बदलते समय के साथ खेती करने के तरीकों में भी बदलाव हो रहा है. कई किसान पारंपरिक खेती छोड़कर व्यावसायिक खेती कर रहे हैं. जिससे उनको काफी फायदा हो रहा है. ऐसे ही एक किसान बिहार के गोपालगंज के रहने वाले अगस्त माली हैं. माली 20 सालों से फूलों की खेती कर रहे हैं. वो कम लागत में अच्छा-खासा मुनाफा कमा रहे हैं.
20 साल से फूलों की खेती-
अगस्त माली बिहार के गोपालगंज के एकडरवा गांव के रहने वाले हैं. वो 20 साल से फूलों की खेती कर रहे हैं. सबसे ज्यादा गेंदा के फूल उगाते हैं. माली पहले मंदिर के पास फूल बचते थे. वो कोलकाता और पटना से फूल मंगवाते थे और इसको बेचते थे. कुछ समय ऐसे ही चलता रहा. फिर उनके मन में फूलों की खेती का विचार आया. इसके बाद उन्होंने फूलों की खेती शुरू की.
पिता भी बेचते थे फूल-
अगस्त माली की फैमिली फूल बेचने का काम करती थी. उनके पिता भी फूल बेचते थे. ये उनका पुश्तैनी धंधा था. लेकिन अगस्त ने पुश्तैनी धंधे में कुछ बदलाव करने की सोची और उसमें सफल भी हुए. उन्होंने फूल बेचने के साथ खेती करने का फैसला भी किया. खेती का फैसला कर लिया. लेकिन उसके लिए जरूरी चीजें जुटाने लिए काफी कोशिश करनी पड़ी. अगस्त फूल के बीज के लिए कोलकाता को चुना. वो कोलकाता से फूलों के बीज मंगवाने लगे और खेती करने लगे. अगस्त ने 10 कट्ठे में फूलों की खेती शुरू की.
दिक्कतों का करना पड़ा सामना-
अगस्त माली को शुरुआत में फूलों की खेती में दिक्कतों का सामना करना पड़ा. इसकी खेती के बारे में उनको ज्यादा जानकारी नहीं थी. इसलिए कई तरह की दिक्कतें आईं. लेकिन धीरे-धीरे इन समस्याओं को समझते ही वे आगे बढ़ते रहे. जैसे-जैसे समय बीतता गया, फूलों की खेती के बारे में सारी जानकारियां जुटा ली. अब वो एक बेहतरीन खेती करते हैं और कई लोगों को इसके बारे में बताते भी हैं. अब अगस्त खेती के साथ दुकान लेकर फूलों की बिक्री भी करते हैं.
कितनी होती है सालाना कमाई-
हिंदी डॉट न्यूज18 डॉट कॉम की एक रिपोर्ट के मुताबिक अगस्त माली 10 कट्ठा में खेती करते हैं. इसमें वो 10 हजार फूल के पौधे लगाते हैं. जिसमें से डेढ़-दो हजार पौधे नष्ट हो जाते हैं. हालांकि इससे कोई नुकसान नहीं होता है. ऐसे खेती करने में होता रहता है. फूल की खेती 3 महीने की होती है. इस तरह से साल में 4 बार फूल का उत्पादन होता है. एक बार में 2-2.5 लाख तक की कमाई होती है. इस तरह से 10 कट्ठे में फूलों की खेती से सालाना 10 लाख तक की कमाई हो जाती है.
अगस्त ने की है 7वीं तक की पढ़ाई-
अगस्त माली की परिवार की आर्थिक हालत आज बहुत अच्छी है. लेकिन कभी ऐसा भी था कि परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी. घर में पैसों की कमी थी. जिसकी वजह से अगस्त माली को पढ़ाई तक छोड़नी पड़ी थी. अगस्त ने 7वीं तक की पढ़ाई की है. लेकिन उसके बाद पैसे की तंगी के चलते पढ़ाई छोड़नी पड़ी. अगस्त घर चलाने के लिए पिता के कामों में हाथ बंटाने लगे.
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