भारतीय व्यंजन देश-दुनिया में अपने मसालों और स्वाद के लिए मशहूर हैं. बात जब भारतीय मसालों की आती है तो मार्केट में एमडीएच, एमटीआर और एवरेस्ट जैसे ब्रांड्स के नाम लिए जाते हैं. लेकिन इन सबके बीच एक और ब्रांड है जिसने अपनी पहचान बनाई है. यह कहानी है बेंगलुरु के 40 करोड़ रुपये के टर्नओवर वाले मसाला ब्रांड Kwality Foods की.
कैसे शुरू हुआ सफर
क्वालिटी फूड्स की कहानी 1960 के दशक के अंत में शुरू हुई, जब भवरलालजी पगारिया ने राजस्थान के सोजत से निकलकर दक्षिण भारत में बंगलुरु की ओर रुख किया. उन्होंने यहां पर आकर शहर में मसालों की एक छोटी सी किराने की दुकान शुरू की और इसे 30 सालों तक चलाया. उनके बेटे नरेश ने बचपन से अपने पिता को यही व्यवसाय करते देखा. एक दिन उन्होंने अपने पिता से कहा कि मसालों का व्यापार करने से बेहतर होगा कि अपने मसाले बनाकर बेचे जाएं.
नरेश ने योरस्टोरी बताया कि जब वह पढ़ाई कर रह थे जब उन लोगों ने अपनी उस छोटी सी दुकान में चार तरह के मसाले बनाना शुरू कर दिया था. फिर पढ़ाई पूरी करने के बाद, उन्होंने मैन्यूफैक्चरिंग बिजनेस चलाने का जिम्मा अपने ऊपर ले लिया था. नरेश ने 1998 में एक बड़ी जगह लेकर ज्यादा क्वांटिटी में मसाले बनाना शुरू किया. उन्होंने अपने बिजनेस का नाम पगारिया फूड्स और ब्रांड का नाम क्वालिटी फूड्स रखा.
मसालों के साथ लॉन्च किए और कई प्रोडक्ट्स
नरेश ने लगातार अपने कैटलॉग में नए मसाले जोड़ना शुरू किया. साथ ही, अपने उत्पाद बेंगलुरु से बाहर तुमकुरु और अनंतपुर जैसे आसपास के शहरों में बेचना शुरू किया. मसालों के बाद नरेश ने दूसरे उत्पादों पर सोचना शुरू किया. उन्होंने देखा कि अगर सीरियल्स को अच्छी तरह से पैक किया जाए और सस्ती दरों पर बेचा जाए, तो यह उत्पाद बेहतर काम करेगा. नरेश ने धीरे-धीरे इस तरह के प्रोडक्ट्स भी मार्केट में उतारे.
अब उनके पास दक्षिण भारत और पश्चिम भारत में 450 से ज्यादा डिस्ट्रिब्यूटर हैं और 35,000 से ज्यादा रिटेलर हैं. उनके प्रोडक्ट्स डीमार्ट, रिलायंस, मोर (आदित्य बिड़ला ग्रुप), वॉलमार्ट जैसी चैन्स को सप्लाई होते हैं. क्वालिटी फूड्स के मसाले और सीरियल्स अमेज़न इंडिया, फ्लिपकार्ट और बिगबास्केट पर मौजूद हैं. आज वे 20 से ज्यादा देशों में प्रोडक्ट्स निर्यात करते हैं. नरेश के पिता ने जो बिजनेस एक छोटी सी किराना की दुकान से शुरू किया था, उसे आज नरेश ने करोड़ों का बना दिया है.