Success Story: दो दोस्तों ने 10 हजार रुपए में शुरू किया था बिजनेस, Daya Arya और Upendra Yadav की कंपनी Trim Trim Store का लाखों में है टर्नओवर

Trim Trim Store Success Story: दया आर्या बुलंदशहर के रहने वाले हैं. जबकि उपेंद्र यादव अलीगढ़ से आते हैं. दोनों दोस्तों ने साथ पढ़ाई की. एक बाद एक साल तक नौकरी की. लेकिन जब जॉब में मन नहीं लगा तो उन्होंने बिजनेस शुरू किया. शुरुआत में कई कामों में हाथ आजमाया. लेकिन सफलता नहीं मिली. साल 2019 में दोनों ने डिजिटल मार्केटिंग में कदम रखा और आज लाखों का कारोबार करते हैं.

Trim Trim Store co-founder daya arya
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 06 मई 2024,
  • अपडेटेड 9:13 AM IST

उत्तर प्रदेश के रहने वाले दो दोस्तों ने साथ पढ़ाई की. उसके बाद जॉब किया. लेकिन उनका मन नौकरी में नहीं लगा. उन्होंने अपना बिजनेस शुरू किया. लेकिन बिजनेस इतना आसान नहीं था. कई बार असफलता हाथ लगी. फिर भी उन्होंने हार नहीं मानी. उन्होंने मार्केट को समझा और डिजिटल मार्केटिंग में कदम रखा और ऑनलाइन टी-शर्ट बेचने लगे. आज दोनों दोस्त लाखों की कमाई कर रहे हैं. हम बात कर रहे हैं दो दोस्त दया आर्या और उपेंद्र यादव की, जिन्होंने साल 2019 में ट्रिम ट्रिम स्टोर (Trim Trim Store) की शुरुआत की थी.

साथ पढ़ाई की, फिर एक साल तक की नौकरी-
दया आर्या उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले के रहने वाले हैं और उनका दोस्त उपेंद्र यादव अलीगढ़ का रहने वाला है. दोनों ने साल 2012 में एमबीए की पढ़ाई पूरी की और उसके बाद जॉब करने लगे. दोनों ने करीब एक साल तक नौकरी की. लेकिन उनका मन जॉब में नहीं लगा. इसके बाद उन्होंनें अपना बिजनेस शुरू किया. लेकिन शुरुआत में कई बार असफलता मिली. लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और मार्केट को समझने की कोशिश की. इसके बाद उन्होंने डिजिटल मार्केटिंग में कदम रखने का फैसला किया. 

डिजिटल मार्केटिंग में रखा कदम-
दया और उपेंद्र ने साल 2019 में स्टार्टअप की शुरुआत की. इसके तहत उन्होंने ऑनलाइन टी-शर्ट बेचने की शुरुआत की. इस बिजनेस की खास बात ये थी कि वो लोगों की डिमांड पर टी-शर्ट प्रिंट करवाते थे. उन्होंने शुरुआत में इस बिजनेस में सिर्फ 10 हजार रुपए इन्वेस्ट किए थे. उन्होंने स्टार्टअप का नाम ट्रिम ट्रिम स्टोर (Trim Trim Store) रखा.

डिमांड पर तैयार होती है टीशर्ट-
इस स्टार्टअप का काम टीशर्ट के मॉकअप तैयार करना और उनकी प्रिटिंग करना है. टीशर्ट तक तैयार की जाती है, जब कस्टमर की डिमांड आती है. कंपनी कस्टमर को मनचाही डिजाइन की टी-शर्ट सप्लाई करती है. कंपनी होलसेल का कारोबार करती है और उनके प्रोडक्ट कई प्लेटफॉर्म्स पर लिस्टेड हैं.

शुरुआत में बनी-बनाई टी-शर्ट खरीदकर लाया जाता था और उसे दूसरी जगह ले जाकर प्रिंट कराया जाता था. लेकिन अब टी-शर्ट बनाने से लेकर प्रिंट करने तक का काम कंपनी में होता है. कंपनी ने खुद का प्रिटिंग यूनिट लगवा लिया है. कंपनी की शुरुआत 10 हजार रुपए से हुई थी. लेकिन आज कंपनी का टर्नओवर लाखों में है.

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