अगर आप सड़क किनारे रेहड़ी पटरी पर दुकान चला रहे हैं और आपको अपने बिजनेस को बढ़ाने के लिए फंड की जरूरत है, तो प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना (PM SVANidhi Yojana) आपके काम आ सकती है. इस योजना के तहत बिना गारंटी 50 हजार तक का लोन मिलता है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2020 में इस योजना की शुरुआत की थी, जिसका उद्देश्य छोटे-छोटे व्यापारी, खासकर रेहड़ी-पटरी वालों को आर्थिक मदद प्रदान करना है.
सरकार ने पीएम स्वनिधि योजना के लिए मोबाइल ऐप भी लॉन्च किया है. अब तक 13,422 करोड़ के 94.31 लाख लोन इन छोटे व्यापारियों को दिए जा चुके हैं. इसके जरिए अब लोन के लिए आवेदन करने से लेकर उसकी मंजूरी तक की प्रक्रिया बेहद आसान हो गई है. ऐप को यूजर-फ्रेंडली बनाया गया है ताकि हर कोई इसे इस्तेमाल कर सके. यह ऐप डिजिटल इंडिया के सपने को और मजबूत करता है और रेहड़ी-पटरी वालों को आत्मनिर्भर बनने की दिशा में एक बड़ा कदम है.
प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना क्या है?
प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना की शुरुआत केंद्र सरकार ने 1 जून 2020 को की थी. जिसका उद्देश्य उन छोटे व्यापारियों और रेहड़ी-पटरी वालों को आर्थिक मदद देना है, जो कोरोना महामारी के चलते प्रभावित हुए. इस योजना के तहत सड़क किनारे व्यवसाय करने वालों को 10,000 से 50,000 रुपये तक का लोन दिया जाता है. जिसे आसान किश्तों में चुकाना होता है.
योजना में खास बात यह है कि इस लोन के लिए किसी प्रकार की गारंटी देने की जरूरत नहीं होती. साथ ही समय पर भुगतान करने वाले लाभार्थियों को ब्याज में 7% तक की सब्सिडी और डिजिटल लेनदेन पर कैशबैक की सुविधा भी दी जाती है.
किसे मिल सकता है इस स्कीम का फायदा
प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना का फायदा विशेष रूप से उन छोटे व्यापारियों को मिलेगा जो सड़क किनारे या अन्य सार्वजनिक स्थानों पर अपनी दुकान चला रहे हैं. जैसे कि रेहड़ी-पटरी वाले, ठेले वाले, छोटे स्ट्रीट फूड वेंडर्स, छोटे कपड़ा वेंडर्स, सड़क पर सामान बेचने वाले छोटे व्यापारी.
इस योजना का फायदा केवल उन रेहड़ी-पटरी वालों को मिलेगा जो कम से कम 1 साल से बिजनेस कर रहे हैं और इसका सबूत (जैसे पहचान पत्र) दे सकते हैं. साथ ही 24 मार्च 2020 के पहले से सक्रिय थे. इस योजना के तहत जिन लोगों को लोन मिलता है, वे न सिर्फ अपने बिजनेस को बढ़ा सकते हैं, बल्कि इससे क्रेडिट स्कोर भी बेहतर होता है, जो भविष्य में उन्हें दूसरे लोन दिलाने में भी मदद करता है.
योजना की खास बातें
1. बिना गारंटी लोन: इस योजना के तहत मिलने वाले लोन के लिए किसी भी प्रकार की गारंटी नहीं देनी होती है.
2. लोन राशि:
- पहली बार ₹10,000 तक का लोन.
- समय पर भुगतान करने पर दूसरी बार ₹20,000 का लोन.
- तीसरी बार ₹50,000 तक का लोन.
3. ब्याज में छूट: समय पर या जल्दी भुगतान करने वालों को सालाना 7% की ब्याज सब्सिडी मिलती है.
4. कैशबैक सुविधा: डिजिटल लेनदेन पर ₹100 तक मासिक कैशबैक की सुविधा.
5. डिजिटल प्रक्रिया: आवेदन, ई-केवाईसी और लोन अप्रूवल पूरी तरह डिजिटल है.
कैसे करें आवेदन?
1. PM SVANidhi पोर्टल पर जाएं.
2. अपने सर्वे रेफरेंस नंबर (SRN) के साथ लॉगिन करें.
3. मांगी गई जानकारी भरें और आवश्यक दस्तावेज अपलोड करें.
4. डिजिटल रूप से ई-केवाईसी पूरी करें.
5. लोन स्वीकृति की स्थिति को पोर्टल पर ट्रैक करें.
क्यों जरूरी है यह योजना?
भारत में लाखों छोटे व्यापारी और स्ट्रीट वेंडर्स हैं, जो अपनी रोजी-रोटी के लिए हर दिन मेहनत करते हैं. कोरोना महामारी के चलते इनकी आजीविका पर गहरा असर पड़ा था. पीएम स्वनिधि योजना का मुख्य उद्देश्य इन व्यापारियों को फिर से खड़ा करना और आत्मनिर्भर बनाना है. यह योजना न केवल उनके व्यवसाय को पुनर्जीवित करती है, बल्कि उनके जीवन स्तर को भी सुधारने में मदद करती है. सरकार के आंकड़ों के मुताबिक प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना के तहत रेहड़ी-पटरी वालों को कुल 13,422 करोड़ रुपये के 94.31 लाख लोन दिए गए हैं. यह जानकारी सोमवार को राज्यसभा में दी गई है.
यह स्टोरी निहारिका सिंह ने लिखी है, निहारिका GNTTV में बतौर इंटर्न काम कर रही हैं.