वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने केंद्रीय बजट 2024-25 पेश कर दिया है. वित्त मंत्री वित्त मंत्री ने घोषणा करते हुए कहा कि केंद्रीय बजट 2024-25 में महिलाओं और लड़कियों को लाभ पहुंचाने के लिए ₹3 लाख करोड़ की योजनाएं शामिल होंगी. नई योजनाओं के अलावा, वित्त मंत्री ने कामकाजी महिलाओं के लिए हॉस्टल बनाने ने और उन्हें काम और घरेलू जीवन में संतुलन बनाने में मदद करने के लिए क्रेच (शिशु गृह) बनाने की भी बात की है. इसकी मदद से महिलाएं ज्यादा से ज्यादा वर्किंग सेक्टर में आ सकेंगी.
स्किल ट्रेनिंग पर दिया जाएगा ध्यान
वित्त मंत्री ने यह भी कहा कि विशेष रूप से महिलाओं के लिए स्किल ट्रेनिंग प्रोग्राम आयोजित करने के लिए अलग-अलग उद्योगों से साझेदारी की जाएगी. उन्होंने कहा, "हम उद्योगों के सहयोग से कामकाजी महिलाओं के लिए हॉस्टल स्थापित करके और क्रेच स्थापित करके ज्यादा से ज्यादा महिलाओं को वर्कफाॅर्स में शामिल होने के लिए बढ़ावा देंगे. इसके अलावा, ये साझेदारियां महिलाओं के लिए स्किल ट्रेनिंग प्रोग्राम कार्यक्रम आयोजित करने और महिला स्वयं सहायता समूह (SHG) उद्यमों को बाजारों तक पहुंचने में मदद करने पर ध्यान केंद्रित करेंगी.
टॉप कंपनियों में इंटर्नशिप
इसबार के बजट में गरीब, किसान, महिलाओं और युवाओं पर फोकस किया गया है. भारत की टॉप कंपनियों में पांच साल में 1 करोड़ युवाओं को स्किल ट्रेनिंग दी जाएगी. साथ ही पांच हजार मासिक मानदेय के साथ 12 महीने की इंटर्नशिप दी जाएगी.
सरकार संवर्धित कोष (Augmented Fund) की गारंटी के साथ 7.5 लाख रुपये तक की लोन की सुविधा के लिए मॉडल कौशल ऋण योजना को संशोधित किया जाएगा. इससे हर साल 25 हजार छात्रों को मदद की उम्मीद है.
महिलाएं हो रही हैं वर्कफाॅर्स में शामिल
ये घोषणाएं तब आई हैं जब भारत के वर्कफोर्स में और अधिक महिलाएं शामिल हो रही हैं. मई 2024 में, लगभग 0.24 मिलियन नई महिला सदस्य वर्कफोर्स सेक्टर में शामिल हुईं हैं, ये मई 2023 की तुलना में 12.1% ज्यादा है.
गौरतलब है कि इकोनॉमिक सर्वे 2023-2024 के अनुसार, वित्त वर्ष 2014 से वित्त वर्ष 25 तक महिला कल्याण के लिए बजट आवंटन में 218.8 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. ये बजट 3.10 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गया है. इस बार के बजट में महिलाओं और छात्रों पर विशेष ध्यान दिया गया है.