बदल सकती है कनाडा की Post Study Work Permit योजना, जानें अब भारतीय छात्रों को क्या करना होगा?

सरकार का लक्ष्य इन बदलावों को 2024 के आखिर तक अंतिम रूप देना है. जनवरी 2025 में इन्हें लागू करने का लक्ष्य है. बता दें, भारतीय छात्र कनाडा में अंतर्राष्ट्रीय छात्र आबादी का एक बड़ा हिस्सा हैं.

Post Study Work Permit (Photo: Unsplash)
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 14 जून 2024,
  • अपडेटेड 2:25 PM IST
  • 2025 में ही लिया जाएगा फैसला
  • सरकार कर रही कई पहलुओं पर काम 

कनाडा में पढ़ने वाले भारतीय छात्रों के लिए वर्क परमिट को लेकर नियम बदल सकते हैं. दरअसल, भारतीय छात्रों के लिए कनाडा पढ़ाई और काम करने के लिए एक पसंदीदा जगह बना हुआ है. कनाडा सरकार पोस्ट-ग्रेजुएट वर्क परमिट (PGWP) प्रोग्राम में बदलाव करने के लिए तैयारी कर रही है. यह पहल कनाडा में पढ़ाई और काम करने का लक्ष्य रखने वाले भारतीय छात्रों को प्रभावित कर सकती है. 

पोस्ट-ग्रेजुएट वर्क परमिट के नियम बदल सकते हैं 

पोस्ट-ग्रेजुएट वर्क परमिट (PGWP) प्रोग्राम उन अंतरराष्ट्रीय छात्रों को अनुमति देता है जिन्होंने कनाडा के शिक्षण संस्थानों (DLIs) में अपनी पढ़ाई पूरी कर ली है ताकि वे अपने अध्ययन के क्षेत्र में काम कर सकें. वर्तमान में, PGWP का समय आठ महीने से लेकर तीन साल तक का है. इस नियम ने अंतरराष्ट्रीय छात्रों के लिए कनाडा को एक लोकप्रिय जगह बना दिया है. 

लोकल सरकार के साथ परामर्श

कनाडा सरकार ने श्रम बाजार की मांगों के साथ पीजीडब्ल्यूपी एलिजिबिलिटी को मैनेज करने के लिए लोकल सरकारों के साथ परामर्श शुरू किया है. इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि कार्यक्रम का फायदा मुख्य रूप से उन ग्रेजुएट्स तक पहुंचाया जाए जो श्रमिकों की कमी का सामना करने वाले सेक्टर्स में काम कर सकें. 

सरकार कर रही कई पहलुओं पर काम 

24 मई के इमिग्रेशन, रिफ्यूजी एंड सिटीजनशिप कनाडा (IRCC) के एक ब्रीफिंग पेपर के अनुसार, सरकार टार्गेटेड लेबर मार्किट की जरूरतों को पूरा करने के लिए पीजीडब्ल्यूपी को फिर से बदल रही है. इसके लिए सरकार कई पहलुओं पर विचार कर रही है:

- एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया: इसे सेक्टर्स की पहचान करना जो श्रम बाजार की कमी के आधार पर पीजीडब्ल्यूपी के लिए योग्य होने चाहिए. 

- छूट: इस बात पर विचार करते हुए कि क्या कुछ ग्रुप्स, जैसे फ्रैंकोफोन छात्रों या ग्रेजुएट प्रोग्राम में शामिल लोगों को नए प्रतिबंधों से छूट दी जानी चाहिए. 

- जॉब ऑफर: इस बात पर बहस कि क्या अंतर्राष्ट्रीय छात्रों को अपने पीजीडब्ल्यूपी को एक साल से ज्यादा बढ़ाने के लिए शॉर्टेज लिस्ट के हिसाब से जॉब ऑफर दिखाने की जरूरत होनी चाहिए. 

2025 में ही लिया जाएगा फैसला!

सरकार का लक्ष्य इन बदलावों को 2024 के आखिर तक अंतिम रूप देना है. जनवरी 2025 में इन्हें लागू करने का लक्ष्य है. बता दें, भारतीय छात्र कनाडा में अंतर्राष्ट्रीय छात्र आबादी का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं. 2023 तक, कनाडा में 40% स्टडी परमिट वाले लोग भारत से थे. 

 

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