BIMTECH: शिक्षा जगत, मीडिया और साहित्यिक समुदाय के समान विचारधारा वाले जुटे एक मंच पर, बीबीएलएफ के चौथे संस्करण का हुआ शानदार आयोजन, जानें क्या बोले वक्ता 

बिमटेक ने बिजनेस लिटरेचर फेस्टिवल में स्टूडेंट्स और पेशेवरों के बीच साहित्य पढ़ने की आदत को बढ़ावा देने के लिए जानेमाने लेखकों, संपादकों और सम्मानित पत्रकारों को इस आयोजन से जोड़ा. सभी ने अपने अनुभव साझा किए. 

BIMTECH Business Literature Festival
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 17 फरवरी 2024,
  • अपडेटेड 8:38 PM IST
  • लोगों को पुस्तक पढ़ने की दी सलाह
  • तीन पुस्तकों का किया गया विमोचन 

बिड़ला इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट टेक्नोलॉजी (BIMTECH) ने 17 फरवरी 2024 को नई दिल्ली के इंडिया हैबिटेट सेंटर में बिमटेक बिजनेस लिटरेचर फेस्टिवल (बीबीएलएफ) की शानदार शुरुआत की. इसके जरिए शिक्षा जगत, मीडिया और साहित्यिक समुदाय के समान विचारधारा वाले लोग एक मंच पर आए और अपनी बातों को रखा. 

ये लोग हुए शामिल
बिमटेक बिजनेस लिटरेचर फेस्टिवल में एडवेंट इंटरनेशनल के ऑपरेटिंग पार्टनर, पेप्सिको और नोकिया के पूर्व अध्यक्ष व सीईओ शिव शिवकुमार, पूर्व वाइस चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर टाटा मोटर्स रविकांत, आर. गोपालकृष्णन पूर्व-एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर, टाटा संस लिमिटेड, हरित नागपाल, सीईओ, टाटा स्काई, हरीश भट्ट, पूर्व ब्रांड कस्टोडियन, टाटा संस लिमिटेड, डॉ. प्रवीणा राजीव, डायरेक्टर, बिमटेक और डॉ. एसएस दुबे, डीन एकेडमिक्स, बीआईएमटेक शामिल हुए.

लोग शिक्षा के साथ जुड़ने के लिए हैं तैयार
शिव शिवकुमार ने पुस्तकों के पढ़ने के महत्व को बताया. उन्होंने कहा कि पुस्तक हमारी सबसे अच्छी दोस्त है. कोविड-19 महामारी के दौरान, पुस्तकों को पढ़ने का औसत समय 9 घंटे प्रति सप्ताह से 16 घंटे प्रति सप्ताह तक बढ़ गया. बुक रिडिंग में वृद्धि यह दिखाती है कि लोग शिक्षा के साथ संलग्न होने के लिए तैयार हैं. 

लेखकों और प्रकाशकों के रूप में, हमें पुस्तक उद्योग की संभावनाओं को मान्यता देनी चाहिए. उच्च गुणवत्ता वाली, रोचक सामग्री बनाने के लिए साथ मिलकर काम करना चाहिए. जो किसी की परिकल्पना को प्रेरित करती है और लोगों को अधिक समय पुस्तक पढ़ने के लिए प्रोत्साहित करती है. शिवकुमार ने लोगों को पुस्तक पढ़ने की सलाह दी. उन्होंने कहा कि ऐसा करने से न केवल शिक्षा मिलती है, बल्कि व्यक्ति दुनिया में और भी अधिक रुचिवान बनता है.

