मुश्किलों से लड़ना जान गए तो सफलता जरूर मिलेगी. इनवर्टर मैन के नाम से मशहूर कुंवर सचदेव पैसों की तंगी के चलते प्राइमरी के बाद की पढ़ाई सरकारी स्कूल में करनी पड़ी. पढ़ाई का खर्चा निकालने के लिए उन्होंने घर-घर जाकर पेन बेचना पड़ा. लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं हारी. मुश्किलों से लड़ते रहे और कोशिश करते रहे. आज कुंवर सचदेव (Kunwer Sachdeva) हजारों करोड़ की कंपनी Su-Kam के मालिक हैं. उनकी कंपनी का कारोबार विदेशी भी फैला है.
गरीबी में बीता बचपन-
कुंवर सचदेव का जन्म एक मध्यवर्गीय फैमिली में हुआ. उनके पिता रेलवे में सेक्शन ऑफिसर थे. लेकिन परिवार की आर्थिक हालत ठीक नहीं थी. कुंवर सचदेव की प्राइमरी तक की पढ़ाई प्राइवेट स्कूल में हुई. लेकिन पैसों की तंगी के चलते 5वीं के बाद की पढ़ाई सरकारी स्कूल में करनी पड़ी. उनको अपनी पढ़ाई का खर्च निकालने के लिए घर-घर जाकर पेन बेचना पड़ता था.
डॉक्टर बनना चाहते थे सचदेव-
कुंवर सचदेव का सपना डॉक्टर बनने का था. लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था. 12वां के बाद वो मेडिकल एंट्रेंस टेस्ट नहीं पास कर पाए. जिसके बाद उन्होंने इस सपने के लिए कोशिश करनी छोड़ दी. ग्रेजुएशन की पढ़ाई के दौरान कुंवर ने केबल कम्युनिकेशन कंपनी में मार्केटिंग विभाग में नौकरी शुरू की. इस जॉब में काम करते हुए उनको समझ आया कि केबल के बिजनेस में मुनाफा कमाया जा सकता है. इसके बाद उन्होंने जॉब छोड़ दी.
कुंवर सचदेव की शुरू किया बिजनेस-
2 साल नौकरी करने के बाद कुंवर सचदेव ने नौकरी छोड़ दी और साल 1988 में 10 हजार रुपए से अपना कारोबार शुरू किया. उन्होंने सु-कैम कम्युनिकेशन (Su-Kam Communication) नाम से एक कंपनी बनाई. ग्लोबलाइजेशन के बाद टीवी केबल का बिजनेस खूब चला. लेकिन साल 2000 में इन्वर्टर से एक बच्चे को करंट लगा. जिसके बाद उन्होंने प्लास्टिक बॉडी वाला इन्वर्टर बनाने का फैसला किया. साल 1998 में कंपनी का नाम बदलकर सु-कैम पॉवर सिस्टम (Su-Kam Power System) कर दिया गया. आज कंपनी कई तरह से सोलर प्रोडक्ट बनाती है.
कंपनी का कारोबार-
कंपनी के सोलर प्रोडक्ट की मांग भारत के अलावा दूसरे देशों में भी है. कंपनी का कारोबार दुनिया के 90 देशों में फैला है. कंपनी 200 से अधिक सामानों का उत्पादन करती है. कंपनी सोलर से जुड़े इन्वर्टर भी बनाती है.कुंवर सचदेव की कंपनी आज हजारों करोड़ का कारोबार करती है.
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