओर कर्मचारियों की सैलरी में भारी कटौती की गई है.

सेबी को दी गई जानकारी में कंपनी ने बताया कि साल 2021 तक कंपनी ने इस पर 153 करोड़ रुपए खर्च किए थे, जबकि 2022 में इसमें 344 फीसदी की बढ़ोतरी की गई. आज रितेश की कंपनी जिस मुकाम पर है इसमें और किसी का नहीं बल्कि खुद रितेश की खून पसीने की मेहनत है. आज रितेश की गिनती देश के सबसे सफल उद्यमियों में होती है.

सड़कों पर घूमकर बेचे सिम कार्ड

रितेश का जन्म ओडिशा के मारवाड़ी परिवार में हुआ था. उनका परिवार वहीं एक छोटी से दुकान चलाता था. माता-पिता उन्हें इंजीनियर बनाना चाहते थे लेकिन रितेश हमेशा से ही कुछ अलग करने की चाहत रखते थे. 10वीं की पढ़ाई के बाद रितेश दिल्ली आ गए. शुरुआत में उन्होंने खर्च के लिए सड़कों पर घूम-घूमकर सिम कार्ड बेचे. रितेश ने ग्रेजुएशन के लिए कॉलेज में दाखिला तो लिया लेकिन बीच में ही छोड़ दिया. रितेश बताते हैं, उनके घरवालों को लगता था कि वे अपनी जीवन में कुछ नहीं कर पाएंगे. 

साल 2013 में रितेश ने OREVAL STAYS नाम की एक ऑनलाइन रूम बुकिंग करने की कंपनी खोली. जो लोगों को किफ़ायती दामों पर होटल बुक करने की सुविधा उपलब्ध कराता था, बाद में इसका नाम बदलकर ओयो रूम्स कर दिया क्योंकि नाम की वजह से इसके प्रमोशन में दिक्कतें आ रही थीं.

कपल फ्रेंडली होने की वजह से चला बिजनेस

ओयो रूम्स (On Your Own room) दुनिया का सबसे तेजी से बढ़ता होटल चेन है. इनके 35 से ज्यादा देशों में 1.5 लाख से ज्यादा होटल्स हैं. अब ओयो भारत, मलेशिया, इंडोनेशिया और यूरोप में बिजनेस पर ज्यादा फोकस कर रही है. Oyo के जरिए लोग बेहतरीन सुविधाओं के साथ अपना पसंदीदा होटल कम कीमत पर बुक कर पाते हैं. ओयो रूम्स में होटल्स के साथ पार्टनरशिप की जाती है. उसमें निवेश किया जाता है. प्रॉफिट का आधा हिस्सा ओयो अपने पास रखती है, आधा हिस्सा होटल के मालिक को दिया जाता है. कपल्स फ्रेंडली होने के कारण ओयो को अपना बिजनेस जमाने में काफी मदद मिली. रितेश अग्रवाल की ओयो में 33 फीसदी हिस्सेदारी है. वहीं  Softbank Vision Fund की 46 फीसदी हिस्सेदारी है. 2023 की शुरुआत में OYO होटल्स अपना आईपीओ लेकर आ सकती है.

 

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