महत्वपूर्ण विषयों पर हुई चर्चा
आयोजन को छह आकर्षक बौद्धिक सत्रों में बांटा गया. इसमें 'स्ट्रॉन्ग वीमन, स्ट्रॉन्ग वर्ल्ड' और 'माइंड मैटर्स: नर्चरिंग मेंटल वेलनेस' जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर दो पैनल चर्चाएं शामिल थीं. मुख्य आकर्षण अभय के. (राजनयिक, कवि और डीडीजी, भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद, नई दिल्ली) के साथ 'ग्लोबल लीडरशिप थ्रू पोएट्री' पर मास्टरक्लास रही. इसका आयोजन बिमटेक की डिबेटिंग और थिएटर सोसायटी 'मजलिस क्लब' की ओर से यूनाइटेड नेशंस ग्लोबल कॉम्पैक्ट नेटवर्क इंडिया के सहयोग से किया गया था.

 इन पुस्तकों का किया गया विमोचन
अपनी तरह के अनूठे साहित्य महोत्सव में तीन नई पुस्तकों के विमोचन पर आधारित एक पूरा सेशन भी था. इसमें डॉ. सरोज दुबे की 'आरएक्स फॉर रेजिलिएंस', डॉ. सरोज दुबे की 'एनहांसिंग लीडरशिप स्किल्स थ्रू डीपर सेल्फ अवेयरनेस' और शिवानी खेतान, डॉ. अभिजीत के. चट्टोराज, डॉ. श्रीनाथ श्रीधरन और सलोनी सिन्हा के संयुक्त लेखन वाली पुस्तक 'न्यूजप्रिंट टू हार्टप्रिंट' शामिल थीं.

परिवर्तन की गति हो रही तेज 
फायरसाइड चैट में 'रेस्टलेस लाइव्स' के लेखक और पूर्व ब्रांड कस्टोडियन-टाटा संस हरीश भट्ट ने टाटा प्ले के सीईओ हरित नागपाल के साथ बातचीत में 'एडाप्ट: टू थ्राइव, नॉट जस्ट सर्वाइव' पुस्तक पर चर्चा की.  हरित नागपाल, टाटा स्काई के सीईओ और पुस्तक एडाप्ट के लेखक ने तेजी से बदलती दुनिया में अनुकूलन के महत्व पर जोर दिया. उन्होंने अनुकूलन को कैमेलियान के साथ तुलना की, जो पर्यावरण के अनुसार रंग बदलने की क्षमता के लिए जाना जाता है, जिससे व्यक्तियों और संगठनों को चलने और परिवर्तन के लिए चुस्त और प्रतिस्पर्धी होने की आवश्यकता का उदाहरण दिया. उन्होंने इस बात को जोर दिया कि आधुनिक युग में परिवर्तन की गति तेज हो रही है, हर नए परिवर्तन को पिछले से अधिक तेजी से और महत्वपूर्ण माना जा रहा है. 

दी बधाई
समापन वक्तव्य टाटा संस लिमिटेड के पूर्व एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर, हिंदुस्तान लीवर के पूर्व वाइस चेयरमैन और 'इनसाइड द बोर्डरूम' के लेखक आर. गोपालकृष्णन ने दिया. उन्होंने आयोजन की रूपरेखा को बहुत ध्यान से तैयार करने और आयोजन में सार्थक चर्चाओं के लिए बीबीएलएफ 4 टीम को बधाई दी.  

यह है खास साहित्यिक उत्सव 
फेस्टिवल की व्यापक पहुंच पर टिप्पणी करते हुए बिमटेक की डायरेक्टर डॉ. प्रवीणा राजीव ने कहा, पिछले तीन संस्करणों की भारी सफलता के बाद बिमटेक अपने विद्यार्थियों और हमसे जुड़े लोगों के बीच व्यावसायिक परिदृश्य के बारे में पढ़ने की आदत को बढ़ावा देने के लिए एक बार फिर अपने लिटरेचर फेस्टिवल के साथ वापस आया है. यह खास साहित्यिक उत्सव कारोबारी दुनिया में नए रुझानों पर विचारशील चर्चा में शामिल होने के लिए दिग्गज कारोबारी नेताओं, राइटर्स और उद्योग के स्पेशलिस्ट को एक साथ लाता है.


 

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