PAN 2.0: अब QR कोड वाला पैन कार्ड जारी करेगी Modi Government... लेकिन क्यों... पुराने का क्या होगा... यहां जानिए हर सवाल का जवाब

QR Code PAN Card: पैन 2.0 पुराने पैन का अपग्रेड वर्जन होगा. लोगों को अपना पैन नंबर बदलने की जरूरत नहीं है. अभी जो आपका पैन कार्ड नंबर है, वो नहीं बदलेगा. पैन 2.0 को निःशुल्क जारी किया जाएगा. इसे आपके अड्रेस पर फ्री में डिलिवर किया जाएगा.

PAN Card (Symbolic Photo)
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 27 नवंबर 2024,
  • अपडेटेड 7:00 AM IST
  • पैन कार्ड को जारी करने के लिए 1435 करोड़ रुपए की परियोजना को मंजूरी 
  • यह परियोजना अगले साल यानी 2025 से होगी लागू 

मोदी सरकार (Modi Government) ने पैन कार्ड (PAN Card) को अपग्रेड करने वाले प्रोजेक्ट को मंजूरी दे दी है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता वाली केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में PAN/TAN 1.0 की जगह नए प्रोजेक्ट PAN 2.0 को लाने का फैसला किया गया. क्यूआर (QR) कोड वाले इस पैन कार्ड को जारी करने के लिए 1435 करोड़ रुपए की परियोजना को मंजूरी दी गई है. 

सरकार के डिजिटल इंडिया अभियान के तहत इस परियोजना को शुरू किया जाएगा. यह परियोजना अगले साल यानी 2025 से लागू होगी. आइए जानते हैं  QR कोड वाला पैन कार्ड जारी होने के बाद पुराने पैन कार्ड का क्या होगा? क्या वह बेकार हो जाएगा? नए पैन कार्ड के लिए क्या पैसा देना पड़ेगा.  

टैक्सपेयर्स के लिए पैन कार्ड है एक जरूरी डॉक्यूमेंट
हर टैक्सपेयर्स के लिए पैन कार्ड एक जरूरी डॉक्यूमेंट हैं. इसमें 10 अंकों का यूनिक नंबर होता है. इसमें अंकों के साथ अंग्रेजी अक्षरों को भी शामिल किया जाता है. आयकर विभाग इसे जारी करता है. इससे टैक्सपेयर्स की पहचान तो होती ही है. इसके साथ ही वित्तीय लेनदेन को सुविधाजनक बनाने के लिए भी इसका इस्तेमाल किया जाता है. 

पैन 2.0 परियोजना को लाने का क्या है उद्देश्य
केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) ने मंगलवार को पैन 2.0 परियोजना से जुड़े हर बिंदुओं पर जानकारी दी. पैन 2.0 परियोजना स्थायी खाता संख्या (पैन) जारी करने की मौजूदा प्रणाली को सुधारने के मकसद से लाई गई है. पैन 2.0 को लाने का उद्देश्य सरकारी एजेंसियों की सभी डिजिटल प्रणालियों के लिए एक समान व्यवसाय पहचानकर्ता तैयार करना है. इस परियोजना का मकसद पैन और टैन जारी करने और उनके प्रबंधन की प्रक्रिया को सुव्यवस्थित और आधुनिक बनाना है, ताकि यह उपयोगकर्ता के अधिक अनुकूल और कुशल बन सके. 

सीबीडीटी के मुताबिक वर्तमान समय में पैन से संबंधित सेवाएं तीन अलग मंच ई फाइलिंग पोर्टल, यूटीआईआईटीएसएल पोर्टल और प्रोटीन ई-गवर्नेंस पोर्टल पर मौजूद हैं लेकिन पैन 2.0 के लागू होने पर ये सभी सेवाएं एक एकल एकीकृत पोर्टल पर उपलब्ध होंगी. एकीकृत मंच की मदद से पैन कार्ड संबंधी आवेदन, उसमें सुधार और आधार को पैन से जोड़ने के अनुरोध के अलावा ऑनलाइन सत्यापन भी किया जा सकेगा. आपको मालूम हो कि देश में साल 1972 से पैन कार्ड जारी किए जा रहे हैं. अभी तक 78 करोड़ से ज्‍यादा पैन कार्ड जारी किए जा चुके हैं. वर्तमान में 73.28 लाख टैन खाता मौजूद हैं.

कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा
यदि आपका पैन कार्ड बना है तो फिर से पैन कार्ड बनवाने की जरूरत नहीं होगी. पुराना पैन कार्ड ही वैलिड रहेगा. केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि नया पैन 2.0 पुराने पैन का अपग्रेड वर्जन होगा. लोगों को अपना पैन नंबर बदलने की जरूरत नहीं है. अभी जो आपका पैन कार्ड नंबर है, वो नहीं बदलेगा. पुराना नंबर ही वैलिड होगा.

सरकार के फैसले के बाद वो सभी पुराने पैन कार्ड बदले जाएंगे, जिनमें क्‍यूआर कोड नहीं है. सीबीडीटी ने बताया कि पैन 2.0 को निःशुल्क जारी किया जाएगा. यह आपके अड्रेस पर फ्री में डिलिवर हो जाएगा. मौजूदा पैन कार्डधारकों को नए कार्ड के लिए आवेदन तभी करना होगा, जब उन्हें अपने ब्योरे में कुछ संशोधन करना हो.

PAN 2.0 में क्या-क्या होंगी सुविधाएं
1. नए पैन कार्ड में स्कैनिंग का फीचर होगा, जिससे जुड़ा एक क्यूआर कोड होगा. क्यूआर कोड से पैन वेरिफिकेशन आसान हो जाएगा और यह पूरा प्रोसेस ऑनलाइन माध्यम के जरिए होगा.
2. सभी बैंकिंग और फाइनेंशियल सेवाओं के लिए यह एक मजबूत और आसान इंटरफेस होगा, जिसकी मदद से बैंकों के जरिए लेनदेन करने की प्रक्रिया आसान होगी.
3. पैन 2.0 में जिस-जिस काम के लिए पैन की जरूरत होती है. उन सभी के लिए एक ही पोर्टल देगा, जिसकी मदद से टैक्सपेयर्स को अपने पैन अकाउंट को मैनेज करने में आसानी होगी.
4. कॉर्पोरेट की कंपनियों की ओर से डिमांड आती है कि उनको अलग-अलग तरह के नंबर रखने होते हैं, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा. बिजनेस से जुड़े सभी छोटे-बड़े काम के लिए एक ही पैन का इस्तेमाल किया जाएगा.
5. पैन 2.0 में पैन के लिए संभावित नकली आवेदनों की पहचान के लिए बेहतर प्रणाली होने से कोई व्यक्ति एक से अधिक कार्ड नहीं रख पाएगा. इस तरह एक से अधिक पैन रखने के मामलों में नकेल कसी जा सकेगी.
6. पैन में दर्ज व्यक्तिगत आंकड़ों की सुरक्षा के लिए इन आंकड़ों का उपयोग करने वाली सभी संस्थाओं के लिए ‘पैन डेटा वॉल्ट सिस्टम’ अनिवार्य होगा. साथ ही पैन 2.0 के तहत शिकायत निवारण प्रणाली को भी मजबूत किया जाएगा.
7. पैन के जरिए हो रहे फ्रॉडों को ध्यान में रखते हुए. पैन 2.0 को साइबर सिक्योरिटी के फीचर्स के साथ लैस किया जाएगा, जिससे भविष्य में साइबर फ्रॉड को रोकने में मदद मिलेगी.

 

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