Trishneet Arora Success Story: हर व्यक्ति चाहता है कि बिजनेस वर्ल्ड में कम समय में उसकी पहचान बन जाए. हर कोई उसके बारे में जाने. ये सपना हर किसी का पूरा नहीं होता है. कुछ लोग ऐसे होते हैं जो अपने हार्डवर्क और काबिलियत के चलते उस मुकाम को पा लेते हैं.
ये अचीवमेंट और भी खास हो जाती है जब एक स्कूल ड्रॉप आउट अरबपति बन जाता है. गौतम अडानी और बिल गेट्स से लेकर कई ऐसे बिजनेसमेन हैं जो स्कूल ड्रॉप आउट होने के बाद अरबपति बने.
इसी कड़ी में एक और व्यक्ति का नाम जुड़ गया है. त्रिशनीत अरोड़ा (Trishneet Arora) भारत के सबसे कम उम्र के अरबपतियों में से एक है. हुरुन इंडिया रिच लिस्ट 2024 (Hurun India Rich List 2024) ने त्रिशनीत अरोड़ा का नाम देश के अरबपतियों की लिस्ट में शामिल किया गया है. आइए भारत के सबसे युवा मिलियनेर त्रिशनीत अरोड़ा पर नजर डालते हैं.
कौन हैं त्रिशनीत अरोड़ा?
त्रिशनीत अरोड़ा TAC सिक्योरिटी कंपनी को चलाते हैं. त्रिशनीत ने साल 2013 में 19 साल की उम्र में इस कंपनी को शुरू किया था. त्रिशनीत की कंपनी TAC सिक्योरिटी साइबर सिक्योरिटी, रिस्क एंड वल्नरेबिलिटी मैनेजमेंट फर्म है. ये कंपनी साइबर सिक्योरिटी से जुड़े मामलों को देखती है.
TAC सिक्योरिटी कंपनी की वेल्यू 1100 रुपए करोड़ है. त्रिशनीत ने इस कंपनी को चंडीगढ़ में शुरू किया था. इसी साल 2024 में उनकी कंपनी नेशनल स्टॉक एक्सचेंज में लिस्टड हुई है. त्रिशनीत अरोड़ा को जीक्यू इंडिया 2017 के भारत के 50 सबसे युवा प्रभावशाली भारतीयों में शामिल किया गया था. 23 साल की उम्र में त्रिशनीत ने अपने आपको भारत के टॉप एथिकल हैकर में शामिल कर लिया.
क्या है एथिकल हैकिंग?
इंटरनेटर और टेक्नोलॉजी के जमाने में हैकिंग का खतरा बना रहता है. कई बार हैकिंग की वजह से कंपनियों और सरकारों को बड़ा नुकसान उठाना पड़ता है. इस हैकिंग को रोकने का काम एथिकल हैकर्स करते हैं.
एथिकल हैकिंग से साइबर खतरों से बचाया जाता है. एथिकल हैकर्स को व्हाइट हैट भी कहा जाता है. एथिकल हैकर्स कंप्यूटर सिस्टम और एप में डेटा की कमजोरी को पता करते हैं. साथ ही उन खामियों दूर करते हैं. साइबर हैकिंग से बचने का प्लान भी बनाते हैं. त्रिशनीत अरोड़ा देश के जाने-माने एक एथिकल हैकर हैं.
स्कूल ड्रॉप हैं त्रिशनीत
त्रिशनीत अरोड़ा ने हैकर बनने के लिए कोई ट्रेनिंग ली. उन्होंने सब कुछ खुद से ही सीखा है. त्रिशनीत अरोड़ा पढ़ाई में अच्छे नहीं थे. वो 8वीं और 12वीं में फेल हो गए थे. इसके बाद त्रिशनीत ने स्कूल छोड़ दिया. त्रिशनीत हमेशा से एक बैकबेंचर थे.
त्रिशनीत पढ़ाई में अच्छे नहीं थे लेकिन डिजिटल और टेक्नोलॉजी में काफी इंटरेस्ट था. उन्होंने खुद से हैकिंग शुरू कर दी. त्रिशनीत के पिता टैक्स कंस्लटिंग फर्म में काम करते थे. 2007 में त्रिशनीत ने अपने पिता की कंपनी को हैक करने की कोशिश की थी. त्रिशनीत अपने उस प्रयास में कामयाब हुए थे. उसके बाद त्रिशनीत ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा. त्रिशनीत ने इसी में अपना करियर बनाया.
रिलायंस समेत बड़ी कंपनिया हैं क्लाइंट
त्रिशनीत अरोड़ा की साइबर सिक्योरिटी कंपनी TAC Security के क्लाइंट दुनिया भर में हैं. इसमें मुकेश अंबानी की रिलायंस, सीबीआई और बीएसई भी शामिल हैं. इसके अलावा दुनिया भर की कई और कंपनियां भी इसमें शामिल हैं.
त्रिशनीत अरोड़ा की कंपनी नहीं कंपनियों के अलावा कई सरकारों के साथ भी मिलकर काम किया है. TAC Security ने पंजाब और गुजरात के लिए भी साइबर सिक्योरिटी को मजबूत करने का काम किया है. स्कूल छोड़ने वाले त्रिशनीत अरोड़ा भारत के सबसे युवा अरबपतियों में से एक हैं. उनका नाम अब अडानी की लिस्ट में शामिल है.