Teacher Joining: UP में अब इन विषयों का शिक्षक बनने के लिए BEd जरूरी नहीं... योगी सरकार ने इसलिए लिया ये अहम फैसला

New Guidelines for Teacher Recruitment: यूपी की योगी सरकार ने शिक्षकों की भर्ती के नियमों में कई बदलाव किए हैं. यदि आप शिक्षक भर्ती में शामिल होना चाहते हैं तो नए नियमों के बारे में जरूर जान लें. दो विषयों में बीएड की डिग्री की अनिवार्यता को समाप्त कर दिया गया है.

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  • नई दिल्ली,
  • 22 अप्रैल 2025,
  • अपडेटेड 9:00 PM IST
  • कंप्यूटर और ललित कला का शिक्षक बनने के लिए बीएड की डिग्री जरूरी नहीं 
  • यूपी शिक्षक भर्ती में संशोधन से शिक्षकों की कमी को दूर करने में मिलेगी मदद

Teacher Joining without BEd: योगी सरकार (Yogi Government) ने उत्तर प्रदेश (UP) में शिक्षक बनने का सपना देखने वाले अभ्यर्थियों को खुशखबरी दी है. सरकार ने कुछ विषयों में टीचर (Teacher) बनने के लिए बीएड डिग्री (BEd) की अनिवार्यता को समाप्त कर दिया है. इसके अलावा शिक्षकों की भर्ती के नियमों में कई और अहम बदलाव किए गए हैं. 

इन विषयों के शिक्षक बनने के लिए बीएड डिग्री जरूरी नहीं
उत्तर प्रदेश अधीनस्थ शिक्षा सेवा नियमावली 2024 के नए संशोधन के अनुसार राजकीय विद्यालयों में एलटी ग्रेड शिक्षक (सहायक अध्यापक) भर्ती के लिए दो विषयों में बीएड डिग्री की अनिवार्यता को समाप्त कर दिया गया है. यानी इन दोनों विषयों में बिना बीएड डिग्री के भी अभ्यर्थी शिक्षक बन सकते हैं. ये दो विषय कंप्यूटर और ललित कला हैं. योगी सरकार के इस फैसले से कंप्यूटर और कला विषय के अभ्यर्थियों को काफी राहत मिलेगी.

बीएड डिग्री धारकों को मिलेगी प्राथमिकता 
शिक्षक भर्ती को लेकर किए गए नए संशोधन के अनुसार कंप्यूटर विषय में सहायक शिक्षक (Assistant Teacher) बनने के लिए बीएड की अनिवार्य अर्हता को पूरी तरह से हटा दिया गया है. अब बिना बीएड के भी अभ्यर्थी कंप्यूटर शिक्षक बन सकते हैं लेकिन यदि किसी अभ्यर्थी के पास बीएड की भी डिग्री होगी तो उसे प्रथामिकता मिलेगी. क्योंकि बीएड को प्रेफरेंशियल क्वालिफिकेशन के रूप में रखा गया है ताकि बीएड डिग्री वालों को भी प्रायोरिटी दी जा सके. आपको मालूम हो कि पहले कंप्यूटर विषय में सहायक अध्यापक भर्ती के लिए बीएड या समकक्ष डिग्री का होना जरूरी था. 

इसके साथ कंप्यूटर विज्ञान में बीटेक या बीई या कंप्यूटर विज्ञान में विज्ञान स्नातक या कंप्यूटर अप्लीकेशन में स्नातक या एआईईएलआईटी से ‘ए’ स्तरीय पाठ्यक्रम के साथ स्नातक की उपाधि होनी चाहिए थी. अब किसी अभ्यर्थी के पास बीएड की डिग्री नहीं है, तब भी वह सहायक अध्यापक कंप्यूटर भर्ती के लिए आवेदन कर सकता है. हालांकि ऐसे अभ्यर्थी को अलग से वेटेज नहीं मिलेगा. उधर, सहायक अध्यापक कला के लिए अभ्यर्थी ललित कला में स्नातक (बीएफए) है तो वह आवेदन कर सकता है. यदि किसी स्टूडेंट के पास ललित कला में स्नातक के साथ बीएड की डिग्री भी है तो उसे भर्ती में प्राथमिकता दी जाएगी.

कई पद रह गए थे खाली 
सहायक शिक्षक भर्ती की नियमवाली में संशोधन करने की सबसे बड़ी वजह साल 2018 में हुई भर्ती प्रक्रिया की समस्याओं को दूर करना है. उस समय कंप्यूटर विषय में 98 फीसदी पद खाल रह गए थे. कंप्यूटर विषय के सहायक अध्यापक के लिए कुल 1673 पदों में से 1637 पद खाली रह गए थे. कुल पोस्टों में से पुरुष वर्ग के 898 और महिला वर्ग के 775 पोस्ट शामिल थे. इनमें पुरुष वर्ग के 36 और महिला वर्ग के 6 पदों पर अभ्यर्थियों का चयन हुआ था. इस तरह से बहुत कम अभ्यर्थी योग्यता को पूरा कर पाए थे. 

इसी समस्या को दूर करने के लिए योगी सरकार ने नियमों में बदलाव किया है. बीएड डिग्री की अनिवार्यता को खत्म कर दिया है. इतना ही नहीं अब हिंदी विषय के लिए उत्तर मध्यमा धारक अभ्यर्थी भी बीएड के साथ आवेदन कर सकेंगे. आपको मालूम हो कि माध्यमिक शिक्षा विभाग ने उत्तर प्रदेश एलटी ग्रेड के 7385 पदों पर शिक्षक भर्ती के लिए विवरण भेजा है. इसमें 2525 महिला और 4860 पुरुष श्रेणी के लिए भर्तियां होनी हैं. उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की मंजूरी के बाद ही इन पदों पर भर्तियां होंगी. 

 

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