17 साल की छात्रा ने शुरू किया Invest the Change, ताकि फाइनेंस से जुड़े दांव-पेंच समझ सकें जरूरतमंद लोग

गुरुग्राम स्थित एक सामाजिक उद्यम 'Invest the Change', गरीब तबके के लोगों को वित्तीय साक्षरता हासिल करने और विभिन्न सरकारी योजनाओं तक पहुंचने में मदद कर रहा है.

Kashvi Jindal
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 25 दिसंबर 2023,
  • अपडेटेड 1:14 PM IST

आज भी देश में एक तबका ऐसा है जिन्हें फाइनेंस को कैसे मैनेज करना है उसके बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है. इन लोगों के लिए सरकारी स्कीम्स का लाभ उठाना भी मुश्किल हो जाता है क्योंकि उन्हें प्रोसेस ज्यादा समझ नहीं आती है. ऐसे लोगों की मदद करने का जिम्मा उठाया है एक 17 साल की लड़की ने. यह कहानी है गुरुग्राम की काश्वी जिंदल की, जिन्होंने Invest the Change नाम से एक सोशल एंटरप्राइज की शुरुआत की है. 

13 साल की उम्र से समझा फाइनेंस 
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबकि, जब दूसरे बच्चे अपने खाली समय में दोस्तों के साथ खेलने में व्यस्त होते थे, तो 13 साल की काश्वी अपने पिता के साथ व्यवसाय के बारे में गंभीर चर्चा करती थीं. काश्वी जिंदल बिजनेस जगत के बारे में बातें सुनकर बड़ी हुईं. उनके पिता, गौरव जिंदल (46) अपना खुद का हेज फंड चलाते हैं. काश्वी उनके साथ फाइनेंस सेक्टर पर डिस्कस करती है.

अपने पिता के सपोर्ट से काश्वी ने अपना बिजनेस शुरू करने का निर्णय लिया. अब काश्वी गुरुग्राम स्थित एक सामाजिक उद्यम "इन्वेस्ट द चेंज" की संस्थापक हैं, जो ग्रामीण और वंचित पृष्ठभूमि से आने वाले लोगों को फाइनेंशियल लिट्रेसी हासिल करने में मदद करता है. इससे उन्हें विभिन्न सरकारी योजनाओं का लाभ उठाने में भी मदद मिलती है. काश्वी अब तक 15 वॉलंटियर्स की मदद से 3,000 से ज्यादा लोगों की मदद कर चुकी है.

कैसे हुई शुरूआत 
साल 2020 में, महामारी के दौरान, क्रिप्टोकरेंसी पर रिसर्च करते समय, काश्वी को कई फाइनेंशियल इंस्ट्रूमेंट्स मिले जो कम-आय वर्ग के लोगों के लिए उपलब्ध हैं. हालांकि, ज्यादातर लोगों को इन योजनाओं के बारे में जानकारी नहीं थी, जैसे कि उनकी अपनी हाउसहेल्प को भी जानकारी नहीं थी. 
इस तरह काशवी को "इन्वेस्ट द चेंज" का विचार आया और उन्होंने 2021 के अंत तक इस पर काम करना शुरू किया. साल 2022 तक, उन्होंने एक फुलप्रूफ योजना तैयार कर ली थी, और कंपनी लॉन्च की गई.

अब तक, काश्वी ने 3,000 से अधिक घरेलू कामगारों, बस चालकों और दिहाड़ी मजदूरों की मदद की है. उन्होंने प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना (पीएमएसबीवाई), प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना (पीएमजेजेबीवाई), प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (पीएम-जेएवाई) और अटल पेंशन योजना जैसी पात्र सरकारी योजनाओं का फायदा उठाने में भी उनकी मदद की है.

कंपनी कैसे काम करती है
सबसे पहले कंपनी अपने विभिन्न सेमिनारों में आने वाले लोगों के लिए जरूरी कंटेंट विकसित करती है. फिर, दूसरे स्टेप में, काश्वी अपनी टीम के साथ, इन लोगों की मदद करती हैं, वे उन्हें बैंक खाते खोलने और सही फॉर्म भरने में मदद करते हैं. आखिरी स्टेप में फॉलो-अप लेते हैं. अब, काश्वी का कहना है कि वह कंपनी को आगे बढ़ाना चाहती है और ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचना चाहती है. 

 

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