Swiggy IPO Listing: ESOP की वैल्यू बढ़ने से करोड़पति बनेंगे स्विगी के 500 कर्मचारी, जानिए क्या होता है ESOP

फूड डिलीवरी कंपनी Swiggy की शेयर मार्केट में एंट्री हो गई है. बुधवार को स्विगी के शेयर एनएसई पर अपने आईपीओ प्राइस 390 रुपये से 7.69% प्रीमियम के साथ लिस्ट हुए.

Swiggy
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 13 नवंबर 2024,
  • अपडेटेड 12:26 PM IST
  • स्विगी के 500 कर्मचारी बन गए करोड़पति
  • क्या होता है ESOP

फूड डिलीवरी कंपनी Swiggy की शेयर मार्केट में एंट्री हो गई है. बुधवार को स्विगी के शेयर एनएसई पर अपने आईपीओ प्राइस 390 रुपये से 7.69% प्रीमियम के साथ लिस्ट हुए. कंपनी एनएसई पर 420 रुपये पर लिस्ट हुई. बीएसई पर इसकी शुरुआत 5.64% के प्रीमियम के साथ 412 रुपये पर हुई. कंपनी ने पिछले हफ्ते अपना आईपीओ लॉन्च किया था और इसे तीन गुना से ज्यादा का सब्सक्रिप्शन मिला.

रिटेल इंवेस्टर्स को स्विगी से बेशक ज्यादा मुनाफा न दिया हो लेकिन ईएसओपी होल्ड वाले कंपनी के कर्मचारियों को ये जरूर करोड़पति बना सकता है. स्विगी का आईपीओ खरीदने वाले निवेशक फिलहाल 1.37 परसेंट मुनाफे में हैं. स्विगी के कर्मचारी ज्यादा फायदे में हैं क्योंकि उन्हें हर शेयर पर 25 रुपये का डिस्काउंट मिला है.

ईएसओपी क्या हैं?
इंप्लॉई स्टॉक ओनरशिप प्लान यानी ईएसओपी कर्मचारियों को सैलरी के बजाय कंपनी के शेयर खरीदने का ऑप्शन देती है. कर्मचारी इस शेयर को या तो रख सकता है या फिर मुनाफे के तहत बेच भी सकता है. ESOP के तहत मिले अधिकार को स्टॉक ऑप्शंस कहते हैं. स्टॉक ऑप्शन अपने आप में एक कॉन्ट्रैक्ट है जहां कर्मचारी कंपनी का शेयर फ्री में या रियायती दर पर हासिल कर सकता है.

ईएसओपी कर्मचारियों की परफॉर्मेंस को प्रोत्साहित करने का एक तरीका है. कंपनी के शेयर की कीमत सीधे उसके वित्तीय प्रदर्शन से प्रभावित होती है. इसलिए, कंपनी जितना बेहतर काम करेगी, उसके शेयर उतने ही ज्यादा मूल्यवान होंगे. भारत में सबसे पहले आईटी कंपनी इंफोसिस ने अपने कर्मचारियों को ईएसओपी जारी किया था.

स्विगी ने अपने कर्मचारियों को बनाया करोड़पति
कंपनी के शेयरों की लिस्टिंग के बाद हर कर्मचारी ने 1 करोड़ रुपये की कमाई की है. कंपनी का कुल ईएसओपी पूल 9,000 करोड़ रुपये है, और प्रति शेयर मूल्य 390 रुपये है, जो इसके आईपीओ का अपर प्राइस बैंड भी है. स्विगी के कर्मचारी एक साल के लॉक-इन पीरियड की तुलना में लिस्टिंग से एक महीने बाद अपने शेयर बेच सकते हैं. बता दें, स्विगी ने कंपनी के कर्मचारियों के लिए 500 करोड़ रु का ESOP बायबैक प्रोग्राम लॉन्च किया था. 

वित्त वर्ष 2024 में स्विगी का घाटा 4179.3 करोड़ से गिरकर 2350.2 करोड़ रुपये पर आ गया. इस दौरान कंपनी का ऑपरेशनल रेवेन्यू 36 फीसदी बढ़कर 11,247.4 करोड़ रुपये पर पहुंच गया. चालू वित्त वर्ष की जून तिमाही में कंपनी का घाटा सालाना आधार पर 564 करोड़ से बढ़कर 611 करोड़ रुपये पहुंच गया.

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