क्या है PM मोदी का नया मिशन Wed in India, कैसे देश की आर्थिक स्थिति को होगा इससे फायदा

Wed in India mission: पीएम मोदी का मानना ​​है कि 'वेड इन इंडिया' को बढ़ावा देने से अर्थव्यवस्था को और बढ़ावा मिलेगा. पीएम मोदी का लक्ष्य देश के अंदर आर्थिक गतिविधियों को और बढ़ावा देना है. 

Wed in India
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 08 मार्च 2024,
  • अपडेटेड 1:13 PM IST
  • पीएम मोदी का नया मिशन
  • देश में बढ़ रहा डेस्टिनेशन वेडिंग का ट्रेंड 

हर साल भारत में लाखों शादियां होती हैं. वैश्विक शादियों का 25% आयोजन केवल भारत में ही होता है. इसका मतलब है कि दुनिया में हो रही हर चार में से एक शादी भारत में हो रही है. इंडियन ब्रांड इक्विटी फोरम (IBEF) के अनुसार, भारतीय विवाह उद्योग देश का चौथा सबसे बड़ा उद्योग बन गया है. कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (CAIT) का अनुमान है कि आने वाले सीजन में करीब देश भर में 42 लाख से ज्यादा शादियां होंगी. 

पीएम मोदी ने किया नया मिशन लॉन्च

अब इसी को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में 'Wed In India' मिशन लॉन्च किया है. इसकी मदद से देश का पैसा देश में ही रहेगा. उन्होंने लोगों से अपनी शादियां विदेशों में जाने के बजाय भारत में करने का आग्रह किया है. दिसंबर में उत्तराखंड ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के दौरान, पीएम मोदी ने संपन्न परिवारों की फॉरेन डेस्टिनेशन वेडिंग को चुनने की प्रवृत्ति के बारे में चर्चा की थी. ऐसे में उन्होंने उन सभी लोगों से विदेश की बजाय अपने देश में डेस्टिनेशन वेडिंग करने का आग्रह किया था. बस तभी पीएम मोदी ने ‘वेड इन इंडिया’ मिशन के बारे में बताया. इस मिशन को पीएम मोदी ने 26 नवंबर को 'मन की बात' प्रसारण के दौरान पेश किया था. 

देश में बढ़ रहा डेस्टिनेशन वेडिंग का ट्रेंड 

मेक इन इंडिया और ट्रैवल इन इंडिया जैसी पहलों को आगे बढ़ाते हुए, पीएम मोदी का मानना ​​है कि 'वेड इन इंडिया' को बढ़ावा देने से अर्थव्यवस्था को और बढ़ावा मिलेगा. अनौपचारिक अनुमान बताते हैं कि विदेश में हर साल भारत वालों की लगभग 5,000 डेस्टिनेशन शादियां होती हैं, जिनमें ₹75,000 करोड़ से लेकर ₹1 लाख करोड़ तक का खर्च होता है. ऐसे में लोगों को ये शादियां अपने देश में करनी चाहिए. पीएम मोदी का लक्ष्य देश के अंदर आर्थिक गतिविधियों को और बढ़ावा देना है. 

रिसर्च एंड मार्केट्स की 2023 डेस्टिनेशन वेडिंग ग्लोबल मार्केट रिपोर्ट के अनुसार, डेस्टिनेशन वेडिंग इंडस्ट्री 2022 में 21 बिलियन डॉलर से बढ़कर 2023 में 28 बिलियन डॉलर हो गया है. 

भारत के अलग-अलग राज्यों में डेस्टिनेशन वेडिंग 

भारत के कई राज्य ऐसे हैं जहां डेस्टिनेशन वेडिंग की जा सकती है. इनमें राजस्थान, गोवा, केरल और उत्तराखंड जैसे लोकप्रिय जगह शामिल हैं. इतना ही नहीं देश भर के होटल और रिसॉर्ट शानदार वेडिंग पैकेज पेश करते हैं. जिनके माध्यम से नए और शादीशुदा जोड़े अपनी शादी को यादगार बना सकते हैं. 

'वेड इन इंडिया' जैसी पहल से डोमेस्टिक वेडिंग को बढ़ावा देकर, भारत में हजारों नौकरियां पैदा की जा सकती हैं. साथ ही भारत को एक ऐसे स्थान के रूप में बनाया जा सकता है जहां दुनिया भर से लोग शादी करने आएं. 
 

 

Read more!

RECOMMENDED