यूपी (UP) की योगी सरकार (Yogi Government) ने स्टार्टअप (Startup) शुरू करने का सपना देखने वाले युवाओं को बड़ी खुशखबरी दी है. अब स्टार्टअप को अपने आइडिया को पेटेंट कराने के लिए इधर-उधर भटकना नहीं पड़ेगा. इसकी जिम्मेदारी राज्य सरकार उठाएगी. इस तरह से उत्तर प्रदेश देश का पहला राज्य बन गया है, जहां पेटेंट कराने के लिए किसी को परेशान नहीं होना पड़ेगा. स्टार्टअप शुरू करने वाले आसानी से अपने आइडिया को पेटेंट करा सकेंगे.
मिलेंगे इतने रुपए
नोवेशन हब यूपी के हेड महिप सिंह ने बताया कि योगी सरकार अब स्टार्टअप शुरू करने वाले युवाओं के आइडिया को एक लाख रुपए देगी ताकि वे अपने आइडिया को प्रोपो टाइप तैयार कर सकें. इसका लाभ उठाने के लिए युवाओं को इनोवेशन हब के पोर्टल पर जाकर रजिस्ट्रेशन कराना होगा. इसके बाद पांच से छह सदस्यीय कमेटी आइडिया के वैलिड होने के पुष्टि करेगी. फिर ग्रांट को मंजूरी दे दी जाएगी.
पॉलिसी में बदलाव
योगी सरकार अधिक से अधिक निवेश को आकर्षित करने के लिए तरह-तरह के उपाय कर रही है. इसी कड़ी में राज्य में स्टार्टअप को बढ़ावा देने के लिए अपने पॉलिसी में बदलाव किए हैं. इनोवेशन हब यूपी के हेड महिप सिंह ने बताया कि पहले पेटेंट कराने के लिए 80 हजार रुपए देने पड़ते थे. उन्होंने कहा कि अब कोई शुल्क नहीं लगेगा. आज स्टार्टअप और नए-नए इनोवेशन के जरिए आत्मनिर्भर भारत के सपने को साकार किया जा रहा है. आज शिक्षा हो या स्वास्थ्य हर क्षेत्र में स्टार्टअप लोगों के जीवन को आसान बना रहे हैं.
यहां इन्क्यूबेशन सेंटर हैं स्थापित
आईटीएस इंजीनियरिंग कॉलेज ग्रेटर नोएडा, एनआईईटी ग्रेटर नोएडा, एकेटीयू से संबद्ध जीएल बजाज नोएडा, एकेजी गाजियाबाद, केआईईटी गाजियाबाद, एबीएसईसी गाजियाबाद और एमआईईटी मेरठ जैसे संस्थानों में इन्क्यूबेशन सेंटर बनाए गए हैं. यहां स्टार्टअप को इनोवेशन निधि के जरिए ग्रांट दी जाती है.
पूरे देश में इस स्थान पर है यूपी
केंद्र सरकार ने अभी हाल ही में रिपोर्ट जारी किया था, इसमें बताया गया था कि महाराष्ट्र पूरे देश में स्टार्टअप स्थापित करने में पहले स्थान पर हैं. इसमें 13 हजार से अधिक स्टार्टअप के साथ उत्तर प्रदेश चौथे स्थान पर था. अब योगी सरकार स्टार्टअप इन यूपी के तहत सूबे को देश में पहले स्थान पर लाने के लिए जोर-शोर से कार्य कर रही है. इसके तहत ही पेटेंट को निशुल्क कराने का निर्णय लिया गया है. आपको मालूम हो कि स्टार्टअप्स का मुख्य उद्देश्य नए और अनूठे विचारों को बाजार में लाना होता है.