एयर इंडिया ने अपनी ट्रांसफॉर्मेशन जर्नी के तहत गुरुवार को अपनी नई ब्रांड आइडेंटिटी का अनावरण किया. भारत की इस प्रतिष्ठित एयरलाइन के अपना नया लोगो लॉन्च किया है. इस नए लोगो में गोल्डन, रेड और पर्पल कलर का इस्तेमाल हुआ है और यह मॉडर्न डिजाइन में बना है. नया लोगो अशोक चक्र से प्रेरित लाल हंस और हंस के अंदर नारंगी रंग की तीलियों वाले पुराने लोगो को रिप्लेस करेगा.
दिसंबर 2023 से दिखेगा नया लोगो
कंपनी ने एक प्रेस रिलीज में कहा, एयर इंडिया का नया लोगो, विस्टा, की प्रेरणा गोल्ड विंडो फ्रेम के पीक से ली गई है. यह भविष्य के लिए एयरलाइन की असीमित संभावनाओं, प्रगति और आत्मविश्वास से भरे दृष्टिकोण का प्रतीक है.
प्रेस रिलीज के अनुसार, नया लोगो दिसंबर 2023 में यात्रियों को दिखाई देगा, जब एयर इंडिया का पहला एयरबस A350 नई पोशाक के साथ बेड़े में शामिल होगा. हालांकि, एयर इंडिया का महाराजा मैस्कॉट अस्तित्व में रहेगा लेकिन इसका वर्कलोड कम हो जाएगा. महाराजा पिछले 77 सालों से एयरलाइन से जुड़ा एक प्रतिष्ठित प्रतीक बन गया है.
कई बार बदला है एयर इंडिया का लोगो
एयर इंडिया ने हाल ही में ट्वीट करके पुराने लोगो के जरिए कंपनी की लेगेसी शेयर की. साल 1932 में टाटा एयरलाइंस से लेकर कोणार्क के पहिये से सुशोभित प्रतीक तक, हर एक लोगो एयर इंडिया के विकास को दर्शाता है. साल 1948 में, इसका लोगो मालाबार बोट की आउटलाइन के अंदर एक चरखे का एक प्रतिनिधित्व था. महात्मा गांधी चरखा चलाते थे और यह भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन का प्रतिनिधित्व करता था, जबकि नाव भारत के समुद्री इतिहास को दर्शाती थी.
2007 में, एयर इंडिया का इंडियन एयरलाइंस में विलय हो गया और दोनों एयरलाइंस के मिलन के प्रतीक के रूप में एक नया लोगो बनाया गया. नए लोगो में लाल रंग के "उड़ते हुए हंस" का एक स्टाइलिश वर्जन दिखाया गया है, जिसके अंदर कोणार्क चक्र रखा गया है. उड़ता हुआ हंस एयर इंडिया के पुराने लोगो से लिया गया था, और कोणार्क चक्र इंडियन एयरलाइंस के लोगो से लिया गया था.
कोणार्क चक्र भारत के ओडिशा में कोणार्क सूर्य मंदिर के पहिये से प्रेरित है. यह चक्र गति और प्रगति का प्रतीक है, जबकि उड़ता हुआ हंस उड़ान का प्रतिनिधित्व करता है. लाल रंग को एयर इंडिया की पिछली ब्रांडिंग से बरकरार रखा गया है, जो जीवंतता और गर्मजोशी का प्रतीक है, जो अक्सर भारतीय संस्कृति से जुड़ा होता है.
एयर इंडिया के महाराजा
"महाराजा" मैस्कॉट को 1946 में उस समय एयर इंडिया के कमर्शियल डायरेक्टर बॉबी कूका और बॉम्बे में जे. वाल्टर थॉम्पसन लिमिटेड के एक कलाकार उमेश राव ने बनाया था. एक स्टाइलिश, पगड़ी पहने हुए व्यक्ति के रूप में चित्रित, महाराजा शालीनता और आतिथ्य की विशेषता रखते हैं. उन्होंने अपने मेहमानों का स्वागत पारंपरिक भारतीय तरीके से किया.
इन सालों में, महाराजा को दुनिया भर में एयरलाइन का प्रतिनिधित्व करने वाले विभिन्न विज्ञापनों में चित्रित किया गया है. जबकि एयर इंडिया अपने पूरे इतिहास में कई बदलावों और चुनौतियों से गुज़री है, महाराजा की छवि ब्रांड का एक स्थायी प्रतीक बनी हुई है.
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