एक समय था जब गृहिणियों की सीमा सिर्फ उनका घर और परिवार तक होती थी. लोगों को लगता था कि जो महिलाएं घर के बाहर जाकर काम नहीं करतीं, वे क्या ही करती हैं? या फिर घर में रहकर खाना पकाने वाली औरतें क्या ही कर लेंगी? लेकिन पिछले कुछ सालों में यह धारणा बदली है और बहुत सी गृहिणियों ने घर की दहलीज से बाहर निकलकर अपने हुनर के दम पर पहचान बनाई है. आज ऐसी ही एक होममेकर से हम आपको परिचय करवा रहे हैं. सालों तक होम कुक रहीं सीमा नागपाल अब अपना खुद का फूड आउटलेट- Ministry of Appetite चला रही हैं.
GNT Digital से बात करते हुए सीमा ने बताया कि कुकिंग हमेशा से उनका पैशन रहा है. उनकी खाना बनाने की जर्नी अपने खुद की घर की किचन से शुरू हुई. उन्होंने खुद प्रैक्टिस कर करके अपनी स्किल्स को अच्छा किया और रेसिपीज तैयार कीं. सालों से सीमा अपने परिवार, दोस्तों और रिश्तेदारों के लिए खाना बना रही हैं और हर कोई उनकी तारीफ करता नहीं थकता है.
कैसे हुई शुरुआत
सीमा ने बताया कि उन्हें हमेशा से ही खाना बनाना और लोगों को खिलाने का शौक रहा है. जब लोग उनकी तारीफ करते तो उनकी खुद पर विश्वास और बढ़ जाता था. इससे उन्हें लगने लगा कि उन्हें अपने खाने के स्वाद को और ज्यादा लोगों तक पहुंचाना चाहिए. अपने परिवार के सपोर्ट से उन्होंने फैसला किया कि वह अपना फूड आउटलेट शुरू करेंगी. हालांकि, यह इतना आसान नहीं रहा क्योंकि उनके इस फैसले का कुछ लोगों ने साथ दिया तो बहुत से लोगों ने सवाल भी किए कि क्या जरूरत है?
लेकिन सीमा ने ठान लिया था कि वह अपना काम जरूर करेंगी और अपनी पहचान बनाएंगी. हालांकि, उन्होंने अपनी शुरुआत छोटी की. उन्होंने अपनी किचन से ही काम शुरू किया. धीरे-धीरे उनके खाने की तारीफ एक कस्टमर से दूसरे कस्टमर तक जाने लगी तो उनके ऑर्डर्स बढ़ने लगे. कई बार परेशानियां भी आईं लेकिन सीमा ने हार नहीं मानी.
परेशानियों को पार कर बनाई पहचान
सीमा ने आगे बताया कि उन्होंने अपने बिजनेस के लिए हर चीज एकदम जीरो से सीखी है. जैसे किसी भी बिजनेस के लिए फाइनेंस बहुत जरूरी होता है. लेकिन बतौर होममेकर उनका बजट घर के हिसाब से होता था. पर बिजनेस शुरू करने के बाद उन्हें अपने कस्टमर्स, और ऑर्डर्स के हिसाब से फाइनेंशियल प्लानिंग और मैनेजमेंट करनी थी. फाइनेंस के अलावा लॉजिस्टिक्स भी एक समस्या थे. क्योंकि उन्हें खाना बनाने के लिए रॉ मेटेरियल खरीदने से लेकर पैकजिंग मेटेरियल पर भी काम करना था.
सबसे ज्यादा मुश्किल रहा यह सीखना कि बिजनेस कैसे करना है. अब तक वह एक होममेकर थीं जिनका फोकस परिवार था बिजनेस करने के लिए उन्हें कुकिंग से लेकर मेन्यू मैनेजमेंट, मार्केटिंग और सेल्स तक, सबकुछ उन्हें करना था. सीमा कहती हैं कि शुरुआत में मुश्किल था लेकिन उन्होंने धीरे-धीरे यह सब करना सीख लिया. इस सबमें उनका परिवार और दोस्त उनके साथ रहे.
20 लोगों को दे रही हैं रोजगार
सीमा बताती हैं कि जब उनका काम बढ़ने लगा तो उन्होंने अक्टुबर 2023 में अपने पहले आउटलेट को लॉन्च किया. आज अपने आउटलेट में वह 20 लोगों को रोजगार दे रही हैं. उनके मेन्यू में हेल्दी अपेटाइज़र से लेकर चीट डे डिशेज तक शामिल हैं. उनके खाने और आउटलेट को काफी अच्छा रिस्पॉन्स मिल रहा है. और उन्हें उम्मीद है कि जल्द ही वह अपना दूसरा आउटलेट शुरू कर सकती हैं.
अंत में, सीमा सिर्फ यही संदेश देती हैं कि हर एक महिला को अपने सपनों, काबिलियत और लक्ष्य पर फोकस करना चाहिए. अपने आसपास ऐसे लोगों को रखें जो आपका मार्गदर्शन करें न कि आपको नीचे गिराएं. सीमा कहती हैं कि हर महिला पूरी दृढ़ता के साथ आगे बढ़े और अपनी पहचान बनाएं.