साल 2022-23 का बजट (Union Budget 2022-23) 1 फरवरी को पेश होने वाला है, ऐसे में ( ICAI) इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया ने सिफारिशों की लिस्ट भेजनी शुरू कर दी है, ICAI के अलावा स्टेकहोल्डर्स और अलग अलग राज्यों के वित्त मंत्रियों ने अपने -अपने सुझावों की लिस्ट वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) को सौंपनी शुरू कर दी है. इसी बीच इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया (ICAI) ने भी अपनी सिफारिशें भेजी है और पीपीएफ (PPF) की अधिकतम वार्षिक जमा सीमा को बढ़ाकर 3 लाख रुपये करने की सिफारिश की है.
ICAI ने की सिफारिश
इंस्टीच्युट ऑफ चार्टड अकाउंटेंट (ICAI) ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) को पब्लिक प्रॉविडेंट फंड (PPF) में निवेश की अधिकत्तम सीमा को मौजूदा 1.5 लाख रुपये से बढ़ाकर 3 लाख रुपये करने का सुझाव दिया है.
ICAI ने दिए ये सुझाव
- पीपीएफ में योगदान की वार्षिक सीमा 1.5 लाख रुपये की वर्तमान सीमा से बढ़ाकर 3 लाख रुपये की जाए.
- धारा सीसीएफ के तहत कटौती की अधिकतम सीमा 1.5 लाख रुपये से बढ़ाकर 3 लाख रुपये की जा सकती है.
- बड़े पैमाने पर जनता को बचत के मौके देने के लिए धारा 80 सी के तहत कटौती की मात्रा 1.5 लाख रुपये से बढ़ाकर 2.5 लाख रुपये की जा रही है.
PPF क्या है?
पब्लिक प्रॉविडेंट फंड (PPF) सरकार द्वारा चलाई जा रही एक तरह से स्माल सेविंग स्कीम है जिसको लेकर निवेशकों को कोई जोखिम नहीं रहता है. लंबे समय तक निवेश करने के लिए यह एक अच्छा विकल्प है. रिटायरमेंट के समय इसका बड़ा फायदा मिलता है. इसमें बहुत ज्यादा फायदा तो नहीं मिल पाता है लेकिन इससे मिलने वाली आया टैक्स फ्री होती है. साथ ही 80 सी के तहत इस पर टैक्स छूट भी ली जा सकती है.