बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) ने कैंपस में रहने वाले पासआउट बांग्लादेशी छात्रों को देश में स्थिति सामान्य होने तक हॉस्टल में रहने की अनुमति दे दी है. यह निर्णय उन छात्रों के हित में लिया गया है जिन्होंने विश्वविद्यालय में अपनी पढ़ाई पूरी कर ली है और उन्हें कोर्स पूरा होने पर नियमों के मुताबिक हॉस्टल खाली करना था.
बिना फीस दिए रह सकते हैं हॉस्टल में
बीएचयू के अंतर्राष्ट्रीय केंद्र के कॉर्डिनेटर प्रोफेसर एसवीएस राजू ने बताया कि बांग्लादेशी छात्रों को अपने देश लौटते समय जिन चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है, उसे ध्यान में रखते हुए विश्वविद्यालय ने यह निर्णय लिया है. अगर छात्र यूनिवर्सिटी हॉस्टल में रहना चाहते हैं, तो उन्हें ऐसा करने की अनुमति दी जाएगी. और छात्रों को कोई फीस देने की भी जरूरत नहीं है.
यूनिवर्सिटी ने छात्रों को आश्वासन दिया है कि अगर कैंपस में रहने के दौरान उन्हें किसी परेशानी का सामना करना पड़ता है, तो यूनिवर्सिटी उनकी पूरी मदद करेगी. बांग्लादेश में स्थिति सामान्य होने तक छात्र यहां रह सकते हैं.
बांग्लादेश में हुए विरोध प्रदर्शन
पिछले महीने, बांग्लादेश में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए क्योंकि छात्रों ने कोटा सिस्टम को समाप्त करने की मांग की, जिसमें 1971 में पाकिस्तान के खिलाफ बांग्लादेश के स्वतंत्रता संग्राम में लड़ने वाले लोगों के परिवारों के लिए 30 प्रतिशत सरकारी नौकरियां आरक्षित की गईं. तनाव इतना बढ़ गया कि शेख हसीना ने पीएम पद से इस्तीफा देकर देश छोड़ दिया. अब सेना के दखल के बाद बांग्लादेश में अंतरिम सरकार बनाई गई है. देखना यह है कि बांग्लादेश में कब तक हालात सामान्य होते हैं.