खेती-किसान अब सिर्फ पीढ़ियों की परंपरा को निभाना भर नहीं रह गया है और ना ही सिर्फ जीवन-यापन का साधन रह गया है. अब खेती मुनाफे का सौदा बन गई है. खेती से कई किसान लाखों की कमाई कर रहे हैं. ऐसे ही एक किसान उत्तर प्रदेश के रायबरेली के हैं, जिन्होंने कुछ नया करने का सोचा. दिलीप वर्मा नाम के इस किसान ने खरबूजे की खेती को अपनाया. इस खेती ने दिलीप की जिंदगी बदल दी.
खरबूजे की खेती ने बदली जिंदगी-
किसान दिलीप वर्मा रायबरेली के बछरावां थाना के जलालपुर गांव के रहने वाले हैं. दिलीप एक प्रगतिशील किसान हैं. वो पिछले 2 साल से खरबूजे की खेती कर रहे हैं. ये किसान कम लागत में अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं. दिलीप 5 एकड़ में खरबूजे की खेती कर रहे हैं. हिंदी डॉट न्यूज18 डॉट कॉम की एक रिपोर्ट के मुताबिक दिलीप वर्मा खरबूजे की 4 उन्नत किस्मों की खेती करते हैं. इसमें मृदुल, निर्मल-24, बाबी और मधुरा किस्में शामिल हैं. ये किस्में गुणवत्ता के लिहाज से बेहतर मानी जाती हैं और इसकी पैदावार भी ज्यादा होता है.
लागत कम, कमाई ज्यादा-
रिपोर्ट के मुताबिक दिलीप वर्मा ने बताया कि एक एकड़ खेत में खरबूजे की फसल उगाने में 50 से 60 हजार रुपए खर्च होते हैं. जबकि 3 महीने में 4 से 5 लाख रुपए की कमाई होती है. इसका मतलब है कि खरबूजे की खेती से कई गुना फायदा हो रहा है. दिलीप को अपनी फसल बेचने के लिए कहीं जाना भी नहीं पड़ा है. व्यापारी खुद खेत तक आते हैं और थोक में खरबूजा खरीदकर ले जाते हैं.
रिश्तेदार की सलाह पर की खेती-
दिलीप वर्मा का परिवार पहले पारंपरिक खेती करता था. धान और गेहूं उपजाते थे. लेकिन 2 साल पहले उनके एक रिश्तेदार ने खरबूजे की खेती की सलाह दी. दिलीप के रिश्तेदार सत्येंद्र वर्मा लखनऊ के कुर्मिन गांव के रहने वाले हैं और वो सालों से खरबूजे की खेती कर रहे हैं. उनकी सलाह पर दिलीप वर्मा ने भी खरबूजे की खेती शुरू की. इससे उनकी जिंदगी में बड़ा बदलाव आया.
खरबूजे की खेती का तरीका-
खरबूजे की खेती के लिए बलुई दोमट मिट्टी सबसे अच्छी होती है. मिट्टी में अच्छी जल निकासी की व्यवस्था होनी चाहिए. खरबूजे को बुआई करने से पहले 24 घंटे के लिए पानी में भिगो देना चाहिए. खरबूजे के बीज को 5-6 फीट की दूरी और 1.5 से 2 सेमी की गहराई में बोना चाहिए. खरबूजे को नियमित तौर पर पानी की जरूरत होती है. हालांकि ज्यादा पानी देने से बचना चाहिए. पौधों को कीटों से बचाने के लिए कीटनाशक का छिड़काव करना चाहिए. खरबूजे की फसल 60 से 90 दिनों में तैयार हो जाती है.
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