Budget 2022: प्रधानमंत्री ई-विद्या क्या है? जिसके तहत बच्चों को दी जा रही है इंटरनेट और डीटीएच चैनल के माध्यम से शिक्षा, जानें

PM eVIDYA Scheme: कोरोना महामारी की वजह से बच्चों की पढ़ाई बहुत हद तक छूट गई. एक रिपोर्ट के मुताबिक कोविड-19 में सबसे ज्यादा प्रभावित कक्षा 9 से 12 तक के छात्र हुए हैं. इस प्रभाव को कम करने और छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के लिए प्रधानमंत्री ई-विद्या प्रोग्राम शुरू किया गया है.

प्रधानमंत्री ई-विद्या
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 01 फरवरी 2022,
  • अपडेटेड 4:12 PM IST
  • Covid-19 में बच्चों की पढ़ाई का बहुत नुकसान हुआ है
  • लॉकडाउन को देखते हुए शुरू की गई थी ये योजना

कोविड -19 के कारण, सबसे ज्यादा अगर किसी का नुकसान हुआ है तो वो है बच्चों की पढ़ाई. लॉकडाउन लगने की वजह से छात्रों को उचित शिक्षा नहीं मिल पा रही थी जिसे ध्यान में रखते हुए कुछ समय पहले ई-विद्या प्रोग्राम लॉन्च किया गया था. छात्रों की शिक्षा न रुके और सुचारु चलती रहे इसके लिए अलग-अलग ऑनलाइन मॉडल लॉन्च किए गए हैं. 

लॉकडाउन को देखते हुए शुरू की गई थी ये योजना 

दरअसल, पीएम ई-विद्या कार्यक्रम के तहत 30 मई 2020 के बाद से ही देश के शीर्ष सौ विश्वविद्यालयों ने ऑनलाइन क्लासेस के माध्यम से छात्रों को शिक्षित करना शुरू कर दिया था. वहीं, जी छात्रों के पास इंटरनेट की सुविधा नहीं है, ऐसे छात्रों के लिए स्वयं प्रभा डीटीएच चैनल शुरू किया गए है. सरकार ने शुरुआत में इस योजना के तहत 12 चैनल लॉन्च किये थे, लेकिन 2022 के बजट में इस संख्या को बढ़ाकर 200 कर दिया गया है. इसके अलावा एक दीक्षा प्लेटफॉर्म भी लॉन्च किया गया है, जिसमें ई-कंटेंट और क्यूआर कोड से जनरेट होने वाली किताबें शामिल की गई हैं.

वन क्लास-वन टीवी चैनल 

मंगलवार को देश का दूसरा पेपरलेस बजट पेश किया गया है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कोरोना का जिक्र करते हुए कहा कि बच्चों की पढ़ाई का बहुत नुकसान हुआ है. इसकी वजह से उनके 2 साल खराब हुए हैं. इसके लिए ‘1 क्‍लास 1 टीवी चैनल' ई-विद्या प्रोग्राम की गिनती 12 से बढ़ाकर 200 तक की जाएगी. उन्होंने ई-विद्या प्रोग्राम का जिक्र करते हुए कहा कि बच्चों के लिए इ-कंटेंट प्रोड्यूस किया जा सकेगा. 

डिजिटल यूनिवर्सिटी की भी स्‍थापना

इसके साथ इस बार के बजट में  डिजिटल एजुकेशन को भी बढ़ावा दिया गया है. वित्त मंत्री ने एक डिजिटल यूनिवर्सिटी की स्‍थापना की भी घोषणा की है. इस यूनिवर्सिटी में पर्सनलाइज्ड लैंग्‍वेज यानि लोकल भाषा में इंफॉर्मेशन कम्‍यूनिकेशन टेक्‍नोलॉजी फॉर्मेट पर बच्चों की पढ़ाई हो.

पीएम ई विद्या योजना का उद्देश्य

गौरतलब है कि कोरोना महामारी की वजह से बच्चों की पढ़ाई  बहुत हद तक छूट गई. एक रिपोर्ट के मुताबिक कोविड-19 में सबसे ज्यादा प्रभावित कक्षा 9 से 12 तक के छात्र हुए हैं. इस प्रभाव को कम करने और छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के लिए इसे शुरू किया गया है. इसके शुरू हो जाने के बाद से देश के छात्रों को शिक्षा के लिए स्कूलों में शारीरिक तौर पर मौजूद होने की जरूरत नहीं है. वे अपने घर में रहते हुए भी इंटरनेट या डीटीएच चैनल के माध्यम से क्लास ले सकते हैं. 

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